शेयर बाजार कैसे काम करता है

शेयर बाजार का काम कैसे सीखे | एक शेयर कितने का होता है?
वर्तमान समय में काफी तेजी शेयर मार्किट निवेशक बढ़ रहे है लेकिन बहुत सारे लोगो को यह जानकारी नहीं होती है कि शेयर बाजार का काम कैसे सीखे? शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाये? एक शेयर कितने का होता है? शेयर कैसे खरीदे और बेचे जाते हैं इन सभी प्रश्नो के उत्तर इस लेख के माध्यम से मैं आपके साथ शेयर करने वाला हूँ।
इस तरह के तमाम प्रश्न नए निवेशक के मन में रहते है जिसे लेकर वह काफी कंफ्यूज रहते है लेकिन यह चिंता का विषय नहीं है नए निवेशक को ऑनलाइन बहुत सारे टुटोरिअल मिल जायेगे जिसे पढ़कर देखकर आप स्टॉक मार्किट को सीख सकते है और निवेश करना प्रारम्भ कर सकते है लेकिन कहा से निवेश किस प्लेटफार्म से निवेश करना है यह जानना ज़रूरी है।
शेयर मार्किट में निवेश और ट्रेडिंग के लिए एक डीमैट अकाउंट की आवश्यकता पड़ती है उसके माध्यम से ही निवेशक निवेश करता है और ट्रेडिंग करता है इंटरनेट पर बहुत सारे ब्रोकर मिल जायेगे जो आपको फ्री में डीमैट अकाउंट ओपन करने का मौका देते है।
डीमैट अकाउंट आप किसी ब्रोकर के साथ ओपन कर सकते है फिर आप निवेश और ट्रेडिंग प्रारम्भ कर सकते है आगे मैं किन ब्रोकर के साथ आप अपना डीमैट अकाउंट ओपन कर सकते है उसकी भी जानकारी देने वाला हूँ इस लिए आप इस लेख को अंत तक पढ़े। ताकि सभी जानकारी आपको मिल जाये।
शेयर बाजार का काम कैसे सीखे?
आज के समय में शेयर बाजार के बारे में सीखना काफी सिंपल हो गया है इसके लिए आप गूगल कर सकते है शेयर बाजार के बारे में बहुत सारे आर्टिकल मिल जायेगे यूट्यूब पर इस विषय से सम्बंधित बहुत सारे विडिओ देखने को मिल जायेंगे जिसे आप देख सकते है वही बहुत सारे अडवाइजरी होते है उनसे सलाह ले सकते है और शेयर बाजार की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते है।
लेकिन शेयर बाजार में निवेश के लिए आपको सबसे पहले डीमैट अकॉउंट ओपन करना होगा अगर आप Upstox में डीमैट अकाउंट ओपन करना चाहते है तो इस लिंक Upstox App पर क्लिक करके फ्री में अकाउंट ओपन कर सकते है और तो और upstox से हर Refer पर 1200 रूपये कमा सकते है यानि एक यूजर को अपने लिंक से ज्वाइन कराने का 12 सौ रूपये कमा सकते है इस पैसे को अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते है।
इसके अलावा बहुत सारे ब्रोकर है जिस पर आप अपना डीमैट अकाउंट ओपन कर सकते है डीमैट अकाउंट के लिए आपके पास कुछ ज़रूरी दस्तावेज होने चाहिए जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक अकाउंट, और मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, होना आवश्यक है। अगर ये आपके मौजूद है तो उपस्टेक्स में डीमैट अकाउंट ओपन कर सकते है।
डीमैट अकाउंट ओपन करने के लिए आपको निचे कई आर्टिकल के लिंक मिल जायेगे जो कई अलग अलग ब्रोकर एप्प के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी है जिसे आप पढ़कर जानकारी लेकर अपना डीमैट अकाउंट ओपन कर सकते है।
शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाये?
