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मौजूदा रुझान

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संयुक्त राष्ट्र (UN) कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन (UNCCD) के साक्ष्य-आधारित प्रमुख प्रकाशन “ग्लोबल लैंड आउटलुक सेकेंड एडिशन (GLO 2): रिकवरी एंड रेजिलिएशन के लिए भूमि बहाली” के अनुसार, यदि मौजूदा रुझान जारी रहता है, तो लगभग 16 मिलियन वर्ग किलोमीटर भूमि (दक्षिण अमेरिका के आकार का), जो कि विश्व की भूमि की सतह का 11% है, 2050 तक निम्नीकृत हो जाएगी।

चालू वित्त वर्ष में 6-7 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है भारतीय अर्थव्यवस्था :पीएचडीसीसीआई

नयी दिल्ली, 12 अक्टूबर (भाषा) उद्योग मंडल पीएचडीसीसीआई ने बुधवार को कहा कि मौजूदा रुझान को देखते हुए चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था छह से सात प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) के नए अध्यक्ष साकेत डालमिया ने कहा कि उत्पादन में तेजी आई है और देश में ‘मजबूत’ मांग है। उद्योग मंडल की तरफ से यह बयान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाकर 6.8 प्रतिशत करने के एक दिन बाद आया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने भी वित्त

पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) के नए अध्यक्ष साकेत डालमिया ने कहा कि उत्पादन में तेजी आई है और देश में ‘मजबूत’ मांग है।

उद्योग मंडल की तरफ से यह बयान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाकर 6.8 प्रतिशत करने के एक दिन बाद आया मौजूदा रुझान है।

भारतीय रिजर्व बैंक ने भी वित्त वर्ष 2022-23 के लिए अपने आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 7.2 प्रतिशत से घटाकर सात प्रतिशत कर दिया है। भू-राजनीतिक संकट और वैश्विक स्तर पर आक्रामक मौद्रिक नीति रुख के कारण अर्थव्यवस्था में वृद्धि के अनुमान को घटाया गया है।

डालमिया ने यह भी कहा कि उद्योग मंडल ने अमेरिका और यूरोप जैसे 75 देशों में अपने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कृषि और रसायनों जैसे 75 संभावित उत्पादों की पहचान की है, ताकि वर्ष 2027 तक 750 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिल सके।

उन्होंने कहा कि अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, जापान, संयुक्त अरब अमीरात और चीन इन वस्तुओं के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख केंद्रित बाजार होंगे।

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मौजूदा रुझान

UNCCD का GLO2: मौजूदा रुझान जारी रहने पर 2050 तक 16 मिलियन वर्ग किमी भूमि का क्षरण हो जाएगा

Land the size of South America will be degraded if current trends continue

संयुक्त राष्ट्र (UN) कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन (UNCCD) के साक्ष्य-आधारित प्रमुख प्रकाशन “ग्लोबल लैंड आउटलुक सेकेंड एडिशन (GLO 2): रिकवरी एंड रेजिलिएशन के लिए भूमि बहाली” के अनुसार, यदि मौजूदा रुझान जारी रहता है, तो लगभग 16 मिलियन वर्ग किलोमीटर भूमि (दक्षिण अमेरिका के आकार का), जो कि विश्व की भूमि की सतह का 11% है, 2050 तक निम्नीकृत हो जाएगी।

  • भूमि के क्षरण के परिणामस्वरूप गंभीर जलवायु प्रेरित गड़बड़ी होगी जिसके परिणामस्वरूप खाद्य आपूर्ति में व्यवधान, जबरन पलायन और प्रजातियों के विलुप्त होने में वृद्धि होगी।

9 से 20 मई 2022 तक कोटे डी आइवर के आबिदजान में आयोजित होने वाले पार्टियों के सम्मेलन (COP15) के UNCCD के 15वें सत्र से पहले रिपोर्ट जारी की गई थी।

