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शेयर बाजार को कैसे समझें?

शेयर बाजार को कैसे समझें?
लंबे समय के लिए पैसे लगाना ज्यादा लाभकारी है: शेयर बाजार में निवेश करते हुए कई अक्सर छोटे निवेशक पैसे लगाते हुए बहुत घबराते हैं. उन्हें बाजार के उतार-चढ़ाव में पैसे डूब जाने का खतरा रहता है. ऐसे में वे अक्सर बहुत थोड़े समय के लिए पैसे लगाते हैं. कई छोटे निवेशक तो सुबह पैसे लगाते हैं और शाम को बेच देते हैं. यह गलत है. यह आपको बड़ा मुनाफा कमाने में सबसे बड़ा रोड़ा है. अधिकांश छोटे निवेशक सुबह में शेयर खरीदते हैं और शाम तक उसकी बढ़ी हुई कीमत का लाभ लेकर उसे बेच देते हैं. इस तरह आप अपने निवेश पर छोटा लाभ जरूर कमा सकते हैं पर बड़े लाभ के लिए आपको निवेश की अवधि लंबी करनी करनी होगी.

'शेयर बाजार में गिरावट'

Stock Market Updates: ओएनजीसी, एमएंडएम, टेक महिंद्रा, नेस्ले इंडिया और बजाज फाइनेंस शुरुआती कारोबार में सबसे ज्यादा नुकसान में रहे. वहीं, टाटा स्टील, आयशर मोटर्स, सिप्ला, भारती एयरटेल और बीपीसीएल जैसी कंपनियों के शेयर आज के टॉप गेनर में शामिल रहे.

Stock Market Opening : दुनियाभर के अन्य बाजारों ने भी गुरुवार को गिरावट के संकेत दिए हैं. एसजीएक्स निफ्टी में 67 अंकों की गिरावट देखने को मिली है.

Sensex Opening Bell: निफ्टी पर कोल इंडिया, सिप्ला, शेयर बाजार को कैसे समझें? आयशर मोटर्स, ग्रासिम इंडस्ट्रीज और अल्ट्राटेक सीमेंट टॉप गेनर्स में रहे. वहीं, नेस्ले इंडिया, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, टेक महिंद्रा, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स आज गिरावट के साथ कारोबार करते दिखे.

Sensex-Nifty Today: आज के कारोबार के अंत में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 170.89 अंक यानी 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61,624.15 अंक पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी कारोबार के अंत में 20.55 अंक यानी 0.11 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 18,329.15 अंक था.

आज सुबह 11:20 बजे के करीब सेंसेक्स 0.18% के नुकसान के साथ 61,672.90 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है जबकि निफ्टी 0.07 फीसदी की गिरावट के साथ 18,45.25 पर कारोबार करता दिख रहा है. सेंसेक्स की कंपनियों में पावर ग्रिड, टाटा स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा और अल्ट्राटेक सीमेंट लाभ में थे.

बृहस्पतिवार की बात करें तो लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 420 अंक लुढ़ककर 61,000 अंक के नीचे बंद हुआ था. वैश्विक स्तर पर बिकवाली दबाव के बीच वाहन, वित्त और ऊर्जा कंपनियों में बिकवाली से बाजार नुकसान में रहा था.

Brezza ने बीते साल में बेची 8,032 यूनिट्स की तुलना में इस साल 9,941 यूनिट्स बेची हैं। वहीं बीते महीने बेची 15,445 यूनिट्स की तुलना में गिरावट दर्ज की है।

घरेलू शेयर बाजार में गुरुवार को लगातार पांचवे कारोबारी सत्र में तेजी दर्ज की गई और बीएसई सेंसेक्स 95.71 अंक शेयर बाजार को कैसे समझें? चढ़कर बंद हुआ. वैश्विक बाजारों में गिरावट के बावजूद सूचना प्रौद्योगिकी (IT) कंपनियों के शेयरों में कारोबार के अंतिम घंटे में लिवाली से बाजार में तेजी आई. रुपये में मजबूती से भी निवेशकों को समर्थन मिला.

कारोबार के दौरान 82.02 के उच्च स्तर और 82.37 के निचले स्तर को छुआ. कारोबार के अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव 82.30 प्रति डॉलर के मुकाबले सात पैसे की गिरावट के साथ 82.37 प्रति डॉलर पर बंद हुआ.

