क्रिप्टो करेंसी क्या है व इसकी पूरी जानकारी

FAQ’s Crypto currency Bill 2021-22
क्रिप्टो करेंसी क्या है और कैसे काम करती है?
“क्रिप्टो करेंसी” एक ऐसा शब्द है जिसके बारे में आजकल हर जगह चर्चा हो रही है। आपने भी जरुर इसके बारे में सुना होगा, या हो सकता है आपने भी इसमें निवेश किया हो। भारत में अब तक 1 करोड़ से भी अधिक लोग क्रिप्टो करेंसी पर निवेश कर चुके हैं। यह बहुत चर्चित विषय है लेकिन आज भी कई लोग इस बारे में नही जानते हैं, यहाँ तक की जो लोग इसमें निवेशित हैं उनमे से भी कई लोगो को इसकी सही जानकारी नही है। क्रिप्टो करेंसी क्या है? क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है? इसके फायदे और नुकसान क्या है? इनके बारे में हमें पता होना चाहिए इसलिए आज हम इस आर्टिकल में इन बिन्दुओं पर विस्तार से आपको जानकारी देने वाले हैं।
क्रिप्टो करेंसी क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है जो की कंप्यूटर एल्गोरिथम के द्वारा बनायी गयी है। इसे ट्रेडिंग, इन्वेस्टमेंट और लेन-देन के लिए ऑनलाइन उपयोग किया जाता है। इस करेंसी का मुद्रण नही किया जाता लेकिन आप इसे रूपये के बदले खरीद सकते हैं और ऑनलाइन वॉलेट में रख सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से decentralized है यानि इस पर किसी भी देश की सरकार का नियंत्रण नही है। यह block chain टेक्नोलॉजी पर आधारित है जहाँ सुरक्षित तरीके से लेन-देन के लिए cryptography और एन्क्रिप्शन का उपयोग किया जाता है।
क्रिप्टोकरेंसी दो शब्दों से मिलकर बना है जहाँ क्रिप्टो शब्द का अर्थ होता छुपा हुआ या गुप्त, और करेंसी का मतलब है मुद्रा। यानी Cryptocurrency का मतलब छुपा हुआ पैसा है जिसे आप क्रिप्टो करेंसी क्या है व इसकी पूरी जानकारी छू नही सकते देख नही सकते लेकिन ऑनलाइन रख सकते हैं और इसका उपयोग कर सकते हैं।
क्रिप्टो करेंसी कैसे काम करती है?
Cryptocurrency कैसे काम करता है यह समझना थोडा जटिल है लेकिन हम कोशिश करते हैं की आपको इसके काम करने का तरीका समझ आ जाए। इसे समझने के लिए आपको निचे दिए गये बिन्दुओं पर गौर करें:
- क्रिप्टो करेंसी को खरीदने-बेचने और लेन-देन करने के लिए मोबाइल app या software का उपयोग किया जाता है जिसे क्रिप्टो करेंसी वॉलेट कहते हैं (जैसे: Wazirx, CoinDCX, Binance आदि)।
- इस टेक्नोलॉजी में transaction की security का विशेष ध्यान रखा जाता है और इसके लिए cryptography और कंप्यूटर एल्गोरिथम का उपयोग किया जाता है।
- हर एक transaction का रिकॉर्ड रखा जाता है और इस काम के लिए Blockchain का उपयोग होता है जहाँ कुछ व्यक्ति और powerful computers के द्वारा जांच और निगरानी की जाती है इस काम को crypto mining कहा जाता है।
- Crypto mining करने वाले व्यक्ति को माइनर कहा जाता है जिसका काम transactions को validate करना होता है।
- क्रिप्टो माइनर को validation के लिए complex mathematical problems को solve करना होता है जिसके बाद वह transaction पूरा हो जाता है और blockchain में दर्ज हो जाता है। इस काम के बदले में माइनर को reward के रूप में कुछ coins दिए जाते हैं।
Cryptocurrency के प्रकार
मार्केट में हजारों क्रिप्टो करेंसी मौजूद हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है, हर दिन नए-नए coins लांच होते जा रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में क्रिप्टो कॉइन बनने का सबसे बड़ा कारण है ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का open source होना। इस टेक्नोलॉजी का उपयोग कोई भी डेवलपर कर सकता है और उसके source code का उपयोग कर कुछ नया बना सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार
वैसे तो इनकी संख्या हजारो में है लेकिन इन्हें आप मुख्य रूप से दो भागों में बाँट सकते हैं:
बिटकॉइन को पहला क्रिप्टो करेंसी माना जाता है और बिटकॉइन के अलावा जितने भी क्रिप्टो करेंसी हैं उन्हें ऑल्टकॉइन (Altcoin) कहा जाता है जिसका मतलब है alternative coin.
मार्किट कैप के अनुसार कुछ बड़े और प्रसिद्ध क्रिप्टो करेंसी के नाम:
- Bitcoin (BTC)
- Ethereum (ETH)
- Binance Coin (BNB)
- Tether (USDT)
- Solana (SOL)
- Cardano (ADA)
- USD Coin (USDC)
- XRP (XRP)
- Polkadot (DOT)
- Terra (LUNA)
- Dogecoin (DOGE)
Cryptocurrency Market क्या है?