शेयर मार्किट में पैसा लगाने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना ज़रूरी है डीमैट अकाउंट आप किसी भी ब्रोकर के साथ ओपन कर सकते है उसके बाद आपको अपने बजट के अनुसार पैसे निवेश करने है अगर आप चाहे इस बारे में शेयर मार्किट अडवाइजरी से सलाह ले सकते है बहुत सारे अडवाइजरी मार्किट में मिल जाते है आप उनसे सलाह ले सकते है।
अगर आप शेयर मार्किट के बारे में विस्तृत जानकारी चाहते है तो बहुत सारे ऑनलाइन कोर्स कराये जाते है जिसे आप ज्वाइन करके ट्रेनिंग ले सकते है और शेयर बाजार की बहुत सारे जानकारी प्राप्त कर सकते है इंटरनेट पर बहुत सारे फ्री टुटोरिअल मिल जायेगे जिसे आप देखकर पढ़कर शेयर मार्किट की जानकारी ले सकते है।
वही शेयर मार्किट में बिना सीखे बिना किसी ज्ञान के शेयर बाजार कैसे काम करता है आप पैसा निवेश कर रहे है तो आपको नुकसान का सामना करना पड़ सकता है वही ज्ञान के साथ निवेश करने पर आप सही स्टॉक को चुन सकते है और अच्छा प्रॉफिट कमा सकते है। बिना जानकारी के आप शेयर मार्किट में सही शेयर चुनने में और पैसे लगाने में असमर्थ रह जाते है।
एक शेयर कितने का होता है?
बहुत सारे नए निवेशक का प्रश्न रहता है की एक शेयर कितने का होता है इसका जवाब मैं आपको बता दू सही कम्पनिया के स्टॉक का प्राइस अलग अलग होता है यह प्राइस स्थिर नहीं रहता है बल्कि समय समय पर बढ़ता घटता रहता है इस लिए आपको इस जानकारी के लिए डीमैट अकाउंट ओपन करके सभी स्टॉक का प्राइस समय समय पर देखते रहना चाहिए तभी आप सही शेयर की कीमत जान पाएंगे।
शेयर का प्राइस जानने के लिए आप Google का इस्तेमाल कर सकते है वहा से भी आप शेयर का प्राइस जान सकते है इसके लिए आपको गूगल ओपन करना है जिस भी कंपनी के शेयर का प्राइस जानना चाहते है उस कंपनी का नाम और आगे लिखना है शेयर प्राइस जैसे ITC Share Price लिखकर सर्च कर सकते है और शेयर का प्राइस मालूम कर सकते है।
किसी कंपनी का शेयर कैसे खरीदा जाता है?
किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने के लिए निवेशक के पास डीमैट अकाउंट होना ज़रूरी है जिसकी जानकारी मैने आपको ऊपर के लेख में दिया है आप किसी भी ब्रोकर के साथ अपना डीमैट अकाउंट ओपन कर सकते है उसके बाद अपना निवेश स्वम् रिसर्च करके शुरू कर सकते है।
स्टॉक को खरीदने से पहले आपको अपनी रिसर्च करनी ज़रूरी है जिस भी कंपनी का आप शेयर खरीदना चाहते है तो उसका Technical और Fundamental Analysis के साथ कंपनी के प्रोडक्ट प्रॉफिट लॉस पर भी गौर करना होगा जिससे आपको यह समझने में आसानी होगा की कंपनी भविष्य में कैसा परफॉर्म करेगी।
किस कंपनी का शेयर खरीदे।
किस कंपनी का शेयर खरीदेंगे यह आपको स्वम् रिसर्च करना होगा फिर उसमे निवेश करना होगा अपना रिसर्च ही आपको शेयर मार्किट में सफल और अधिक प्रॉफिट के लायक बना सकता है इसके लिए आपको अपने स्तर से खोज करना होगा आप इंटरनेट से आईडिया ले सकते है किस कंपनी के शेयर खरीदने चाहिए लेकिन आपको इसका रिसर्च स्वम् करना ही होगा।
इस लेख के जरिये हम लोगो ने जाना कि शेयर बाजार का काम कैसे सीखे? इस जानकारी के साथ इसी विषय से सम्बंधित कई अन्य जानकारी भी मैने इस लेख के माध्यम से शेयर करने का प्रयास किया है मैं शेयर बाजार कैसे काम करता है इस ब्लॉग के जरिये इसी तरह के कंटेंट शेयर करता रहता हूँ अधिक जानकारी के लिए दूसरे लेख भी पढ़ सकते है।
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बनना चाहते हैं शेयर बाजार का 'शेर' तो आसान भाषा में समझें सेंसेक्स और निफ्टी का खेल
अगर आप कम समय में कमाना चाहते हैं ज्यादा पैसा. करना चाहते हैं शेयर बाजार में निवेश तो जानिये शेयर बाजार का गणित. हम आपको बता रहे हैं क्या है शेयर बाजार और कैसे करता है काम. क्या है BSE और NSE. शेयर बाजार में कितना है खतरा. निवेश के लिए क्या है नियम ?