सेंसेक्स में टाइटन, पावर ग्रिड, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक और भारतीय स्टेट बैंक गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे.

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स

शेयर बाजार में निवेश करना और लाभ कमाना हर कोई चाहता है पर इसमें निवेश के नियमों और सावधानियों के बारे में सही जानकारी न होने के कारण अधिकांश या तो पैसे लगाते नहीं या लगाते भी हैं तो बहुत थोड़े वक्त के लिए. शेयर बाजार निवेशकों के लाभ कमाने की एक बहुत अच्छी जगह है पर निवेश करते हुए अगर कुछ सावधनियां अपनाई जाएं तो यह नुकसान के खतरे को दूर रखते हुए बहुत लाभकारी हो सकता है. यहां छोटे निवेशकों के लिए शेयर में निवेश के कुछ लाभकारी टिप्स दिए जा रहे हैं:

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लंबे समय के लिए पैसे लगाना ज्यादा लाभकारी है: शेयर बाजार में निवेश करते हुए कई अक्सर छोटे निवेशक पैसे लगाते हुए बहुत घबराते हैं. उन्हें बाजार के उतार-चढ़ाव में पैसे डूब जाने का खतरा रहता है. ऐसे में वे अक्सर बहुत थोड़े समय के लिए पैसे लगाते हैं. कई छोटे निवेशक तो सुबह पैसे लगाते हैं और शाम को बेच देते हैं. यह गलत है. यह आपको बड़ा मुनाफा कमाने में सबसे बड़ा रोड़ा है. अधिकांश छोटे निवेशक शेयर बाजार को कैसे समझें? सुबह में शेयर खरीदते हैं और शाम तक उसकी बढ़ी हुई कीमत का लाभ लेकर उसे बेच देते हैं. इस तरह आप अपने निवेश पर छोटा लाभ जरूर कमा सकते हैं पर बड़े लाभ के लिए आपको निवेश की अवधि लंबी करनी करनी होगी.

मि. गुप्ता ने 10 हजार की इंफोसिस और विप्रो की शेयर सोमवार सुबह खरीदी. शाम होते-होते शेयर की कीमत 14 हजार के करीब देखकर 4 हजार के लाभ के साथ बेच दिया. दूसरे दिन उन्होंने उस 14 हजार के शेयर खरीदे और शाम में 20 हजार पर बेच दिए. इसी तरह मि. गुप्ता अपने शेयर लाभ के साथ खुश थे. मिले हुए प्रॉफिट को भी शेयर में लगाकर वे उससे और भी ज्यादा प्रॉफिट कमा रहे थे. इसी तरह 7 दिनों में उन्होंने 10 हजार से एक लाख की राशि बनाई जिसे ज्यादा लाभ के लिए वापस शेयर में लगा दिया. अचानक शनिवार की शाम उन्हें शॉक दे गया, उनकी 1 लाख की पूंजी डूब चुकी थी. मि. गुप्ता रोज सुबह अपनी बढ़ी हुई रकम से कम मूल्य वाले शेयर खरीद लिया करते थे और शाम में जो भी लाभ मिलता वह उसे लाभ मानकर, उसे बेचकर फिर दूसरी कम कीमत की ज्यादा शेयर खरीद सकते थे. लेकिन उस दिन उनका गणित उल्टा पड़ गया. वास्तव में मि. गुप्ता को अपने शेयर को लंबे समय के लिए रखना चाहिए था. अगर ऐसा करते तो कंपनी की बढ़ती शेयर कीमतों के साथ उनके शेयर की कीमत भी बढ़ती. अगर बीच में कभी शेयर मूल्य गिरते भी तो भी कुछ बाद वे बढ़ भी जाते. इस तरह लंबे समय के लिए निवेश कर वे इस रोज-रोज के मानसिक व्यायाम से भी बच जाते और आज इस परेशानी में भी नहीं पड़ते.