रिपोर्ट के बारे में:

i. GLO2 में संबोधित प्रमुख विषयों पर अंतर्दृष्टि और विश्लेषण प्रदान करने के लिए 8 वर्किंग पेपर्स को कमीशन किया गया था, जो कि रिकवरी एंड रेजिलिएंस के लिए सबटाइटल लैंड रिस्टोरेशन था।

ii. रिपोर्ट, 21 साझेदार संगठनों के साथ विकास में पांच साल, और 1,000 से अधिक संदर्भों के साथ, अब तक इकट्ठे विषय पर जानकारी का सबसे व्यापक समेकन है।

नोट: ग्लोबल लैंड आउटलुक (GLO1) का पहला संस्करण सितंबर 2017 में चीन के ऑर्डोस में COP13 में लॉन्च किया गया था।

रिपोर्ट 2050 तक परिणामों की भविष्यवाणी करती है और तीन परिदृश्यों: बेसलाइन; बहाली; और बहाली और संरक्षण में जोखिम शामिल हैं।

परिदृश्य जलवायु परिवर्तन को कम करने और अनुकूल बनाने के साथ-साथ भोजन, सामग्री और ऊर्जा प्रदान करने के लिए भूमि बहाली की क्षमता का अनुमान प्रदान करते हैं।

आधारभूत परिदृश्य:

यह हमेशा की तरह व्यवसाय है, जहां भूमि और प्राकृतिक संसाधनों के क्षरण में मौजूदा रुझान 2050 तक जारी रहने का अनुमान है।

i. अतिरिक्त 69 गीगाटन कार्बन (मिट्टी कार्बनिक कार्बन – 32 गीगाटन; वनस्पति – 27 गीगाटन; पीटलैंड क्षरण / रूपांतरण – 10 गीगाटन) 2015 से 2050 तक भूमि उपयोग परिवर्तन और मिट्टी के क्षरण के कारण उत्सर्जित होता है जो वर्तमान वार्षिक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का 17% दर्शाता है।

ii. सभी क्षेत्रों में कृषि पैदावार बढ़ने की उम्मीद है, जो भूमि क्षरण वृद्धि को रोकेगा, विशेष रूप से मध्य पूर्व, उत्तरी अफ्रीका, उप-सहारा अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में।

  • मिट्टी में कार्बनिक कार्बन की कमी और मिट्टी की पानी और पोषक तत्वों को धारण करने की क्षमता कृषि उपज की वृद्धि को धीमा करने के लिए जिम्मेदार होगी।

iii. 2015 और 2050 के बीच भोजन की मांग में 45% की वृद्धि होने की उम्मीद है, इसे कृषि भूमि के गहनता और विस्तार के माध्यम से पूरा किया जाना है, जिसके परिणामस्वरूप अतिरिक्त 3 मिलियन वर्ग किलोमीटर प्राकृतिक क्षेत्रों का नुकसान होगा, मुख्य रूप से उप-सहारा अफ्रीका में भारत का आकार और लैटिन अमेरिका।

बहाली परिदृश्य:

यह कृषि वानिकी, चराई प्रबंधन और सहायक प्राकृतिक उत्थान जैसे उपायों का उपयोग करके लगभग 5 बिलियन हेक्टेयर (वैश्विक भूमि क्षेत्र का 35%) की बहाली मानता है।

i. यदि विभिन्न उपायों के साथ संभावित पाँच बिलियन हेक्टेयर में बड़े पैमाने पर भूमि मौजूदा रुझान की बहाली की जाती है, तो बेसलाइन की तुलना में अधिकांश विकासशील देशों में फसल की पैदावार 5-10% बढ़ जाएगी।

ii. मृदा कार्बन में वृद्धि और उत्सर्जन में कमी के कारण 2015 और 2050 के बीच कार्बन स्टॉक में शुद्ध 17 गीगाटन की वृद्धि होगी।

iii. 11% जैव विविधता के नुकसान से बचने के साथ जैव विविधता में गिरावट जारी रहेगी।

बहाली और संरक्षण परिदृश्य:

बहाली के उपायों के अलावा, विशिष्ट पारिस्थितिक तंत्र कार्यों के लिए महत्वपूर्ण प्राकृतिक क्षेत्रों को भूमि रूपांतरण से संरक्षित किया जाता है।

i. 2050 तक भूमि की बहाली से अतिरिक्त 4 मिलियन वर्ग किलोमीटर प्राकृतिक क्षेत्र (भारत और पाकिस्तान के आकार) जुड़ जाएंगे; दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया और लैटिन अमेरिका में सबसे बड़े लाभ की उम्मीद है। संरक्षण लॉगिंग, जलन, जल निकासी, या रूपांतरण द्वारा भूमि क्षरण को रोकेगा।

ii. बेसलाइन में अनुमानित जैव विविधता के लगभग एक तिहाई नुकसान को रोका जा सकेगा।

बेसलाइन की तुलना में अतिरिक्त 83 गीगाटन कार्बन जमा किया जाता है।

मरुस्थलीकरण का मुकाबला करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCCD) के बारे में:

FIIs: अमेरिका के हालात का असर घरेलू बाजार पर, एफआईआई की बिकवाली से इक्विटी मार्केट का गणित बिगड़ा

FIIs: बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी के साथ अमेरिकी बाजार के मौजूदा रुझान से संकेत मिलता है कि एफपीआई आने वाले कुछ समय तक आक्रामक तरीके से निवेश करना बंद कर सकते हैं। यह स्थिति तब तक बनी रह सकती है जब तक ग्लोबल मार्केट में हालात ना सुधर जाए।

Share Market

विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से अगस्त महीने में भारतीय शेयर बाजार में 50,000 कराेड़ रुपये की खरीदारी की गई थी पर सितंबर महीने में वे एक बार फिर बाजार से पैसे निकालने लगे हैं। 23 सितंबर तक इंडियन इक्विटी मार्केट में नकद में वे 2445.82 करोड़ रुपये की बिकवाली के साथ फिर नेट सेलर बन गए हैं। पिछले तीन दिनों से वे नेट सेलर रहते बिकवाली कर रहे हैं। स्टाॅक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार एफआईआई की ओर से 21 सितंबरको 461.04 करोड़, 22 सितंबर को 2509 करोड़ जबकि हफ्ते के आखिरी कराेबारी दिन 23 सितंबर (शुक्रवार) को अप्रत्याशित रूप से 2899 करोड़ रुपये की बिकवाली की गई।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार के अनुसार 23 सितंबर तक एफपीआई ने स्टॉक एक्सचेंजों (स्रोत: एनएसडीएल) के माध्यम से 8945 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी है। उन्होंंने हालांकि यह भी कहा कि खरीद और बिक्री के वैकल्पिक मुकाबलों के साथ एफपीआई गतिविधि बहुत वोलाटाइल हो गई है।


इस महीने 23 सितंबर तक कैश मार्केट में एफपीआई ने आठ दिनों में खरीदारी की है और आठ दिनों तक नकद बाजार में बिकवाली की है। एफपीआई की बिक्री में वृद्धि हाल के दिनों में मजबूत होते डॉलर और अमेरिका में बॉन्ड यील्ड्स के बढ़ने के कारण हुई है। डॉलर इंडेक्स 111 से ऊपर पहुंच चुका है और यूएस में दस वर्षीय बॉन्ड यील्ड 3.7% से ऊपर पहुंच चुका है। ऐसे में एफपीआई के आक्रामक रूप से आगे बढ़ने की संभावना नहीं है। हालांकि आने वाले समय में हालात बदल सकते हैं अगर डॉलर इंडेक्स और यूएस बॉन्ड्स यील्ड्स में कमजोरी आए।


सितंबर के महीने में एफपीआई ने वित्तीय सेवाओं, ऑटो और कैपिटल गुड्स से जुड़े शेयरों में खरीदारी दिखाई है वहीं आईटी क्षेत्र के शेयरों में उन्होंंने बिकवाली की है। अगर एफपीआई फिर से खरीदार बन जाते हैं तो बाजार की वित्तीय स्थिति फिर से मजबूत हो जाएगी और इसे एक मजबूत फंडामेंटल सपोर्ट मिलेगा।