क्रिप्टो मार्केट एक ऐसा स्थान है जहाँ क्रिप्टो करेंसी खरीदी और बेची जाती है। यहाँ पर लोग क्रिप्टो एक्सचेंज के माध्यम से किसी क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग कर सकते हैं।
जब एक्सचेंज की बात आती है तो अन्य वित्तीय बाजारों की तरह क्रिप्टो में भी एक्सचेंज होते हैं। अन्य वित्तीय बाजार जैसे शेयर मार्केट, कमोडिटी आदि के एक्सचेंज सरकार की देखरेख में काम करते हैं। जबकि क्रिप्टो एक्सचेंज की देखरेख किसी भी सरकार के द्वारा नही किया जाता। यहाँ पर क्रिप्टो एक्सचेंज भी कोई एक नही बल्कि कई सारे हैं और आप किसी भी एक्सचेंज से क्रिप्टो खरीद सकते हैं इसके लिए उस एक्सचेंज में आपको अपना रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है।
कुछ popular Crypto Exchanges के नाम:
- Binance
- Coinbase Exchange
- Crypto.com
- Huobi Global
- WazirX
- CoinDCX
- Zebpay
- CoinSwitch Kuber
भारत में WazirX, CoinDCX और CoinSwitch Kuber प्रसिद्ध क्रिप्टो एक्सचेंज हैं जहाँ से आप क्रिप्टो कॉइन खरीद और बेच सकते हैं। ऊपर दिए गये popular cryptocurrencies के अलावा अलग-अलग एक्सचेंज पर अलग-अलग प्रकार के कॉइन भी हो सकते हैं।
क्रिप्टो करेंसी कहाँ से खरीदें?
भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए कई सारे वेबसाइट और apps उपलब्ध हैं। जैसा की हमने ऊपर आपको भारत के popular exchanges के बारे में बताया, आप उनमे से किसी भी platform पर अपना अकाउंट बना सकते हैं और पैसे deposit करके अपनी मनचाही क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं।
भारत में क्रिप्टो करेंसी खरीदें के लिए best platforms कुछ इस प्रकार हैं:
- CoinDCX
- WazirX
- CoinSwitch Kuber
आप इनमे से किसी भी वेबसाइट पर पहले अपना अकाउंट बना लें फिर आप चाहें तो अपने मोबाइल से या कंप्यूटर से crypto trading कर सकते हैं या investment कर सकते हैं ।
क्रिप्टो करेंसी के फायदे
यदि आप क्रिप्टो करेंसी का उपयोग करते हैं तो आपको इसके कई सारे फायदे मिलेंगे। आप इसे रूपये के बदले में भी उपयोग कर सकते हैं, ऑनलाइन शौपिंग कर सकते हैं, विदेशों में पैसे भेज सकते हैं। इसके अलावा और भी कई फायदे हैं।
आइये क्रिप्टो करेंसी के लाभ के बारे में जानते हैं:
- ऑनलाइन वालेट के जरिये इसका उपयोग करना आसान है।
- Transaction सेटलमेंट में देरी नही होती।
- इसमें सुरक्षा का विशेष रूप से ध्यान रखा जाता है।
- देश-विदेश कहीं भी उपयोग कर सकते हैं।
- देश की महंगाई दर का इसपर कोई असर नही पड़ता है।
- प्राइवेट लेन-देन के लिए बहुत ही उपयोगी है।
- 24 घंटे और हर दिन आप इसपर ट्रेडिंग कर सकते हैं।
- इसे investment के लिए भी उपयोग कर सकते हैं।
अगर आप ट्रेडिंग करते हैं तो क्रिप्टो करेंसी पर ट्रेड करके भी आप अच्छा मुनाफा कमा सकते क्रिप्टो करेंसी क्या है व इसकी पूरी जानकारी हैं और सबसे ख़ास बात यह है की इसकी मार्केट कभी बंद नही होती यह 24 घंटे और 365 दिन हमेशा चलती रहती है।
क्रिप्टो करेंसी के नुकसान
हर टेक्नोलॉजी के फायदे के साथ उनके कुछ नुकसान या कमियां जरुर होती हैं। क्रिप्टो करेंसी में भी कुछ ऐसी कमियां हैं जिनकी वजह से यह विवादों में बनी रहती हैं। आइये क्रिप्टो करेंसी के नुकसान और उनकी कुछ कमियों के बारे में जानते हैं:
- इसका किसी भी सरकार के द्वारा नियंत्रण नही है।
- इसके दाम में बहुत उतार-चढाव आते हैं इसलिए इसमें निवेश करना जोखिम से भरा है।
- यदि आप कोई गलत transaction कर लेते हैं तो आप अपने पैसे वापस नही ला सकते।
- इसका transaction एन्क्रिप्टेड होता है जिसकी वजह से इसका गलत कामो में उपयोग किया जा सकता है।
- वैसे तो इसकी ब्लाकचैन सिक्यूरिटी बहुत मजबूत है लेकिन हैकिंग के खतरे को नजरंदाज़ नही किया जा सकता।
- लेन-देन सिर्फ दो लोगों के बीच होता है जो की गुप्त होता है और इसलिए इसे गैरकानूनी काम में उपयोग किया जा सकता है।
इन सभी कमियों की वजह से हर देश की सरकारें इसके नियंत्रण के लिए कुछ न कुछ उपाय निकालने का प्रयास करती रहती हैं।
Cryptocuurency और Bitcoin क्या है | और कैसे काम करती हैं जाने पूरी जानकारी 2022 में ?