वही पैसा लगाएं जिसका लंबे समय तक आपको काम न हो: कई बार देखा जाता है कि निवेशक अपने जरूरी खर्चों के लिए उपयोग की राशि को शेयर में लगा देते हैं. ऐसे में वे न तो इसे लंबे समय तक इसमें लगाकर रख सकते हैं और न ही इसमें होने वाले नुकसान को वहन कर सकते हैं. ऐसे निवेशकों के लिए शेयर में निवेश बहुत खतरे वाला सौदा होता है. अगर लाभ हुआ तब तो ठीक, पर नुकसान की स्थिति इनके लिए मानसिक और आर्थिक अशांति लाने वाला साबित होता है. इसलिए निवेशक कभी भी जरूरत के पैसों को न लगाएं. ऐसे पैसे लगाएं जिन्हें हानि-लाभ की चिंता न करते हुए आप बाजार में लगाकर रख सकें.

तुक्का न लगाएं, ट्रेडिंग कोई जुआ नहीं है: कई छोटे निवेशक शेयर को तुक्का का खेल समझते हैं, जबकि ठीक उलट शेयर एक रणनीति की मांग करता है. आप किस कंपनी का शेयर खरीद रहे हैं, उसकी मार्केट में स्थिति कैसी है, पिछले कुछ समय से उसकी शेयर बाजार में क्या शेयर बाजार को कैसे समझें? स्थिति रही है आदि की जानकारियां एक निवेशक को होनी चाहिए. सिर्फ कम कीमत देखकर जुए के खेल की तरह शेयर खरीदना और उससे लाभ की उम्मीद लगाना कुछ समय तक आपको लाभ दे सकता है. पर बाजार की अनदेखी और जानकारी के अभाव में ज्यादा दिन तक यह तुक्का कामयाब नहीं हो सकता. इसका नतीजा होगा शेयर निवेश में घाटा. अत: कभी भी शेयर खरीदने से पहले जिस कंपनी के शेयर खरीदने जा रहे हैं, बाजर में उसकी वर्तमान और पूर्व में उसके शेयरों की स्थिति का जरूर अध्ययन करें.

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जब ट्रेडिंग के लिए प्रोफेशनल हायर करें: कई निवेशक जानकारी या समय के अभाव में ट्रेडिंग के प्रोफेशनल्स की सुविधा लेते हैं. बाजार में बहुतायत ऐसे शेयर प्रोफेशनल्स मिल जाएंगे जो आपके पैसों को सही जगह निवेश करने की सेवा देते हैं और उसके बदले आप उन्हें कुछ फीस देते हैं. पर कई मामलों में देखा जाता है कि शेयर प्रोफेशनल्स निवेशकों की जानकारी और जागरुकता के अभाव में फायदा उठाते हैं. निवेशकों का पैसा वे अपने फायदे के लिए कई जगहों पर लगा देते हैं. निवेशक को जहां 1 लाख का लाभ होता, वहां वे केवल 40 हजार का लाभ दिखा देते हैं. इसलिए बहुत जरूरी है कि ट्रेडिंग प्रोफेशनल्स को हायर कर आप निश्चिंत न हो जाएं. वे आपका पैसा कहां लगा रहे हैं, जिस कंपनी में आपका निवेश कर रहे हैं वह कंपनी कैसी है, बाजार में उसकी स्थिति कैसी है, बाजार के वर्तमान हालात क्या हैं यह सब पता करते रहें. इस तरह वे आपसे झूठ नहीं बोल पाएंगे.

ये सब कुछ बहुत ही जरूरी तथ्य हैं जो हर निवेशक को ध्यान रखना चाहिए, खासकर छोटे निवेशकों को. पर इसके अलावे भी कई ऐसी बातें हैं जो शेयर निवेशकों के लिए अति आवश्यक हैं. जैसे: शेयर के कुछ प्रोफेशनल्स टर्म्स की आपको जानकारी होनी चाहिए. शेयर बाजार आधार क्या है, यह कैसे काम करता है? शेयरों की खरीद-बिक्री के कुछ आधिकारिक नियम, बैलेंस-शीट देखने की प्रक्रिया आदि शेयर बाजार को कैसे समझें? की शेयर बाजार को कैसे समझें? जानकारी निवेशकों को रखनी चाहिए.

