फोंडेक्स ट्रेडिंग की स्थिति

मैं हार कर थक गया हूँ

मैं हार कर थक गया हूँ

शुभमन गिल का नहीं हुआ चयन तो पूर्व दिग्गज ने छोड़े सवालों के तीर

नई दिल्ली. न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया (India vs New Zealand) को वनडे सीरीज में 1-0 से शिकस्त झेलनी पड़ी है. इस बीच टीम प्रबंधन की काफी आलोचना हो रही है. वहीं, अब टीम इंडिया बांग्लादेश (India vs Bangladesh) के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलने जा रही है. जिसके लिए मैं हार कर थक गया हूँ टीम का ऐलान हो चुका है. बांग्लादेश दौरे पर कई खिलाड़ियों को मौका नहीं दिया गया है जिसके बाद टीम प्रबंधन पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इस बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने भी शुभमन गिल के चयन को लेकर अपनी खरी प्रतिक्रिया दी है.

टी20 वर्ल्ड कप में हार के बाद से ही टीम प्रबंधन की जमकर आलोचना की गई है. न्यूजीलैंड के खिलाफ बतौर ओपनर शुभमन गिल ने शुरुआती दो मुकाबलों में बेहतरीन बल्लेबाजी की. दूसरा मुकाबला भी बारिश की भेंट चढ़ गया. जिसके कारण दाएं हाथ के बल्लेबाज बड़ा स्कोर करने में कामयाब नहीं हो सके. पहले मुकाबले में युवा बल्लेबाज ने 50 रनों की पारी खेली, वहीं दूसरे मुकाबले में भी 45 रन बनाकर खेल रहे थे. आकाश चोपड़ा ने इन दोनों पारियों को याद करते हुए टीम प्रबंधन पर सवाल खड़े किए हैं.

शुभमन गिल बेहतरीन फॉर्म में हैं- मैं हार कर थक गया हूँ आकाश चोपड़ा

पूर्व दिग्गज ने बांग्लादेश दौरे को लेकर कहा, ‘शुभमन गिल काफी अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं और शानदार फॉर्म में हैं. उन्हें वर्ल्ड कप टीम में शामिल नहीं किया गया. वह थक नहीं गए हैं और उन्हें किसी तरह के वर्कलोड मैनेजमेंट की जरूरत नहीं है. लेकिन इसके बावजूद उन्हें बांग्लादेश सीरीज के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया है. अब आप शुभमन गिल से क्या कहने वाले हैं?’

दीपक हुड्डा को नहीं मिल पर्याप्त मौके

दीपक हुड्डा को लेकर भी आकाश चोपड़ा ने खरी प्रतिक्रिया दी, उन्होंने कहा, ‘दीपक हूडा को संजू सैमसन के स्थान पर पिछले वनडे में शामिल किया गया. वर्ल्ड कप में उन्हें सिर्फ एक ही मैच में मौका दिया इसलिए उन्हें भी वर्कलोड मैनेजमेंट की जरूरत नहीं है. पहले वनडे में भी वो नहीं खेले थे. दीपक हूडा को आराम क्यों दिया जा रहा है ये मुझे नहीं पता है.’

Chutkule: छुट्टी मैं हार कर थक गया हूँ मांग रहा था कर्मचारी, बॉस का ऑप्शन सुनते ही तुरंत पहुंचा ऑफिस

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चुटकुले जिंदगी में तनाव को कम करते हैं, जिससे आप स्वयं में नई ऊर्जा महसूस करते हैं. हर इंसान के जीवन के लिए हंसना बहुत जरूरी है. जब हमारे फेस पर स्माइल होती है तो हमसे लोग भी खुश रहते हैं क्योंकि हर मैं हार कर थक गया हूँ कोई उस शख्स के साथ रहना पसंद करता है जो हंसमुख स्वभाव का होता है. आपको हंसाने के लिए हम लेकर आए हैं कुछ मजेदार चुटकुले.

Jokes 2022

मंटू ने चंटू से पूछा- अगर एक तरफ पैसा हो और दूसरी तरह दिमाग हो, तो तुम इन दोनों में से क्या लेना पसंद करोगे?
चंटू बोला- मैं पैसा लेना पसंद करुंगा.
मंटू बोला- मैं तो भाई दिमाग लेना पसंद करुंगा.
मंटू की बात सुनकर चंटू बोला- जिसे जिस चीज की कमी होती हैं, वह वही लेना पसंद करता है.

hindi chutkule

मरीज डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवा लेने के लिए कई जगह गया पर उसे वो दवा नहीं मिली, फिर वो थक हार के डॉक्टर के पास आया और बोला-डॉक्टर साहबआपने पर्चे के पीछे जो दवा लिखी थी, वो कहीं नहीं मिल रही है.
डॉक्टर - ये दवा नहीं है, पेन चलाकर देखा था.

viral memes

पत्नी- आज तबीयत कुछ खराब सी लग रही है.
पति- ओह नो, मैं तो सोच रहा था कि आज बाहर चलकर डिनर करेंगे.
पत्नी- अरे मैं तो मजाक कर रही थी.
पति- अच्छा तो अब उठो और खाना बनाओ, मुझे भूख लग रही है.

Majedar Chutkule

कर्मचारी- सर बहुत ठंड हो रही है, क्या आज ऑफिस आना है?
बॉस- खुद ही सोच लो किससे दिनभर बेइज्जती करानी है. मुझसे या पत्नी से?
कर्मचारी- ठीक है सर. मैं आ रहा हूं।

Latest Hindi Jokes

टीचर (स्टूडेंट से)- सेमेस्टर सिस्टम से क्या फायदा है, बताओ?
स्टूडेंट- फायदा तो पता नहीं, पर बेइज्जती साल में दो बार हो जाती है.