एक वक्त होता था जब किसी भी वस्तु को खरीदने के लिए हम आपस में वस्तुओं का लेनदेन करते थे और फिर धीरे-धीरे नोटों और सिक्के अस्तित्व में आए । और इससे लेनदेन के तरीके में पूरी तरह से बदलाव देखने को मिला । और उसी बीच एक डिजिटल मुद्रा पैदा हुई जोकि Cryptocuurency क्रिप्टो करेंसी के नाम से जाने जाती है । यह पूरी तरह से डिजिटल करंसी होती है और इसका निर्माण भी डिजिटल तरीके से ही किया जाता है हम आगे विस्तार में आपको बताएंगे कि क्रिप्टो करेंसी क्या है और यह कैसे काम करती है दोस्तों अगर आप इस लेख में पढ़ने में इंटरेस्टेड हो तो इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।
Table of Contents
Cryptocuurency क्या है ?
क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी मुद्रा होती है जो डिजिटल करेंसी के नाम से जानी जाती है और इसे ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित होती है । और इसका निर्माण डिजिटल तरीके से ही किया जाता है वैसे तो क्रिप्टोकरंसी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो चुकी है और आज हर कोई इनके बारे में जानना चाहता है और इनमें इन्वेस्ट करना चाहता है ।
बिटकॉइन क्या है ?
बिटकॉइन Cryptocuurency क्रिप्टोकरंसी ग्लोबल की पहली विकेंद्रित करेंसी है जो पूरी दुनिया के लिए बनाई गई है इसका उपयोग 2009 से करते आ रहे हैं यह एक डिजिटल करेंसी है और इसका उपयोग करना भी बहुत आसान है इसकी सहायता से एक व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को कहीं भी बिना किसी थर्ड पार्टी और बैंक की मदद से पैसे भेजने में बहुत आसानी होती है और इस का उपयोग बहुत अधिक मात्रा में लोग कर रहे हैं क्योंकि यह एक अच्छा रिटर्न भी दे रही है क्रिप्टो करेंसी से लोगों ने बहुत पैसा कमाया है ।
बिटकॉइन की शुरुआत ?
जैसा कि आप लोग जानते हैं बिटकॉइन एक प्रसिद्ध Cryptocuurency क्रिप्टोकरंसी है इसे जनवरी वर्ष 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में पहली बार सतोशी नाकामोत्तो द्वारा जारी किया गया था। क्रिप्टो करेंसी क्या है व इसकी पूरी जानकारी उस टाइम पर इस क्रिप्टो करेंसी के बारे में बहुत कम लोगों को पता था लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया यह क्रिप्टोकरंसी प्रसिद्ध होने लगी और पूरी दुनिया में क्रिप्टोकरंसी के नाम पर बिटकॉइन सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरंसी में से जानी जाती है|
और आज इसका उपयोग लगभग लोग कर रहे हैं क्योंकि यह दुनिया क्रिप्टो करेंसी क्या है व इसकी पूरी जानकारी की प्रसिद्ध क्रिप्टो करेंसी है 22 मई 2010 में पहली बार एक पिज्जा के बदले 10000 बिटकॉइन की पेशकश की गई थी । उस टाइम पर बिटकॉइन की कीमत 10 सेंड या उससे भी कम बताई गई है लेकिन इसकी कीमत देखा जाए तो हजारों गुना बढ़ चुकी है ।
बिटकॉइन की वैल्यू ?
जैसा कि आप लोग जानते होंगे बिटकॉइन की कीमत आज के टाइम पर 17 लाख है । 5 साल पहले एक बिटकॉइन की कीमत ₹6 थी इसकी कीमतों में बहुत तेजी से इजाफा हुआ किंतु भारत में 2015 में एक बिटकॉइन की कीमत ₹14000 थी और वर्ष 2016 में है बढ़कर 30 से 35000 के बीच हो गई थी ।
क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार ?
पहली ब्लैकचैन आधारित Cryptocuurency क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन थी जो सबसे लोकप्रिय मानी जाती थी और आज के समय में देखा जाए तो बिटकॉइन की क्लोन बन चुके हैं जो दूसरी नई करेंसी है आप लोगों को पता होगा कि बिटकॉइन 2009 में सतोशी नाकामोत्तो दोबारा किसी व्यक्ति द्वारा ही लांच किया गया था |
क्रिप्टो स्कैम से कैसे बचें ?
क्रिप्टोकरंसी Cryptocuurency स्कैम से कैसे बचें जैसा कि आपको पता है बाजार में हर दिन सैकड़ों सिक्के बनाए जाते हैं वैसे ज्यादातर सीखें सोशल मीडिया ट्रेंड पर आधारित होते हैं। उन क्रिप्टो करेंसी से बच्चे आपको किसी भी तरह से नकली दिख रही हो उनमें निवेश ना करें आपके साथ स्कैम भी हो सकता है ।
जब भी आप किसी भी क्रिप्टोकरंसी Cryptocuurency में निवेश कर रहे हैं तो उस कंपनी का बैकग्राउंड एक बार जरूर चेक करें या जो भी निर्माताओं से आप सीखे खरीद रहे हो उनका बैकग्राउंड एक बार अवश्य चेक कर ले अगर आपको लगता है कि बैकग्राउंड में कुछ कमी है तो कृपया करके उन सिक्कों को ना खरीदें।
आज आपने क्या सीखा
अगर आपने यह आर्टिकल यहां तक पढ़ा है तो Cryptocuurency और Bitcoin के बारे में पता चल गया होगा कि क्रिप्टो करेंसी क्या है और यह कैसे वर्क करती है आशा करता हूं मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छे से समझ आई होगी।
मेरे द्वारा बताई गई जानकारी आपको पसंद आई हो तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों और अपने पड़ोस अपने रिश्तेदारों के और अपने मित्रों के साथ शेयर जरूर करें ?