Investment Tips: शेयर मार्केट से करोड़पति कैसे बनें? आपका भी है यही सवाल? ये 7 जवाब

अमित कुमार दुबे

पैसा कमाना हर किसी को अच्छा लगता है. कहा जाता है कि शेयर बाजार में बहुत पैसा है. कुछ लोगों को उदाहरण दिया जाता है कि इन्होंने महज 5000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी, और आज शेयर बाजार से करोड़ों रुपये बना रहे हैं. आखिर उनकी सफलता का राज क्या है, आज हम आपको बताएंगे? (Photo: Getty Images)

How can I earn 1 crore easily

दरअसल, आप भी कुछ आसान टिप्स को फॉलो कर शेयर बाजार से पैसे बना सकते हैं. शेयर बाजार में कुछ बातों का ध्यान रखकर आप लखपति से करोड़पति बन सकते हैं. लेकिन अक्सर लोग पैसे बनाने की होड़ में नियम और रिस्क को भूल जाते हैं, या फिर कहें जानबूझकर नजरअंदाज कर देते हैं. और फिर उनकी उनकी शिकायत होती है कि शेयर बाजार से बड़ा नुकसान हो गया. (Photo: Getty Images)

Major Reasons Retail Investors Lose Money in the Stock

यह भी एक कड़वी सच्चाई है कि शेयर बाजार से 90 फीसदी शेयर बाजार को कैसे समझें? से ज्यादा रिटेलर पैसा नहीं बना पाते हैं, हर रिटेल निवेशक को शेयर बाजार में कदम रखने से पहले इसे आंकड़े को ध्यान में रखना चाहिए. लेकिन एक इसमें एक अच्छी बात यह है कि 10 फीसदी रिटेल निवेशक पैसे बनाने में सफल रहते हैं. क्योंकि वे नियमों को फॉलो करते हैं. (Photo: Getty Images)

शुरुआत कैसे करें:

अब आइए आपको बताते हैं कि शेयर बाजार के आप कैसे करोड़पति बन सकते हैं.

1. शुरुआत कैसे करें: शेयर बाजार में निवेश से पहले ये जानने की कोशिश करें कि शेयर बाजार क्या है? शेयर बाजार कैसे काम करता है? लोगों को शेयर बाजार से कैसे कमाई होती है? क्योंकि शेयर बाजार कोई पैसे बनाने की मशीन नहीं है. डिजिटल के इस दौर में आप घर शेयर बाजार को कैसे समझें? बैठे ऑनलाइन इस बारे में जानकारी जुटा सकते हैं. इसके अलावा आप इस मामले में वित्तीय सलाहकार की मदद ले सकते हैं. जो आपको शुरुआत में सही दिशा बताएंगे.

छोटी रकम से करें निवेश की शुरुआत


2. छोटी रकम से करें निवेश की शुरुआत: ये जरूरी नहीं है कि शेयर बाजार में निवेश के लिए बड़ी रकम होनी चाहिए. अधिकतर लोग यही गलती करते हैं. अपनी पूरी जमापूंजी शेयर बाजार में लगा देते हैं. फिर बाजार में उतार-चढ़ाव को झेल नहीं पाते हैं. आप छोटी रकम यानी महज 5 रुपये से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. (Photo: Getty Images)

टॉप कंपनियों को चुनें

3. टॉप कंपनियों को चुनें: शुरुआत में बहुत ज्यादा रिटर्न पर फोकस करने से बचें. क्योंकि बहुत ज्यादा रिटर्न के चक्कर में लोग उन कंपनियों स्टॉक्स में पैसे लगा देते हैं, जो फंडामेंटली मजबूत नहीं होते हैं, और फिर फंस जाते हैं. इसलिए निवेश की शुरुआत अक्सर लार्ज कैप कंपनियों से करें. जो फंडामेंटली मजबूत हो. जब आपको कुछ साल का अनुभव हो जाएगा तो फिर थोड़ा रिस्क ले सकते हैं.