विस्तार

विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से अगस्त महीने में भारतीय शेयर बाजार में 50,000 कराेड़ रुपये की खरीदारी की गई थी पर सितंबर महीने में वे एक बार फिर बाजार से पैसे निकालने लगे हैं। 23 सितंबर तक इंडियन इक्विटी मार्केट में नकद में वे 2445.82 करोड़ रुपये की बिकवाली के साथ फिर नेट सेलर बन गए हैं। पिछले तीन दिनों से वे नेट सेलर रहते बिकवाली कर रहे हैं। स्टाॅक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार एफआईआई की ओर से 21 सितंबरको 461.04 करोड़, 22 सितंबर को 2509 करोड़ जबकि हफ्ते के आखिरी कराेबारी दिन 23 सितंबर (शुक्रवार) को अप्रत्याशित रूप से 2899 करोड़ रुपये की बिकवाली की गई।


विशेषज्ञों का मानना है कि बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी के साथ अमेरिकी बाजार के मौजूदा रुझान से संकेत मिलता है कि एफपीआई आने वाले कुछ समय तक आक्रामक तरीके से निवेश करना बंद कर सकते हैं। यह स्थिति तब तक बनी रह सकती है जब तक ग्लोबल मार्केट में हालात ना सुधर जाए।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार के अनुसार 23 सितंबर तक एफपीआई ने स्टॉक एक्सचेंजों (स्रोत: एनएसडीएल) के माध्यम से 8945 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी है। उन्होंंने हालांकि यह भी कहा कि खरीद और बिक्री के वैकल्पिक मुकाबलों के साथ एफपीआई गतिविधि बहुत वोलाटाइल हो गई है।


इस महीने 23 सितंबर तक कैश मार्केट में एफपीआई ने आठ दिनों में खरीदारी की है और आठ दिनों तक नकद बाजार में बिकवाली की है। एफपीआई की बिक्री में वृद्धि हाल के दिनों में मजबूत होते डॉलर और अमेरिका में बॉन्ड यील्ड्स के बढ़ने के कारण हुई है। डॉलर इंडेक्स 111 से ऊपर पहुंच चुका है और यूएस में दस वर्षीय बॉन्ड यील्ड 3.7% से ऊपर पहुंच चुका है। ऐसे मौजूदा रुझान में एफपीआई के आक्रामक रूप से आगे बढ़ने की संभावना नहीं है। हालांकि आने वाले समय में हालात बदल सकते हैं अगर डॉलर इंडेक्स और यूएस बॉन्ड्स यील्ड्स में कमजोरी आए।


सितंबर के महीने में एफपीआई ने वित्तीय सेवाओं, ऑटो और कैपिटल गुड्स से जुड़े शेयरों में खरीदारी दिखाई है वहीं आईटी क्षेत्र के शेयरों में उन्होंंने बिकवाली की है। अगर एफपीआई फिर से खरीदार बन जाते हैं तो बाजार की वित्तीय स्थिति फिर से मजबूत हो जाएगी और इसे एक मजबूत फंडामेंटल सपोर्ट मिलेगा।

UP Election Result 2022 LIVE Updates: सिराथू में सपा की पल्लवी पटेल जीतीं, केशव प्रसाद मौर्य 7337 वोटों से हारे

UP Election Result 2022: यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजे लगभग साफ हो गए हैं। लगभग दो महीने लंबी चली कवायद के बाद अब सबकी निगाहें नतीजों पर हुई हैं। प्रदेश में 403 सीटों के लिए सात चरणों में मतदान हुए.

UP Election Result 2022 LIVE Updates: सिराथू में सपा की पल्लवी पटेल जीतीं, केशव प्रसाद मौर्य 7337 वोटों से हारे

UP Election Result 2022: यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजे लगभग साफ हो गए हैं। लगभग दो महीने लंबी चली कवायद के बाद अब सबकी निगाहें नतीजों पर हुई हैं। प्रदेश में 403 सीटों के लिए सात चरणों में मतदान हुए थे। सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो गई है। रुझानों में बीजेपी ने बहुमत हासिल कर लिया है। लखनऊ स्थित पार्टी मुख्‍यालय पर समर्थकों ने नरेंद्र मोदी और योगी आदित्‍यनाथ के पोस्‍टर लगा दिए। चुनाव आयोग के मतगणना से जुड़े रुझान के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश की 403 सीटों में 237 सीट पर भाजपा आगे चल रही है तथा देवरिया, पीलीभीत, बरखेड़ा, ललितपुर और तिंदवारी सहित 14 सीटें भगवा दल की झोली में गई हैं।