क्रिप्टो करेंसी बिल 2021-22 | जानिए क्रिप्टोकरंसी बिल को लेकर PM मोदी ने क्या कहा | crypto currency Bill in India
हो सकता है, आपने क्रिप्टो करेंसी (Crypto currency) का नाम तो सुना हो। परंतु क्या आप जानते हैं? भारत में अभी तक क्रिप्टोकरंसी गैर क़ानूनी है। क्योंकि क्रिप्टो करेंसी को भारत में किसी भी तरह से क़ानूनी तौर पर यूज नहीं किया जाता। भारत में क्रिप्टो करेंसी के तकरीबन डेढ़ से ढाई करोड़ यूजर हैं। यूजर्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए भारत सरकार द्वारा क्रिप्टोकरंसी बिल (Crypto currency Bill 2021-22) लाने की घोषणा की गई थी। शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरंसी एंड रेगुलेशन आफ ऑफिशल डिजिटल करंसी (Crypto currency and Regulation of Official Digital Currency) पर बिल पास करने की बात कही गई है।
भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister of India, Shri Narendra Modi) द्वारा Cryptocurrency Bill को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की हैं और मजबूत रेगुलेटरी स्टेप्स उठाने के संकेत दिए गए हैं। भारत सरकार का मानना है, कि क्रिप्टो करेंसी को लेकर रेगुलेशन नहीं होने से इसका उपयोग टेररिस्ट फीडिंग (terrorist feeding) और काला धन (black money) की आवाजाही में हो सकता है। इसीलिए अभी तक भारत सरकार द्वारा क्रिप्टो करेंसी को लीगल करार नहीं किया गया है। क्रिप्टोकरंसी को लेकर बढ़ते यूजर्स का रुझान देखते हुए भारत सरकार द्वारा क्रिप्टोकरंसी बिल लाने की प्लानिंग की जा रही है।
Crypto currency Bill 2021-22 | क्रिप्टोकरंसी बिल 2021-22 क्या है?
भारत में बढ़ते हुए क्रिप्टोकरंसी के ट्रेंड को लेकर भारत सरकार द्वारा गाइड लाइन पर मंथन किया जा रहा है। क्रिप्टोकरंसी के नियमन के लिए केंद्र सरकार की ओर से संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरंसी एवं अधिकारी डिजिटल मुद्रा विनिमय विधेयक पेश किया जाएगा। जिससे क्रिप्टोकरंसी को लेकर भारत में स्थिति स्पष्ट हो सकती है, कि यह भारत में पूर्ण तरह से फेल होगी या इसे गाइडलाइन के आधार पर सुचारू रूप से जारी रखा जा सकता है। सरकार द्वारा क्रिप्टो करेंसी को लेकर जिस बिल को पास किया जाएगा उसका नाम है क्रिप्टोकरंसी एवं अधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनिमय विधेयक 2021 (Cryptocurrency and Official Digital Currency Exchange Bill 2021)
READ आयुष्मान भारत हॉस्पिटल लिस्ट दिल्ली | Ayushman Bharat Hospital List Delhi ऑनलाइन देखें @pmjay.gov.in
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा क्रिप्टो करेंसी पर आधिकारिक तौर पर फ्रेमवर्क तैयार किया जा रहा है, तथा क्रिप्टो करेंसी के इस्तेमाल को लेकर तकनीकी प्रारूप बनाने की योजना पर तैयारी चल रही है। भारत सरकार के रुझान के अनुसार निजी क्रिप्टोकरंसी पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। दरअसल शीतकालीन सत्र में पेश होने वाले 26 दिन सूची में क्रिप्टो करेंसी बिल भी शामिल है। अब देखना यह है कि कैसे क्रिप्टो करेंसी क्या है व इसकी पूरी जानकारी क्रिप्टो करेंसी क्या है व इसकी पूरी जानकारी क्रिप्टोकरंसी अपने आप को इंडिया में लीगल साबित करती है या फिर पूर्णतया बेन होती है।
What Prime Minister Narendra Modi said on Cryptocurrency | क्रिप्टोकरंसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा
जैसा कि आप सभी जानते हैं क्रिप्टोकरंसी एक डिजिटल करेंसी है। जिसे इंडिया में लीगल करार नहीं किया गया है। परंतु विदेशों में डिजिटल करेंसी को बहुत अत्यधिक मात्रा में उपयोग किया जाता है। जिसमें बिटकॉइन (bitcoin) महत्वपूर्ण क्रिप्टोकरंसी कॉइन है, जो कि अब तक की क्रिप्टोकरंसी में सबसे महंगा कॉइन है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा क्रिप्टोकरंसी को लेकर कई मंत्रालयों से उच्च स्तरीय बैठक की जा चुकी है। इसके अलावा सिटी न्यूज़ संवाद कार्यक्रम के दौरान क्रिप्टोकरंसी को लेकर संबोधन दिया गया, जिसमें पीएम मोदी कहते हैं, “क्रिप्टो करंसी आफ बिटकॉइन का उदाहरण ले लीजिए यह बेहद जरूरी है, कि सभी लोकतांत्रिक देश इस पर काम करें। साथ ही सुनिश्चित करें, कि यह गलत हाथों में न पड़े। क्योंकि इससे हमारे युवाओं पर गलत असर पड़ सकता है।”
In which countries is cryptocurrency legal | क्रिप्टोकरंसी किन देशों में लीगल है?