 निवेशित रहने की जरूरत

4. निवेशित रहने की जरूरत: जब आप छोटी रकम से निवेश की शुरुआत करेंगे, तो फिर हर महीने निवेश को बढ़ाते रहें. अपने पोर्टफोलियो को संतुलित बनाकर रखें. जब आप लगातार कुछ साल तक बाजार में निवेशित रहेंगे तो फिर आप लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. अक्सर बाजार में लंबे समय के निवेशित रहने वालों का फायदा होता है. (Photo: Getty Images)

पैनी स्टॉक्स से रहें दूर

5. पैनी स्टॉक्स से रहें दूर: रिटेल निवेशक अक्सर सस्ते स्टॉक्स पर फोकस करते हैं. 10-15 रुपये वाले स्टॉक्स को अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर लेते हैं और फिर गिरावट में घबरा जाते हैं. उन्हें लगता है कि सस्ते शेयर में कम निवेश कर ज्यादा कमाया जा सकता है. लेकिन ये सोच गलत है. स्टॉक्स का चयन हमेशा कंपनी की ग्रोथ को देखकर करें. उसी कंपनी में निवेश करें, जिसका बिजनेस अच्छा हो और उस बिजनेस को चलाने वाला मैनेजमेंट अच्छा हो.

 गिरावट में घबराएं नहीं

6. गिरावट में घबराएं नहीं: शेयर बाजार में जब भी गिरावट आए, तो अपने निवेश को बढ़ाने बढ़ाएं. अक्सर रिटेल निवेशक को जब तक कमाई होती है, तब तक वो निवेश में बने रहते हैं. लेकिन जैसे से बाजार में गिरावट का दौर चलता है, रिटेल निवेशक घबराने लगते हैं, और फिर बड़े नुकसान के डर से शेयर सस्ते में बेच देते हैं. जबकि बड़े निवेशकर खरीदारी के लिए गिरावट का इंतजार करते हैं. (Photo: Getty Images)

 कमाई का कुछ हिस्सा करें सुरक्षित निवेश


7. कमाई का कुछ हिस्सा करें सुरक्षित निवेश: शेयर बाजार से होने वाली कमाई के कुछ हिस्से को सुरक्षित निवेश के तौर पर दूसरे जगह पर भी लगाएं. इसके अलावा अपने मुनाफे को बीच-बीच में कैश करते हैं. सबसे अहम और हर रिटेल निवेशक के जरूरी बात यह है कि वे बिना जानकारी शेयर बाजार से दूर रहें, और निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें. देश के बड़े निवेशकों को फॉलो करें, उनकी बातों को गंभीरता से लें. (Photo: Getty Images)

Share Market Kya Hai ( शे यर मार्केट की abcd)

अक्सर हम शेअर मार्केट की बाते पढते है, सुनते है पर असल मे शेअर मार्केट कैसे काम करता है | लोग इससे कैसे पैसे कमाते है यह सब बहोतसे लोगो को नहीं पता होता शेअर मार्केट का गणित कैसे चलता है | इसलिए आज हम शेअर मार्केट के बारे मे कुछ बाते यहा समजने की कोशिश करेंगे की आखिर शेअर मार्केट कैसे काम करता है |

शेअर मार्केट का गणित

शेअर मार्केट का गणित:

शेअर मार्केट यांनी ऐसा मार्केट जहा पर अलग-अलग कंपनी के शेअर बेचे जाते है या खरिदे जाते है| शेअर मार्केट मे कुछ लोग अच्छा पैसा कमा पाते है तो कुछ लोग सारा पैसा गवा देते है | Share यांनी कंपनी का एक छोटासा हिस्सा होता है जो की बेचा और खरिदा जाता है| एक कंपनी का Share खरिदना मतलब उस कंपनी मे हिस्सेदार बन जाना| अगर कंपनी को मुनाफा होता है और अगर आपने उस कंपनी के share खरिद कर रखे है तो मुनाफे का हिस्सा आपको भी मिलता रहेगा और अगर कंपनी को घाटा हुआ तो आपको भी घाटा होगा|

शेअर मार्केट शेयर बाजार को कैसे समझें? मे शुरुवात कहा से करे :

शेअर मार्केट मे Invest करने के लिये आपको Demat Account निकालना जरुरी है| बिना Demat Account के आप शेअर को बेंच या खरिद नहीं सकते |

डिमेट अकाऊंट क्या होता है:

जैसे हम पैसे रखने के लिए Bank मे Saving Account निकालते है वैसे ही हमे खरिदे हुये शेअर को रखने के लिये Demat Account की जरुरत होती है|

डिमेट अकाऊंट कहा से निकाला जाता है? :