वहीं मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने 115 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है। इसके अलावा भाजपा की सहयोगी दल अपना दल (एस) 11 एवं निषाद पार्टी 07 सीट पर और सपा की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) 09 एवं सुभासपा 05 सीट पर आगे चल रही है। जबकि, कांग्रेस 02 और बसपा के उम्मीदवार 01 सीट पर आगे चल रहे हैं।वहीं, रुझानों में सीएम योगी गोरखपुर शहर सीट से तो अखिलेश यादव करहल सीट से जीत दर्हैंज की है, जबकि बीजेपी का साथ छोड़ सपा का दामन थामने वाले स्‍वामी प्रसाद मौर्य फाजिलनगर विधानसभा सीट पर पीछे चल हैं। यूपी चुनाव में कौन आगे-कौन पीछे

सिराथू में सपा की पल्लवी पटेल जीतीं, केशव प्रसाद मौर्य 7337 वोटों से हारे

सिराथू विधानसभा सीट से भाजपा की टिकट पर दांव आजमा रहे केशव प्रसाद मौर्य सपा प्रत्याशी पल्लवी पटेल से हार गए हैं। सपा की पल्लवी पटेल ने केशव प्रसाद मौर्य को 7337 वोटों से हरा दिया है। पल्लवी को यहां 105568 वोट मिले हैं, जबकि केशव प्रसाद को 98727 वोटों पर ही संतोष करना पड़ा है। वहीं तीसरे नंबर पर रहे बसपा के मुनसाब अली को 10034 वोट मिले हैं।

भूपेश बघेल ने कांग्रेस की हार को स्वीकार, विजेताओं को दी शुभकामनाएं

यूपी में कांग्रेस के विशेष पर्यवेक्षक प्रभारी भूपेश सिंह बघेल ने कहा, हम लोगों के जनादेश को स्वीकार करते हैं और विजेताओं को अपनी शुभकामनाएं देते हैं। उम्मीद है कि वे (बीजेपी) अपने वादों पर खरे उतरेंगे. अलग-अलग राज्यों में नतीजे अलग-अलग हैं. कई (अनुभवी) लोग हार रहे हैं और नए लोग जीत रहे हैं।

भाजपा की जीत पर मुलायम की छोटी बहू ने बेटी संग योगी को लगाया तिलक

यूपी में भाजपा को मिली रिकॉर्ड जीत के बाद मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने अपनी बेटी के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ के फोरहैंड पर तिलक किया।

महोबा की दोनों सीटें भाजपा के खाते में

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में बुंदेलखंड में महोबा जिले की दोनों विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर से भगवा लहरा दिया है। चरखारी विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार बृजभूषण राजपूत ने 41993मतों से अपने निकटतम प्रतद्विंदी सपा के रामजीवन यादव को हराया। बृजभूषण को 101458 मत हासिल हुए जबकि रामजीवन को 59465 वोट मिले हैं।

बीजेपी कार्यालय से गरजे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'उत्तर प्रदेश के चुनाव के नतीज़ों ने एक बात और साबित कर दी है और मैं सभी ज्ञानियों को कहता हूं कि देश की भलाई के लिए पुरानी घिसीपिटी रिकॉर्ड को छोड़कर जरा नए सिरे से सोचना शुरू कीजिए'

जातिवाद में बांटकर अपमान करते थे जातियों का अपमान करते थे- PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ;मैं समझता हूं कि उत्तर प्रदेश के नागरिकों को जातिवाद में बांटकर वे उन जातियों और उन नागरिकों का अपमान करते थे। पूरे उत्तर प्रदेश का अपमान करते थे