क्रिप्टोकरंसी भारत और चीन जैसे देशों में बैन है। हाल फिलहाल रिजर्व बैंक द्वारा इस पर पूर्णतया बैन लगा रखा है। पर अमेरिका समेत कई बड़े देश इसे अनुकूल स्कीम बना रहे हैं। सेंट्रल अमेरिका के अल सल्वाडोर कि कांग्रेस ने 8 जून 2021 को बिटकॉइन पर कानून पास किया। बिटकॉइन को लीगल टेंडर बनाने वाला दुनिया का यह पहला देश है। इसके साथ दक्षिण कोरिया जैसे बड़े देश भी क्रिप्टो करेंसी और एक्सचेंज को रेगुलेट करने के लिए कानूनी स्ट्रक्चर बनाने की तैयारी कर रहे हैं। क्रिप्टो करेंसी को क्रिप्टो फ्रेंडली मियामी युवक ने हाल ही में क्रिप्टो एंक्लेव का आयोजन किया। बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी को पूरी दुनिया अपनाने का प्रयास कर रही है। इसी के साथ बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरंसी पर आधारित मैचुअल फंड स्कीम भी लांच की जा चुकी है।
READ प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 2022 | ऑनलाइन आवेदन व पंजीकरण फॉर्म | PMKVY Online Application Form 2022
FAQ’s Crypto currency Bill 2021-22
Q . क्रिप्टोकरंसी बिल 2021 क्या है?
Ans. भारत के संविधान सत्र में क्रिप्टोकरंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल पास करने पर मंथन किया जा रहा है। सरकार का मानना है, कि क्रिप्टोकरंसी अभी तक इंडिया में गैरकानूनी है। क्रिप्टो करेंसी की उपयोगिता को लेकर भारत अभी भी इस पर प्रतिक्रिया नहीं दे पाया है। शीतकालीन सत्र में यदि क्रिप्टोकरंसी बिल 2021 पास होता है, तो इस पर मजबूत गाइडलाइन जरूर बनेगी।
Q. क्या क्रिप्टोकरंसी भारत में लीगल है?
Ans. जी नहीं, अभी तक भारत में क्रिप्टोकरंसी को लेकर कोई भी कानून पास नहीं किया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा क्रिप्टोकरंसी को बैन किया जा चुका है। अब शीतकालीन सत्र में 26 विधेयक बिल पास होने वाले हैं। जिसमें क्रिप्टोकरंसी भी शामिल है। यदि बिल पास होता है तो उस सरकार द्वारा इसकी उपयोगिता पर गाइडलाइन जरूर तैयार की जाएगी।
Q. क्रिप्टोकरंसी बिल 2021 कब तक पास होगा?
Ans. शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशल डिजिटल करंसी बिल 2021 पास हो सकता है। परंतु अभी तक बिल को लेकर कोई अपडेट नहीं की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा क्रिप्टोकरंसी को लेकर विभिन्न मंत्रालय एवं उच्च अधिकारियों से वार्तालाप की गई है।
Crypto पर पाबंदी की तैयारी में भारत सरकार, 70 हजार करोड़ रुपये लगे हैं दांव पर
नई दिल्ली। उन तमाम लोगों की नींद अब उड़ने वाली है, जिन्होंने क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) में अपना पैसा लगा रखा है। दरअसल भारत सरकार जल्द ही क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने वाली है।
संसद के शीतकालीन सत्र में जो नए विधेयक (Bill) पेश किए जाएंगे, उनकी सूची में 10 वें नंबर पर Crypto Currencny से जुड़ा बिल है। उसमें साफ-साफ लिखा है कि भविष्य में Reserve Bank Of India की ओर से जारी की जाने वाली Crypto Currency को छोड़कर बाकी सभी Private Crypto Currencies पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
शीत सत्र में आएगा क्रिप्टो पर विधेयक
संसद के शीत कालीन सत्र में पेश होने वाले इस बिल का नाम है-The Cryptocurrency & Regulation of Official Digital Currency Bill, 2021. इसमें लिखा है कि Reserve Bank of India की Official Digital Currecny के लिए एक Fram work बनाया जाएगा और इस बिल का उद्धेश्य भारत में सभी Private Crypto Curency को प्रतिबंधित करना भी है।
यह भी पढ़ें | जामा मस्जिद में लड़कियों के प्रवेश पर पाबंदी हटी
हालांकि इसमें कुछ Digital Currecnies जिनकी Technology महत्वपूर्ण है, उन्हें छूट दी जा सकती है। ये कौन सी Crypto Currencies होंगी ये अभी साफ नहीं है। लेकिन एक बात स्पष्ट है कि अगर ये क्रिप्टो करेंसी क्या है व इसकी पूरी जानकारी बिल कानून बन गया तो भारत में भारत में Crypto Currency का बाज़ार हमेशा के लिए बदल जाएगा।
क्रिप्टो इस्तेमाल करने में भारतीय आगे