आप दो जगह से Demat Account खोल सकते हैं| एक तो आप सीधे बॅक मे ही खोल सकते हैं या तो किसी Broker House से खोल सकते हैं| जादातर लोग Broker से ही Demat Account खुलवा लेते है क्यो की Broker आपको Share खरिदने और बेचने मे कम चार्ज लेता शेयर बाजार को कैसे समझें? है और उनके जादा फायदे भी आपको मिलते है | वैसे तो बहोत सारे Broker आपको Demat अकाऊंट खुलवाके देते है जैसे Zerodha, Angle Broking, Motilal Oswal..आजकल तो आप घर बैठे ही आपका Demat अकाऊंट चुटकीयो मे खोल सकते है इसके लिए आपको निचे दिये गये चीजो की जरुरत पडेगी|

आजकल E-KYC के जरिये आप आसानी से घर बैठे अपना अकाऊंट खोल सकते हैं| अगर Broker के यहा आप अपना अकाऊंट खोलते है तो आप उनके दिये गये Application की मदत से मोबाईल मे भी Share को बेच या खरिद सकते हैं|

कहा से खरिदे और बेचे ?

NSE और BSE माने तो शेअर बेचनेवाली दो दुकाने है जहाँ से आप शेअर खरिद सकते हैं| जो जो कंपनीया इस दो Exchange मे रजिस्टर की गई है उस कंपनी के शेअर आप खरिद और बेंच सकते हैं| हमारे जो Broker होते है वो Stock Exchange के सदस्य होते है| बीना Stock Exchange के हम सीधे शेअर मार्केट से शेअर नहीं खरिद सकते| ये सभी securities and exchange Board of India (SEBI) के अंडर मे आता है इसलिए धोकाधाडी का खतरा ना के बराबर रहता है|

शेयर मार्केट को कैसे समझें:

शेअर मार्केट मे तभी उतरे जब आपको उसका अच्छे से ज्ञान हो नहीं तो ना उतरे क्यो की बीना शेअर मार्केट के जानकारी के आप अपना सारा पैसा गवा सकते हैं| शेअर मार्केट को समझने के लिये आप Economic Times, Money Control जैसी वेबसाईट को रोज पढा करे Zee business, CNBC Awaaz जैसे चॅनेल देखा करे | बडे बडे इनवेस्टर और Economist के Interview देखा करें | इससे आपको जादातर अंदाजा आ जायेगे की शेअर मार्केट दरसल कैसे काम करता है|

कौनसा शेअर खरिदे कौनसा बेचे:

ऐसा कोई रुल नहीं है की आप किसी कंपनी का शेअर खरिदे अथवा बेचे आप कौनसे भी कंपनी के शेअर ले अथवा ना ले| शेअर खरिदते वक्त आपको बहोत सारे बातो का ध्यान रखना होता है|

ऐसी बहुत सारी कंपनीया होती है जो हप्ते मे आपका पैसा कई गुना कर देती है पर ऐसी Froud कंपनीयो से सावधान ही रहे ये कब NSE और BSE से डिलिस्ट कर दिये जाये आपको पता भी नहीं लगेगा| अगर आप शेअर मार्केट मे नये निवेशक है तो आप 'निफ्टी 50 इंडेक्स' मे जो '50 कंपनीया' है उसमे ही जादातर पैसा डाले क्यो की 'निफ्टी 50' के '50 कंपनीया' सर्वश्रेष्ट '50' कंपनीया मानी जाती है| अगर आपको ठिक-ठाक जानकारी है तो ही आप मिडकॅप और स्माॅलकॅप की कंपनीयो मे निवेश कर सकते हैं|

शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं:

अगर शेयर बाजार को कैसे समझें? आप शेयर मार्केट में पैसे लगाने कि सोच हि रहे हैं तो पहले आप अच्छे से शेयर मार्केट को समझने तक एक छोटीसी राशी ही डाले जब आपको उसमें अनुभव बढ़ेगा वैसे वैसे आपको मार्केट कि गतविधीयों का पता चलता जायेगा। शुरवात में आप ज्यादातर लार्ज कैप या निफ्टी 50 में शामिल कंपनियों पर फोकस करें क्योंकी उसमें ज्यादा रिस्क नहीं होता।

share market se daily paise kaise kamaye:

अगर आपको शेअर मार्केट से रोज इनकम करनी हो हैं यह पहले दिन से नहीं होगा इसके लिये आपको शेयर बाजार को वक्त देना होगा बहुतसी चीजें सिखनी होगी इससे आपको जैसे जैसे एक्सपिरियंस बढ़ेगा वैसे वैसे आपका काॅन्फिडंस बढ़ेगा। आप शुरवात में पेपर ट्रेंडिंग करके प्रेक्टिस करें जब आपको यकिन हो जाये कि आपकी स्टेटर्जी से आपको फायदा हो रहा है तब आप रियल स्टाॅक ट्रेडिंग करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

Q: शेयर मार्किट क्या है?
Ans: यह एक ऐसी जगह हैं जहां कंपनी शेयरों को बेचा और खरिदा जाता हैं।
Q: शेयर मार्केट में पैसा लगाने के लिये क्या आवश्यक हैं?
Ans: इसके लिये आपको Demat Account कि आवश्यकता हैं।
Q: शेअर मार्केट कहा कहा से सिख सकते हैं?
Ans: इसे हम क्लासेस, किसी एक्सपर्ट, खुद से या सेल्फ लर्निंग से भी सिख सकते हैं।

जानिए पहचानिए स्टॉक मार्किट को और कमाइए अपनी सुझबुझ से

शेयर मार्किट में कैसे करें निवेश, कमाइए पैसा जी भर के यदि आपमे है कुछ सिखने की इच्छा

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यह तो सभी को मालूम है कि किसी भी बाजार में अगर मांग के मुकाबले आपूर्ति ज्यादा है तो कीमत गिरेगी। अगर इसका उल्टा आपूर्ति कम है तो कीमत बढ़ेगी। लेकिन शेयर बाजार और आलू-प्याज मार्केट में एक महत्वपूर्ण अंतर भी है। आप आलू-प्याज को एक उपभोक्ता यानी एंड यूजर के तौर पर खरीदते हैं, न कि एक ट्रेडर के तौर पर। (हमारे जो पाठक आलू-प्याज के ट्रेडर हैं, वे इस उदाहरण को खरीद-फरोख्त की जाने वाली किसी दूसरी वस्तु मसलन जमीन, फ्लैट या सोने-चांदी के संदर्भ में समझ सकते हैं) लेकिन जब आप कोई शेयर खरीदते हैं तो शेयर बाजार को कैसे समझें? आप यूजर नहीं बल्कि ट्रेडर हो जाते हैं क्योंकि शेयर खरीदने का एक ही मकसद होता है, उसे बेचकर मुनाफा कमाना।

दरअसल यहीं शेयर बाजार दूसरे बाजारों के मुकाबले अलग और अनोखा है। यहां हर सौदे में दो ट्रेडर आमने-सामने होते हैं। वे एक दूसरे को न जानते हैं, न पहचानते हैं फिर भी एक बेचता है तो दूसरा खरीदता है। इसे एक और सरल उदाहरण से समझिए। माना कि आपने 520 रुपए के भाव पर टाटा स्टील के 100 शेयर खरीदे। जाहिर सी बात है कि ये शेयर किसी ने बेचे तभी आप इन्हें खरीद पाए। अब जरा सोचिए कि जब आपको लगा कि 520 रुपए में टाटा स्टील का शेयर खरीद लेना चाहिए क्योंकि इसकी कीमत में उछाल आने के आसार हैं। ठीक तभी किसी दूसरे शख्स इस नतीजे पर पहुंचा कि उसके डि-मैट अकाउंट में टाटा स्टील के जो शेयर हैं, उन्हें बेच देना चाहिए क्योंकि इसकी कीमत गिरनेवाली है। उसने बेचने का ऑर्डर दिया, आपने खरीदने का ऑर्डर दिया और ट्रेड हो गया। इस प्रकार एक दूसरे के धुर विपरीत सोच वाले दो ट्रेडर्स जब स्टॉक एक्सचेंज के प्लेटफॉर्म एक समय में आमने-सामने होते हैं तभी कोई सौदा होता है। इसी को शेयर बाजार का ‘जीरो सम गेम’ कहते हैं। यानी टाटा स्टील के जो 100 शेयर कल तक उस शख्स के पास थे, वो अब आपके पास हैं, अगर आने वाले दिनों में वे शेयर चढ़ते हैं तो इसका मतलब है कि आपकी ट्रेडिंग सफल रही, अगर यह शेयर गिरता है, बेचने वाले का आकलन सही साबित होगा।