हैदराबाद: वर्तमान में हर शख्स निवेश और कमाई करना चाहता है, लेकिन वो कहां और कैसे निवेश करें इसकी जानकारी नहीं होती है. कई लोग शेयर बाजार में उतरना चाहते हैं, शेयर बाजार कैसे काम करता है लेकिन उनके पास शेयर बाजार की समझ नहीं होती है. ऐसे में आज हम आपको शेयर बाजार का सारा गणित बता रहे हैं. जिससे आप आसानी से शेयर बाजार में निवेश और उसके काम करने के तरीकों को जान जाएंगे.
क्या है शेयर बाजार ?
शेयर का मतलब हिस्सा होता है. बाजार खरीद-बिक्री की जगह को कहते हैं. मतलब शेयर बाजार का शाब्दिक अर्थ है हिस्सा खरीदने और बेचने वाली जगह. भारत में दो प्रमुख बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज शेयर बाजार है. शेयर मार्केट यानी शेयर बाजार में रजिस्टर्ड कंपनियां अपनी हिस्सेदारी खरीदती या बेचती है. शेयर खरीदने और बेचने के लिए BSE या NSE का उपयोग किया जाता है. रजिस्टर्ड कंपनियां शेयर ब्रोकर के जरिये हिस्सेदारी बेचती या खरीदती है. शेयर बाजार में कोई इंडिविजुअल व्यक्ति भी शेयर खरीद या बेच सकता है. इसके लिए उसे कुछ शर्तों का पालन करना होता है. शेयर बाजार में घरेलू कंपनियों या व्यक्ति के साथ विदेशी निवेशक भी निवेश कर सकते हैं.
BSE या NSE में कैसे लिस्ट होती है कंपनियां ?
शेयर बाजार में रजिस्टर्ड होने के लिए कंपनियों को एक लिखित समझौता करना पड़ता है. इसके बाद पूंजी बाजार नियामक यानी सेबी (SEBI) के पास कंपनी को कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करानी होती है. दस्तावेजों की जांच और सही पाये जाने के बाद कंपनी BSE या NSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) में लिस्टेड हो जाती है. BSE या NSE में लिस्टेड कंपनी को समय-समय पर अपनी हर गतिविधि को शेयर बाजार में बतानी होती है. इसमें निवेशकों से जुड़ी लाभ-हानि की जानकारी शामिल होती है.
व्यक्तिगत रूप से कैसे ले सकते हैं शेयर ?
कंपनियों के अलावा कोई भी शख्स इंडिविजुअल यानी व्यक्तिगत रूप से शेयर बाजार में निवेश कर सकता है, यानी किसी भी कंपनी का हिस्सेदारी खरीद या खरीदे हुए हिस्सेदारी को बेच सकता है. इसके लिए निवेशक को किसी ब्रोकर की मदद से एक डीमैट अकाउंट खुलवाना होता है. डीमैट अकाउंट खुलने के बाद शख्स को अपने बैंक अकाउंट से डीमैट अकाउंट को लिंक करना होता है. इसके बाद बैंक अकाउंट से डीमैट अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर ब्रोकर की मदद से या खुद किसी कंपनी के शेयर को खरीद सकते हैं. शेयर खरीदते ही वो डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर हो जाता है, इसके बाद शेयर खरीदने वाला शख्स जब भी चाहें ब्रोकर के माध्यम से या खुद से भी उस हिस्सेदारी को बेच सकते हैं.
कैसे काम करता है शेयर बाजार ?
शेयर बाजार एक तरह से आइडिया बेचने का भी जगह है. जैसे किसी शख्स के पास कोई आइडिया है, लेकिन उसके पास पैसे नहीं हैं. ऐसे में वो या तो किसी निवेशक से मदद ले सकता है या सीधे शेयर बाजार में आ सकता है. नई कंपनियों को शेयर बाजार में आने के लिए सेबी (पूंजी बाजार नियामक) की कुछ शर्तों को माननी जरूरी है. शेयर बाजार में सिर्फ नई कंपनी ही नहीं पुरानी कंपनियां भी आ सकती है. शेयर बाजार में आने के बाद लोग या दूसरी कंपनियां उस कंपनी की हिस्सेदारी को खरीदेगी.