भारत में जितने लोगों ने Crypto Currency में निवेश किया है, वो भारत की आबादी का लगभग 8 प्रतिशत हैं. इन लोगों ने अपने 70 हज़ार करोड़ रुपये इस समय ऐसी Digital Currency के रूप में दांव पर लगाए हुए हैं, जिसे अभी तक भारत में मान्यता भी नहीं मिली है और जिस पर अब सरकार प्रतिबंध लगाने वाली है. पूरी दुनिया में Crypto Currency का इस्तेमाल करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत के शहरों में रहने वाले करीब 19 प्रतिशत लोग आने वाले 6 महीने में किसी ना किसी Crypto Currency में निवेश करना चाहते हैं. इनमें 19 से 35 वर्ष के युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है. ये वो युवा हैं जो रातों रात अमीर बनने के लालत में Crypto Currency पर लॉटरियों की तरह दांव लगा रहे हैं।
‘डिजिटल करेंसी को रेगुलाइज करने की जरूरत’
पिछले हफ्ते गुरुवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र् मोदी ने कहा था कि पूरी दुनिया के लोकतांत्रिक देशों को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि नए ज़माने की ये Digital Currency गलत हाथों में ना पड़ जाए. अगर ऐसा हुआ तो कई युवाओं का भविष्य बर्बाद हो जाएगा. ये Crypto Currency पर भारत के प्रधानमंत्री का पहला बयान है।
इस समय पूरी दुनिया में 7 हज़ार से ज्यादा अलग अलग Crypto Coins चलन में हैं। ये एक प्रकार के डिजिटल सिक्के हैं, जबकि वर्ष 2013 तक दुनिया में सिर्फ एक ही Crypto Currency थी, जिसका नाम है BitCoin.इसे वर्ष 2009 में Launch किया गया था. BitCoin आज भी भारत समेत पूरी दुनिया में सबसे लोकप्रिय Crypto Currency है, जिसकी वर्ष 2010 में कीमत 75 पैसे भी नहीं थी. आज की तारीख में ये कीमत करीब 46 लाख रुपये है।
यानी अगर किसी व्यक्ति ने आज से 11 साल पहले साढ़े सात रुपये में 10 BitCoin खरीदे होंगे तो वो आज की तारीख में 4 करोड़ 60 लाख रुपये का मालिक बन चुका होगा. Crypto Currencies के दाम बढते भी तेज़ी से हैं और घटते भी तेज़ी से हैं. लेकिन जल्दी अमीर बनने की चाहत में ज्यादातर युवा ये जोखिम उठाने के लिए तैयार रहते हैं।
सीमित संख्य में हो सकती है क्रिप्टो माइन
Block Chain Technology एक ऐसे Algorithm पर काम करती है, जिसकी वजह से हर बार सिर्फ एक सीमित संख्या में ही नए Coins Mine किए जा सकते हैं. इसलिए कितनी करेंसी मार्केट में आएगी, ये पहले से पता होता है. उदाहरण के लिए अब तक 90 प्रतिशत Bitcoin Mine किए जा चुके हैं. लोग अक्सर उस चीज को ज्यादा खरीदते हैं, जो भविष्य में दुर्लभ हो सकती है और Crypto करेंसी के दाम एकदम से बढ़ने की ये एक बड़ी वजह है।
इसके अलावा ये पूरी Market Speculation यानी अनुमान एक तरह की स्ट्टेबाजी पर आधारित है, इसलिए जब दुनिया का कोई बड़ा उद्योगपति अचानक से किसी Crypto Currency में पैसा लगाता है या उसकी तारीफ करता है तो उसके दाम एकदम से बढ़ने लगते हैं। ऐसे ही जब किसी Crypto करेंसी का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा लेन देन में होने लगता है और लोग रोजमर्रा का सामान भी इससे खरीदने लगते हैं तो इसका चलन बढ़ जाता है और इसकी कीमत बढ़ने लगती है।
चीन ने लगाया क्रिप्टोकरेंसी पर बैन
दुनिया में बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने बड़ी संख्या में Crypto Currency खरीद रखी है. जब ये लोग अचानक से अपनी Crypto Currency बेचने लगते हैं तो मार्केट Crash कर जाता है. इसके अलावा अन्य कारणों से भी ऐसा होता है. उदाहरण के लिए चीन ने हाल ही में Crypto Currency की Mining पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है और ये खबर आते ही दुनिया भर में Crypto Currency की कीमतें तेजी से गिरने लगी हैं।
पूरी दुनिया में Crypto इस्तेमाल करने वालों की संख्या 30 करोड़ से ज्यादा है, जो अमेरिका की आबादी से कुछ ही कम है. पूरी दुनिया में इस समय 75 लाख करोड़ रुपये की Crypto Currency चलन में है और ये इस समय दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी करेंसी बन गई है।
Crypto के अपने खतरे भी हैं। भारत में Crypto को अभी तक मान्यता क्रिप्टो करेंसी क्या है व इसकी पूरी जानकारी नहीं मिली है लेकिन भारत में इस समय कम से कम 10 Crypto Exchanges काम कर रहे हैं. ये एक तरह के Digital Wallet होते हैं, जिसमें आप भारतीय रुपयों में कुछ पैसे जमा करते हैं, फिर इनसे Crypto Currency खरीदते हैं और इन्हीं Exchanges पर आप Crypto Currency को बेच भी सकते हैं. इससे आपको जो भी नुकसान या फायदा होता है, आप वो रकम अपने Bank Account या UPI आधारित किसी Digital Wallet में Transfer भी कर सकते हैं।