Funny Jokes

टीचर- गोलू यमुना नदी कहां बहती है ?
गोलू- जमीन पर
टीचर- नक्शे में बताओं कहां बहती है ?
गोलू- नक्शे में कैसे बह सकती है, नक्शा गल नहीं जाएगा.

Chutkule

(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को मैं हार कर थक गया हूँ थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)

मजेदार जोक्स: डॉक्टर साहब, जब मैं सोता हूं तो सपने में बंदर फुटबॉल खेलते हुए दिखाई देते हैं

सोनू (चिकित्सक से)- डॉक्टर साहब, जब मैं सोता हूं तो सपने में बंदर फुटबॉल खेलते हुए दिखाई देते हैं।
चिकित्सक – तुम ये गोली रात को खाना खाने के बाद और सोने से पहले खा लेना।
सोनू- कल से खाऊंगा क्योंकि आज तो फाइनल मैच है। 😜😜😂😂😂😛🤣

सोनू- एक दर्जी के पास गया…
सोनू – पैंट की सिलाई कितनी है?
दर्जी – 200 रुपये…
सोनू – और निक्कर की…?
दर्जी – 50 रुपये…
सोनू (कुछ देर सोचकर) – तो फिर निक्कर ही सिल दो, बस लंबाई पैरों तक कर देना…. 😜😜😂😂😂😛🤣

राहुल- यार मोनू आज सुबह-सुबह एक बिल्ली ने मेरा रास्ता काट दिया।
संजु- अच्छा फिर क्या हुआ?
राहुल- फिर क्या आगे जाकर उस बिल्ली का एक्सीडेंट हो गया। हमसे पंगा लिया..😜😜😂😂😂😛🤣

नौकरानी- मेम साब जल्दी आइए आपके बच्चे ने मच्छर खा लिया है
सोनिया- अरे जल्दी से डॉक्टर को बुलाओ
नौकरानी- मालकिन घबराने की कोई बात नहीं मैंने बच्चे को All Out पिला दिया😜😜😂😂😂😛🤣

पप्पू काम पर से थक हार कर घर आया।

वाइफ़ ने पानी का गिलास दिया,

तभी बेटा मार्कशीट लेकर अपने पिता के पास पहुंचा।

साइंस-39, इंग्लिश- 46, मैथ्स- आगे कुछ पढऩे से मैं हार कर थक गया हूँ पहले आदमी: ये माक्र्स आए हैं, गधे शर्म नहीं आती?

चार दिन तक कुएं में गिरा रहा शख्स, पुलिस नहीं खोज सकी, पत्नी ने ढूंढ़ निकाला

अलीगढ़. योगेंद्र पिछले चार दिन से गायब थे. उनको खोजने के लिये पुलिस भी लगातार प्रयास कर रही थी लेकिन नाकाम साबित हो रही थी लेकिन इस बीच उसकी पत्नी ने ही उसे सकुशल और जिंदा कुएं से खोज निकाला. पूरा मामला उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से जुड़ा है. दरअसल चार दिन पहले हाथरस जिले के हसायन के रहने वाले योगेंद्र यादव, जो पेशे से ट्रक ड्राइवर हैं अचानक गायब हो गए थे. जब कुएं से पत्नी ने उन्हें ढूंढ निकाला तो सारी कहानी सामने आई.

पति के जिंदा मिलने पर लोगों को सावित्री और मैं हार कर थक गया हूँ सत्यवान की कहानी याद आ गई. हाथरस के आशाएं इलाके के रहने वाले योगेंद्र यादव ट्रक ड्राइवर हैं. योगेंद्र के अनुसार तीन दिन पहले रात को बालू से लदा ट्रक लेकर वो अलीगढ़ के छर्रा इलाके में आये थे. रात को मैं हार कर थक गया हूँ होटल में खाना खाने के बाद शराब पी, जिससे योगेंद्र पर नशा हावी हो गया. 30 नवम्बर को रात में ही वह मूत्र करने के लिए गया मैं हार कर थक गया हूँ तो वही कुएं में गिर गया. जब योगेंद्र सुबह गाड़ी पर नहीं पहुंचा तो उसके साथी उसे आसपास कई जगह तलाश करने लगे लेकिन योगेंद्र का कोई पता नहीं चला.

योगेंद्र के परिवार को सूचना मिली तो वह भी उसकी खोजबीन करने लगा. योगेंद्र को तलाशते हुए पत्नी श्रद्धा अलीगढ़ के छर्रा इलाके में आ पहुंची. ट्रक मालिक संदीप यादव ने भी योगेंद्र को तलाशा लेकिन उसे भी योगेंद्र का कोई पता नहीं चला. सभी थक हारकर बैठ गए. इस बीच पत्नी जब छर्रा में होटल के आसपास इलाकों में अपने पति को तलाश करने लगी तो पति योगेंद्र को ढूंढते हुए वह कुएं के पास पहुंच गई.

जब कुए के अंदर पत्नी ने झांका तो उसे अपने हाथों से बुना हुआ स्वेटर दिखाई दिया. उसी स्वेटर की मदद से ही पत्नी ने पति योगेंद्र को पहचान लिया. आसपास मौजूद लोगों की मदद से बेहोशी की हालत में योगेंद्र को कुएं से बाहर निकाला गया. योगेंद्र को छर्रा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. इस दौरान पति को जिंदा ढूंढ निकालने वाली पत्नी के किस्से चारों तरफ फैल गए. पति और पत्नी को देखने के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई. कुएं में चार दिन से गिरे योगेंद्र को मैं हार कर थक गया हूँ जिंदा ढूंढ निकलने की घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.

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