शेयर में निवेश कर बन सकते हैं अमीर!
दुनिया में हर कोई अमीर बनना चाहते है. इसके लिए सभी अपने-अपने तरह से प्रयास भी करते हैं. वैसे तो अमीर बनने के कई रास्ते भी होते हैं, लेकिन कई बार ऐसे रास्तों में जोखिम भी ज्यादा होता है. अमीर बनने के लिए शेयर बाजार भी एक रास्ता है. जिससे लोग कम समय में अमीर बन सकते हैं, हालांकि इसमें जोखिम भी है. शेयर बाजार में निवेश करते वक्त किसी को भी काफी सावधान रहना होता है. निवेश से पहले सतर्कता और प्लानिंग की जरूरत होती है. हमेशा एक बेहतर प्लानिंग के साथ किए गए निवेश का अच्छा आउटकम आता है. ऐसे में अगर निवेशक के पास निवेश करने के लिए अच्छी रकम है तो वो अच्छी कमाई भी कर सकता है. शेयर मार्केट का एक नियम कहता है कि थोड़ा-थोड़ा इन्वेस्टमेंट बेहतर रिटर्न की गारंटी देता है.
क्या है सेंसेक्स और निफ्टी ?
शेयर बाजार में हमेशा सेंसेक्स और निफ्टी का जिक्र आता है. दरअसल, सेंसेक्स और निफ्टी इंडेक्स यानी सूचकांक होता है. सेंसेक्स अंग्रेजी के दो शब्द सेंसिटिव और इंडेक्स से बना है. जिसे हिंदी में सूचकांक कहते हैं. कंपनियों की आर्थिक मूल्यांकन सेंसेक्स से ही होता है. सेंसेक्स शेयर बाजार में कंपनियों के वित्तीय हालात का पैमाना होता है. भारत में 30 कंपनियां ही बीएसई में लिस्टेड होती है, जिसका सेंसेक्स अनुमानित होता है. ये कंपनियां स्थाई नहीं होती है. समय-समय पर ये कंपनियां बदलती रहती है. इंडेक्स कमेटी इन 30 कंपनियों का चुनाव करती है.
निफ्टी भी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक होता है. निफ्टी अंग्रेजी के दो शब्द नेशनल और फिफ्टी से मिलकर बना है. इसके तहत 22 अलग-अलग सेक्टर की 50 कंपनियां लिस्टेड होती है. इन 50 कंपनियों के आर्थिक मूल्यांकन निफ्टी सूचकांक से तय होता है. सेंसेक्स और निफ्टी के अलावा भी कई सूचकांक होते हैं. हालांकि भारत में यहीं दोनों सूचकांक महत्वपूर्ण है.
शेयर भाव में क्यों होता है उतार-चढ़ाव?
शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों का सूचकांक बढ़ते-घटते रहता है. इसके पीछे कंपनी के कामकाज के तरीके, नए ऑर्डर मिलने, प्रोडक्ट के नतीजे, कंपनी का मुनाफा पर निर्भर करता है. शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियां हर दिन कारोबार करती है. जिसमें कुछ न कुछ बदलाव होते रहता है. इन्हीं बदलावों पर कंपनियों का मूल्यांकन होता है. कंपनियों के मूल्यांकन के आधार पर उसके शेयर का भाव बढ़ते या घटते रहता है. इन सबके बीच अगर कोई कंपनी सेबी के नियमों या बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की शर्तों के साथ कोई छेड़छाड़ करती है, तो उस कंपनी को लिस्ट से बाहर कर दिया जाता है.
शेयर से आपका क्या तात्पर्य है और यह कैसे काम करता है?
What do you mean by shares and how does it work?