संवेदनशील बाजार में कैसे समझें कि कौन शेयर गिरेगा और कौन चढ़ेगा

अब आपके मन में यह सवाल उठ सकता है कि इतनी कशमकश के बीच कैसे तय किया जाए कि कौन सा शेयर उठ सकता है और कौन सा गिरने वाला है। इस सवाल का कोई सीधा जवाब न है, न हो सकता है। क्योंकि शेयर बाजार एक जटिल, व्यापक और संवेदनशील मशीन की तरह काम करता है। इसे प्रभावित करने वाले तत्वों की कतार बहुत लंबी है। माइक्रो से लेकर मैक्रो तक यानी किसी छोटी सी कंपनी के वार्षिक नतीजों से लेकर आम चुनाव के परिणाम तक कोई भी चीज स्टॉक की कीमत में बड़ा उलटफेर कर सकती है। विनिवेश से लेकर अधिग्रहण तक कोई भी खबर किसी शेयर की कीमत में तूफान खड़ा कर सकती है। कई बार तो कोई बड़ी वजह नहीं होती है फिर भी शेयर बाजार में भूचाल आ जाता है। जैसा कि रेल बजट वाले दिन हुआ। रेल बजट ने बाजार को निराश तो कतई नहीं किया। फिर भी शेयर बाजार में दस महीनों की सबसे भयानक गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी 160 प्वाइंट फिसल गया। इसकी दो बड़ी वजहें मानी गईं- पहली-मुनाफावसूली हुई, दूसरी-बाजार बहुत चढ़ गया था, इसलिए उसमें करेक्शन हुआ, बड़े बड़े शेयर औंधे मुंह गिरे। दिलचस्प है कि इतनी बड़ी गिरावट डाउनट्रेंड मार्केट में नहीं बल्कि अपट्रेंड मार्केट में आई। कहने का मतलब यह कि शेयर बाजार को किसी एक फॉर्मूले से साधा नहीं जा सकता है। हो सकता है कि आपने जिस फैक्टर को कम करके आंका, वही सबसे पावरफुल साबित हो।

समय के साथ बदलें रणनीति
शेयर मार्किट एक ऐसा युद्ध है जिसमें समय के साथ रणभूमि और रणनीति दोनों बदलनी पड़ती है। यहां कुछ भी फिक्स्ड नहीं है। आप ट्रेडिंग टर्मिनल को देखेंगे तो महसूस करेंगे कि हर पल बाजार की हलचल के हिसाब से भावों में उसी तरह उतार-चढ़ाव होता है, जैसे सागर की लहरों में। इसके बावजूद कुछ लोग दावा करते हैं कि उनके पास शेयरों की अचूक भविष्यवाणी करने की शक्तिहै। लेकिन ऐसी भविष्यवाणियों पर आंखमूंद कर भरोसा करना खुद को ठगने जैसा है।

टिप्सों पर आंखमूंद कर न करें यकीन

फीस लेकर टिप्स देने वाली एजेंसियां इस संवेदनशील शेयर बाजार के बारे में यह दावा करती हैं कि उसके ट्रेडिंग टिप्स कभी फेल नहीं होते हैं, तो वे एक तरह से भोले-भाले निवेशकों को झांसा दे रही होती हैं। क्योंकि अनिश्चितता तो शेयर बाजार की धड़कन है। इसलिए नए निवेशकों को सलो शेयर बाजार में फायदे और नुकसान का गणित समझने से पहले यह जानना जरूरी है कि आखिर इस बाजार में कारोबार होता कैसे है? बुनियादी तौर पर देखा जाए तो शेयर बाजार और आलू-प्याज के मार्केट में कहने के लिए कोई खास फर्क नहीं है। दोनों मांग और आपूर्ति के सिद्धांत पर चलते हैं। लेकिन शेयर बाजार की प्रकृति अन्य बाजारों से अलग है। कैसे, आइए समझते हैं ।

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