काफी बैंक क्रिप्टो को नहीं देते मान्यता
भारत में बहुत सारे बैंक और Digital Payment कंपनियां Crypto में लेन देन की इजाजत नहीं देती. अभी भारत में इसे नियंत्रित करने को लेकर कोई कानून नहीं है, जैसे आज आप सोना खरीदते हैं और उस पर सरकार का नियंत्रण नहीं होता है, ये भी ठीक वैसा ही है. आप कह सकते हैं कि भारत में Crypto Currency अभी एक मुद्रा नहीं है बल्कि एक संपत्ति है, जिसमें लोग निवेश कर रहे हैं।
वर्ष 2018 में Reserve Bank of India ने इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था लेकिन वर्ष 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने ये प्रतिबंध हटा दिया. इसी वजह से पिछले 2 वर्षों में भारत में बड़ी संख्या में लोग Crypto खरीदने लगे और इसकी कीमतें भी बढ़ने लगी।
Crypto Currency इसलिए भी खतरनाक है क्योंकि जिन Digital Exchanges पर इसका इस्तेमाल होता है, उन्हें Hack किया जा सकता है. यानी आपका पूरा पैसा एक झटके में अपराधियों के हाथ लग सकता है. ड्रग्स डीलर और दूसरे अपराधी भी अब Crypto में ही लेनदेन करने लगे हैं और Money Laundring में भी इसका क्रिप्टो करेंसी क्या है व इसकी पूरी जानकारी इस्तेमाल होने लगा है क्योंकि इसकी जांच करना लगभग असंभव है।
पश्चिम के कई देशों में रोक नहीं
अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और यूरोप के ज्यादातर देशों में इस पर कोई रोक नहीं है. इनमें से कई देशों के सेंट्रल बैंकों ने इसे मान्यता नहीं दी है, फिर भी इन देशों में आप Crypto देकर कई तरह का सामान खरीद सकते हैं. दुनिया के कम से कम 76 देशों में तो अब इसकी ATM मशीनें भी लग चुकी हैं. इसी साल सितंबर में दक्षिण अमेरिका का देश El Salvador Crypto को पूरी तरह से कानूनी मान्यता देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया था।
वहीं चीन, टर्की, इजिप्ट, इरान, ईराक, कोलंबिया, इंडोनेशिया और Russia समेत कई देश ऐसे हैं, जहां Crypto का इस्तेमाल पूरी तरह से गैर कानूनी है. चीन और टर्की में तो Crypto खरीदने वालों पर Anti Money Laundring कानून के तहत कार्रवाई की जा सकती है.
बिजली की होती है ज्यादा खपत
Crypto Currency से जुड़ी एक काम की जानकारी भी है. Crypto करेंसी की माइनिंग में बहुत ज्यादा ऊर्जा की खपत होती है और इससे पर्यावरण को भी नुकसान होता है . एक साल में सिर्फ BitCoin की माइनिंग में जितनी बिजली खर्च होती है, वो फिनलैंड जैसे देश में बिजली की सालाना खपत के बराबर है।
सिर्फ एक Bit Coin की माइनिंग में जितनी बिजली खर्च होती है, वो एक सामान्य परिवार में 13 साल की बिजली की खपत के बराबर है। शुरुआत में ईरान Crypto के पक्ष में था..लेकिन इसी साल जब ईरान में कई बार बड़े पैमाने पर Power Cut हुए और वहां की सरकार ने इसकी वजह ढूंढी तो पता चला कि ये Crypto Curency की माइनिंग की वजह से हो रहा है। इसके बाद इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया। यही वजह है कि अब इसके पर्यावरण पर पढ़ने वाले दुष्प्रभावों पर भी बहस हो रही है।
डिजिटल करेंसी क्या होती है | What is Digital Currency in Hindi
हम सभी जानते है, कि प्रत्येक देश की अपनी एक अलग करेंसी होती है और उस देश में सभी प्रकार के वित्तीय लेन-देन उसी मुद्रा के अनुरूप किया जाता है| जैसे कि अमेरिका में यूएस डॉलर, भारत में रुपये और अरब देशों में रियाल आदि का उपयोग किया जाता है| सबसे खास बात यह है, कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिप्टी गवर्नर नें देश में जल्द ही डिजिटल करेंसी लांच करनें का संकेत दिया है और इसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी गयी है| अब आपके मन में यह प्रश्न उठ रहा होगा, कि आखिर डिजिटल करेंसी कौन सी नई बला है| डिजिटल करेंसी क्या होती है, इसके उपयोग, लाभ के बारें में आपको यहाँ पूरी जानकारी प्रदान कि जा रही है|
डिजिटल करेंसी क्या होती है (What is Digital Currency)
डिजिटल करेंसी को ई-मुद्रा (E-Currency) भी कहते है और इसका पूरा नाम सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी है| क्रिप्टो करेंसी नोटों की तरह नहीं होती है| हालाँकि आप इसे अपनें कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन आदि पर बड़ी आसानी से देख सकते है| इसके साथ ही आप डायरेक्ट इसे अपनें बैंक खाते में ट्रान्सफर भी कर सकते है|