एक शेयर को किसी कंपनी या वित्तीय परिसंपत्ति में ब्याज के स्वामित्व की इकाई के रूप में वर्णित किया जा सकता है। सरल शब्दों में, जब कोई व्यक्ति किसी कंपनी शेयर बाजार कैसे काम करता है के शेयरों का अधिग्रहण करता है, तो वे उस कंपनी के मालिक बन जाते हैं। ये शेयर जोखिम का एक तत्व लेकर चलते हैं लेकिन उच्चतम रिटर्न देते हैं।
उदाहरण के लिए: यदि किसी कंपनी के 10,000 शेयर बकाया हैं और किसी व्यक्ति ने उस कंपनी के 1,000 शेयर खरीदे हैं, तो यह माना जाएगा कि वह उस कंपनी की संपत्ति का 10% हिस्सा होगा। (1,000 / 10,000 = 10%)
ऐसे शेयरों के मालिकों को शेयरधारकों के रूप में जाना जाता है।
शेयर अपने धारकों को मुनाफे के समान वितरण के लिए, लाभांश के रूप में, यदि कोई हो, व्यापार संगठन द्वारा घोषित किए जाने के हकदार हैं। हालांकि, शेयर कंपनी के दिन-प्रतिदिन के परिचालन पर शेयरधारकों को कोई प्रत्यक्ष नियंत्रण प्रदान नहीं करते हैं।
निचे आप देख सकते हैं हमारे महत्वपूर्ण सर्विसेज जैसे कि फ़ूड लाइसेंस के लिए कैसे अप्लाई करें, ट्रेडमार्क रेजिस्ट्रशन के लिए कितना वक़्त लगता है और उद्योग आधार रेजिस्ट्रेशन का क्या प्रोसेस है .
कंपनी का मूल्य शेयर बाजार में उसके बाजार मूल्य के आधार पर मापा जाता है। एक ठोस, अच्छी तरह से प्रबंधित कंपनी अपने शेयर की कीमतों को उच्च रखने का एक अच्छा मौका है।
शेयर बाजार में शेयर जारी करने के लिए प्राथमिक कारण:
- नया वित्त बनाने या पूंजी जुटाने के लिए
- कंपनी के बाजार मूल्य का निर्धारण करें
- निवेशकों द्वारा शेयरों के व्यापार के लिए एक माध्यम की स्थापना करें
- कंपनी के व्यवसाय की रूपरेखा को बढ़ाएं।
शेयरों के प्रकार जारी किए गए:
आमतौर पर दो प्रकार के शेयर होते हैं जो कंपनी द्वारा जारी किए जाते हैं: साधारण या इक्विटी शेयर और वरीयता शेयर।
साधारण या इक्विटी शेयरों की विशेषताएं:
- यह शेयरधारकों को कंपनी की वार्षिक आम बैठक में वोट करने का अधिकार देता है
- इक्विटी शेयरों पर लाभांश की दर तय नहीं है और लाभ के स्तर के अनुसार भिन्न होती है
- वे शेयरधारकों को भुगतान किए जाने के बाद लाभांश और पूंजी के भुगतान के हकदार हैं
Features of Preference Shares:
- Preference shareholders do not have any voting rights.
- The rate of dividend on preference shares is fixed and receives fixed periodic interest income.
- They enjoy priority on payment of dividends over equity shareholders.
वरीयता शेयरों की विशेषताएं:
शेयर बाजार में शेयरों का कारोबार होता है; इसलिए, शेयरों को स्टॉक भी कहा जाता है। यह एक तरह का सट्टा कारोबार है।
शेयरों से निपटने में दो बुनियादी लेनदेन शामिल हैं- खरीदना और बेचना। इस तरह के शेयर पैसे बनाने के लिए स्टॉक एक्सचेंज में खरीदे और बेचे जा सकते थे।
मूल सिद्धांत इस अवधारणा में निहित है कि किसी को कम कीमत पर खरीदना चाहिए और अधिक कीमत पर बेचना चाहिए, दोनों के बीच के अंतर को वित्तीय लाभ कहा जाता है। शेयर बाजार बहुत कुछ एक नीलामी घर की तरह है जहां व्यापार किया जाता है, और कीमतों पर बातचीत की जाती है। सही निर्णय लेने के लिए व्यापार और निवेश को अनुशासित तरीके से किया जाना चाहिए।
प्रबंधन ने कंपनी को तोड़ने का फैसला किया है।
यदि कोई भी व्यक्ति कंपनी के शेयर खरीदने के लिए इच्छुक है, तो वे एक शेयर को रु। हैं खरीद सकते हैं। 100 / – या पांच शेयर रु। 500 / – रुपये मर्जी से।