UP Polls: बीजेपी कार्यालय से गरजे पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, देश में गरीबों के नाम पर योजनाएं भी बहुत बनीं, घोषणाएं भी बहुत बनीं लेकिन जिसका उन पर हक था उन्हें ये हक मिले नहीं। लेकिन बीजेपी ने यह सुनिश्चित किया कि गरीब को उसका हक मिले। बीजेपी गरीब को भरोसा देती है कि प्रत्येक गरीब तक सरकार द्वारा निर्धारित योजनाएं जरुर पहुंचेंगी।

यूपी चुनाव: भाजपा ने जीत का लगाया चौका- PM मोदी

PM मोदी ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में भाजपा ने जीत का चौका लगाया है, 37 वर्ष बाद कोई सरकार लगातार सत्ता में वापस आई'

बीजेपी की जीत पर बोले PM मोदी- आज उत्साह और उत्सव का दिन

पीएम मोदी ने सभी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी माताओं बहनों ने जिस प्रकार बीजेपी को समर्थन दिया है वो अपने आप में बहुत बड़ा सन्देश है। उन्होंने कहा कि फर्स्ट टाइम वोटर्स ने भी बढ़चढ़ कर मतदान में सहयोग किया और बीजेपी की जीत सुनिश्चित की।

बीजेपी मुख्यालय पहुंचे पीएम मोदी, पुष्प वर्षा से हुआ स्वागत

पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय पहुंचे हैं, इस दौरान पुष्प वर्षा से उनका स्वागत हुआ

बागपत की दो सीटों पर बीजेपी को जीत

बागपत की बड़ौत विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी कृष्णपाल मलिक को 90931 मत प्राप्त किए हैं। जबकि दूसरे नंबर पर रालोद प्रत्याशी जयवीर तोमर को 90616 मत मिले। बागपत विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी योगेश धामा को 101420 वोट मिले हैं।

सिराथू विधानसभा सीट पर हंगामा

सिराथू विधानसभा सीट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने रिकाउंटिंग की मांग की है। इसके चलते लगभग 30 मिनट से वोटों की गिनती रुकी हुई। बता दें कि इस सीट पर डिप्‍टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य मैदान में हैं और उन्‍हें सपा की पल्‍लवी पटेल से कड़ी चुनौती मिल रही है।

Uttar Pradesh Assembly Elections Result: यूपी में CM योगी की जीत पर बोले AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी

उत्तर प्रदेश पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'राजनीतिक दल नाकामी छुपाने के लिए EVM की चीख पुकार कर रहे हैं। मैं 2019 से कहता आ रहा हूं कि EVM की गलती नहीं है बल्कि लोगों के दिमाग में चिप डाल दी गई है यह उसकी गलती है। कामयाबी हुई है लेकिन यह कामयाबी 80-20 की कामयाबी है

यूपी चुनाव परिणाम: अखिलेश यादव जीते

करहल सीट से अखिलेश यादव 66247 मतों से जीते (आधिकारिक घोषणा बाकी)
आगरा ग्रामीण से बेबीरानी मौर्य 76188 मतों से जीतीं (आधिकारिक घोषणा बाकी)
मथुरा सीट से श्रीकांत शर्मा 95990 मतों से आगे (31वां राउंड. अभी तीन राउंड बाकी)

जीत के बाद CM योगी ने कहा- मोदी के मार्गदर्शन में बहुमत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, 'हम आभारी हैं आदरणीय प्रधानमंत्री जी के जिन्होंने उत्तर प्रदेश को पूरा समय दिया। उत्तर प्रदेश के विकास के साथ-साथ उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में सुशासन स्थापित करने के मार्ग में आदरणीय प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन समय-समय पर हमेशा प्राप्त होता रहा है।

यूपी चुनाव परिणाम: उत्तर प्रदेश पर पूरे देश और दुनिया की निगाहें- सीएम योगी

सीएम योगी ने कहा, उत्तर प्रदेश पर पूरे देश और दुनिया की निगाहें थीं। आज भारतीय जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल- अपना दल (एस) और निषाद राज पार्टी ने उत्तर प्रदेश में आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में फिर से प्रचंड बहुमत प्राप्त की है। इस प्रचंड बहुमत के लिए उत्तर प्रदेश के जनता-जनार्दन का हृदय से अभनिंदन और हृदय से आभार।

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