आपको बता दें, कि क्रिप्टो करेंसी को उस देश के सेंट्रल अर्थात केन्द्रीय बैंक द्वारा जारी किया है और इसे उस देश की गवर्नमेंट द्वारा मान्यता क्रिप्टो करेंसी क्या है व इसकी पूरी जानकारी भी मिली होती है| डिजिटल करेंसी की खासियत यह है, कि इसे देश की सॉवरेन करेंसी में परिवर्तित किया जा सकता है। भारत के लोग डिजिटल करेंसी को अपनी भाषा में डिजिटल रुपया (Digital Rupee)भी कह सकते हैं।
डिजिटल करेंसी के प्रकार (Types Of Digital Currency)
डिजिटल करेंसी या डिजिटल मुद्रा 2 प्रकार की होती है|
2. होलसेल (Wholesale)
यदि हम इन दोनों डिजिटल मुद्राओं की बात करे तो, रिटेल डिजिटल मुद्रा (Retail Digital Currency) का उपयोग देश के आम नागरिकों और कम्पनियों द्वारा किया जाता है, जबकि होलसेल डिजिटल मुद्रा (Wholesale Digital Currency) का उपयोग सिर्फ वित्तीय संस्थाओं (Financial Institutions) द्वारा किया जाता है।
डिजिटल करेंसी कैश से कितनी अलग होगी (How Different will Digital Currency Be From Cash)
यदि हम डिजिटल करेंसी को साधारण भाषा में समझे तो यह हमारे पास मौजूद धन का इलेक्ट्रॉनिक रूप होगा, जिसे हम सहूलियत के अनुसार अपनें फोन, कंप्यूटर-लैपटॉप की सहायता से लेन-देन कर सकेंगे| डिजिटल मुद्रा का इस्तेमाल बिल्कुल नगद धन की तरह ही किया जा सकेगा, बस फर्क यह होगा यह आपके पास नगद के रूप में न होकर इलेक्ट्रॉनिक रूप होगा|
यदि आप किसी को भुगतान करना चाहते है, तो आप इसे अपनें फोन से बड़ी सरलता से कर सकते है| जिस प्रकार जब आप कोई सामान दूकान से खरीदते है, तो आप दुकानदार को डायरेक्ट पैसे देते है ठीक उसी प्रकार डिजिटल करेंसी द्वारा भुगतान करनें या लेनदेन में बैंक की मध्यस्थता नहीं होगी|
डिजिटल करेंसी के फायदे (Advantages of Digital Currency)
डिजिटल मुद्रा अर्थात क्रिप्टो करेंसी की खासियत यह होगी कि लोगो को इसके गुम हो जानें या चोरी हो जानें का भय नहीं होगा| जिस प्रकार लोगो को अधिक नगद कैश ले जानें पर खतरा काफी अधिक होता है, इसमें ऐसा कुछ नहीं होगा| एक तरह से देखा जाये तो लोगो की सुरक्षा की दृष्टि से यह लोगो के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा|
यदि हम कैश की बात करें, तो कोई क्रिप्टो करेंसी क्या है व इसकी पूरी जानकारी व्यक्ति किसी शख्स को कितना कैश देता है, तो उसका कोई भी आकड़ा सरकार के पास नहीं होता है, जिसके कारण इसे ट्रैक करना बहुत ही कठिन काम हो जाता है। डिजिटल करंसी में लेन-देन करनें पर इसकी ट्रैकिंग बहुत ही आसान हो जाएगी। जिसके परिणाम स्वरुप कालेधन पर लगाम लग सकेगी| इसके साथ ही टैक्स चोरी भी कम हो जाएगी|
फ़ास्ट ट्रांसक्शन (Fast Transaction)
डिजिटल मुद्राएं या क्रिप्टो करेंसी पारंपरिक वित्तीय संस्थानों के माध्यम से किए गए लेनदेन की तुलना में काफी फ़ास्ट होती हैं। उदाहरण के लिए यदि हम विदेश में अपने किसी फैमिली मेम्बर को पासी ट्रान्सफर करते है, तो रिसीवर के अकाउंट में पैसे पहुँचने में कभी-कभी 24 घंटे या उससे अधिक समय लग जाता है| लेकिन डिजिटल करेंसी को ट्रान्सफर करने में मात्र कुछ सेकेंड्स का समय लगता है|
कोई शुल्क नहीं (No fee)
आपके खाते में पैसा आपका है, इसके बावजूद बैंकों द्वारा आपसे एटीएम शुल्क, ट्रान्सफर फीस, ट्रान्सफर फीस और क्लोजिंग फीस ली जाती है | हालाँकि विदेश में अपना पैसा खर्च करने के लिए अक्सर शुल्क भी लगता है। जबकि डिजिटल करेंसी पर आपका पूर्ण स्वामित्व होता है और इसका इसका उपयोग बिना किसी शुल्क का भुगतान किये बिना आप अपनी इच्छानुसार कर सकते हैं |
पेमेंट ट्रैकिंग की सुविधा (Payment Tracking Facility)
क्रिप्टो करेंसी को मुख्य रूप से पारदर्शिता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी जो ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करती हैं। इसका मतलब है, कि आप देख सकते हैं कि आपका पैसा हर लेनदेन के बाद कहां है।
धोखाधड़ी से सुरक्षा (Fraud Protection)
सामान्य तरीके से ऑनलाइन सामान ख़रीदने का अर्थ है, कि आपके व्यक्तिगत और भुगतान विवरण कंपनियों द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं, जिससे कभी भी चोरी हो जाने पर धोखाधड़ी की पूरी संभावना बनी रहती है । जबकि डिजिटल करेंसी के माध्यम से लेनदेन करनें में आपकी व्यक्तिगत जानकारी को कभी भी साझा करने की आवश्यकता नहीं होती है।