अब, अगर कुछ समय बाद, जब शेयरों की कीमतों में वृद्धि होती है, तो यह मौद्रिक लाभ बनाने के लिए शेयरों को बेचने के लिए खरीदार की ओर से एक विवेकपूर्ण निर्णय होगा।
परंपरागत रूप से, ट्रेडिंग का उपयोग भौतिक शेयर प्रमाणपत्रों के माध्यम से किया जाता था, हालांकि, बदलते समय के साथ, इन दिनों, शेयर बाजार इलेक्ट्रॉनिक रूप से काम करता है।
शेयरों की खरीद और बिक्री या तो एक ऑनलाइन ब्रोकर, एक पारंपरिक स्टॉकब्रोकर या एक निवेश प्रबंधक से परामर्श के माध्यम से की जा सकती है।
जब कोई भी व्यक्ति किसी कंपनी के शेयर खरीदता है, तो उन्हें पैसे के बदले शेयर मिलते हैं जो वे कंपनी को देते हैं। अब, इन कंपनियों में दो प्रकार के लोग हो सकते हैं – एक व्यापारी या एक निवेशक।
ट्रेडर एक ऐसा व्यक्ति है जो अल्पकालिक लाभ के उद्देश्य से अपनी या किसी भी फर्म के शेयर खरीदता और बेचता है।
वह मूल्य पैटर्न, आपूर्ति और मांग सिद्धांत, और बाजार की भावनाओं का अध्ययन करेगा और फिर अपने पैसे को शेयरों में डाल देगा।
दूसरी ओर, एक निवेशक लंबी अवधि के मुनाफे के लिए शेयरों की खरीद और बिक्री में खुद को एक दलाल के माध्यम से संलग्न करता है।
वह कंपनी के नकदी प्रवाह और वित्तीय ताकत पर विचार करेगा और उसके आधार पर कंपनी के शेयर जो अच्छे मूल्य का प्रतिनिधित्व करेंगे, केवल उन्हीं शेयरों में वह निवेश करेगा।
अपना पैसा अच्छी तरह से लगाएं
शेयरधारकों द्वारा खरीदे गए और निवेश किए गए शेयरों का कारोबार कंपनियों द्वारा शेयर बाजार में किया जाता है। कई बाजार कारकों के आधार पर शेयरों की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है। सिर्फ एक कंपनी में शेयर रखना बहुत जोखिम भरा है। अगर वह कंपनी किसी कारण से मुसीबत में पड़ गई, तो हो सकता है कि उसका सारा पैसा खत्म हो जाए। निवेश घोटाले में फंसने से बचें और कभी भी उच्च और निम्न बेचने की गलती न करें।
उचित स्टॉक कंपनी के अनुसंधान करने और वित्तीय सलाह लेने के बाद सबसे अच्छा विकल्प बनाने के लिए व्यापारी और निवेशक की जिम्मेदारी है। अनुसंधान इस तरह का होना चाहिए ताकि जोखिम कारक कम हो और लाभ अधिक हो।
शेयर बाजार क्या है?शेयर मार्केट कैसे काम करता है? कैसे करें शेयर बाजार में निवेश ?
अगर शाब्दिक अर्थ में कहें तो शेयर बाजार किसी सूचीबद्ध कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने-बेचने की जगह है. शेयर का मतलब होता है हिस्सा. बाजार उस जगह को कहते हैं जहां आप खरीद-बिक्री कर सकें.
शेयर बाजार (Stock Market) किसी सूचीबद्ध कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने-बेचने की जगह है. भारत में बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) नाम के दो प्रमुख शेयर बाजार हैं.
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(Bombay Stock Exchange) (National Stock Exchange)
Sensex
बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और Sensex का निर्धारण BSE में लिस्टेड Top 30 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन (कंपनीयों का कुल मूल्य) के आधार पर किया जाता हैं|
अगर सेंसेक्स बढ़ता हैं तो इसका मतलब हैं कि BSE में रजिस्टर्ड ज्यादातर कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं|
Nifty क्या हैं?
Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और इसका निर्धारण NSE में लिस्टेड Top 50 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन आधार पर किया जाता हैं|
अगर Nifty बढ़ता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि NSE में रजिस्टर्ड कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं और अगर Nifty घटता हैं तो इसका अर्थ यह हैं कि NSE की कंपनियों ने बुरा प्रदर्शन किया हैं|
कोई कंपनी BSE/NSE में कैसे लिस्ट होती है?
शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्ट होने के लिए कंपनी को शेयर बाजार से लिखित समझौता करना पड़ता है. इसके बाद कंपनी पूंजी बाजार नियामक SEBI के पास अपने सभी जरूरी दस्तावेज जमा करती है. SEBI की जांच में सूचना सही होने और सभी शर्त के पूरा करते ही कंपनी BSE/NSE में लिस्ट हो जाती है.
स्टॉक बाजार या शेयर बाजार में बड़े रिटर्न की उम्मीद के साथ घरेलू के साथ-साथ विदेशी निवेशक (FII या FPI) भी काफी निवेश करते हैं.
स्टॉक मार्केट में होते हैं कई सेक्टर
स्टॉक मार्केट में अलग-अलग तरह के क्षेत्र होते हैं. ऑयल, रियल इस्टेट, बैंकिंग, कंज्यूमर गुड्स, मेटल, स्टील, पावर, संचार यह कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर निवेशक अपनी पसंद के अनुसार निवेश कर सकता है. अगर किसी निवेशक को अपनी पसंदीदा कंपनी चुननी है तो सबसे पहले उसे कंपनी के बारे में जानना होगा. बैलेंस सीट के साथ-साथ क्या है उस कंपनी का टर्नओवर उसके बारे में भी निवेशक को जानकारी हासिल करनी चाहिए.
शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव क्यों आता है?
किसी कंपनी के कामकाज, ऑर्डर मिलने या छिन जाने, नतीजे बेहतर रहने, मुनाफा बढ़ने/घटने जैसी जानकारियों के आधार पर उस कंपनी का मूल्यांकन होता है. चूंकि लिस्टेड कंपनी रोज कारोबार करती रहती है और उसकी स्थितियों में रोज कुछ न कुछ बदलाव होता है, इस मूल्यांकन के आधार पर मांग घटने-बढ़ने से उसके शेयरों की कीमतों में उतार-चढाव आता रहता है.
निवेश करते समय नए निवेशकों को शुरुआती दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. लेकिन जब वही निवेशक शेयर मार्केट को अच्छी तरह से समझने लगता है तब वह एक अनुभवी खिलाड़ी बन जाता है.
आप कैसे कर सकते हैं शेयर बाजार में निवेश की शुरूआत?
आपको सबसे पहले किसी ब्रोकर की मदद से डीमैट अकाउंट खुलवाना होगा. इसके बाद आपको डीमैट अकाउंट को अपने बैंक अकाउंट से लिंक करना होगा.
बैंक अकाउंट से आप अपने डीमैट अकाउंट में फंड ट्रांसफर कीजिये और ब्रोकर की वेबसाइट से खुद लॉग इन कर या उसे आर्डर देकर किसी कंपनी के शेयर खरीद लीजिये.
इस Account को आप बैंक से उसी प्रकार खोल सकते हैं जैसे आप किसी बैंक से सामान्य खाता खोलते हैं|
Demat और Trading Account खोलने के लिए आपको जिन डोक्यूमेंट्स की जरूरत होगी >>>
- PAN Card
- Address Proof
- Income Proof
- Cancel Cheque
- 2 Passport Size Photo
इसके बाद वह शेयर आपके डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर हो जायेंगे. आप जब चाहें उसे किसी कामकाजी दिन में ब्रोकर के माध्यम से ही बेच सकते हैं.निवेश करने वाले व्यक्ति के सामने यह पहला सवाल होगा कि निवेश कैसे किया जाए ? सबसे पहले ये तय करें कि आप जो भी निवेश करना चाह रहे हैं, उसकी आपको जरूरत कब है क्योंकि इससे आप लंबी और छोटी अवधि के शेयरों का चुनाव कर सकते हैं. निवेश करने के लिए आप जिस कंपनी का शेयर लेंगे उसके बारे में आप अच्छी तरह से जानकारी कर लें. इसके लिए आप सलाहकारों की मदद ले सकते हैं. यह जरूरी नहीं है कि आप एक ही कंपनी में निवेश करें. एक से अधिक कंपनियों में भी निवेश कर सकते हैं.