एक शुरुआती गाइड

बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे

बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे
बिटकॉइन 3 लोगों के द्वारा काम करता है। पहला व्यक्ति बिटकॉइन खरीदता है और दूसरा व्यक्ति बिटकॉइन भेजता है और तीसरा व्यक्ति वह होता है जो बिटकॉइन माइनिंग के द्वारा उन पहले दो व्यक्तियों के लेन देन के अधूरे (Unverified Transaction) को बिटकॉइन माइनिंग के द्वारा पूरा करता है।

बिटकॉइन क्या है पूरी जानकारी? What is Bitcoin in Hindi? (Complete Guide)

बिटकॉइन ऑनलाइन वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) है जिसे हम ना छु सकते हैं और ना ही अपने बटुए में बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे भर सकते हैं। बिटकॉइन को ऑनलाइन ही उपयोग किया जा सकता है और उसको आप डॉलर या किसी अन्य करेंसी में बदलकर अपने बैंक खाते में जमा कर सकते हैं। ऑनलाइन वर्चुअल करेंसी को क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) कहा जाता है।

जुलाई 2017 के रिपोर्ट के अनुसार 900 से भी ज्यादा प्रकार के क्रिप्टोकरेंसी इंटरनेट पर मौजूद है। इनमे से कुछ मुख्य है Litecoin, Ethereum, Dogecoin, Peercoin, Primecoin, Ripple. बिटकॉइन का आविष्कार 2009 साल में सॉफ्टवेर इंजिनियर Satoshi Nakamoto ने किया था। बिटकॉइन को कोई भी सरकार या अथॉरिटी नहीं संभालते है इसलिए इसे पहला विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा(First decentralized digital currency) कहा जाता है।बिटकॉइन काम कैसे करता है? How Bitcoin Works?

100000000(1करोड़) सतोषी Satoshi को मिलाकर 1 बिटकॉइन बनता है। बिटकॉइन को आप खरीद सकते हैं, ट्रेड कर सकते हैं, बिटकॉइन माइंन कर सकते हैं, किसी सामान के बदले बिटकॉइन ले सकते हैं, या फिर आप चाहे तो बिटकॉइन को बेच भी सकते हैं। आप अपने बिटकॉइन को अपने ऑनलाइन बिटकॉइन वॉलेट (Bitcoin Wallet) में रख सकते हैं। ना सिर्फ बिटकॉइन को बल्कि अन्य सभी क्रिप्टोकरेंसी को अपने ऑनलाइन वॉलेट में आप रख सकते हैं।

जिन शॉपिंग वेबसाइट पर बिटकॉइन ट्रांजैक्शन की सुविधा हो उन वेबसाइट पर आप बिटकॉइन से सामान खरीद सकते हैं। या फिर आप चाहे तो स्वयं का कोई सामान बिटकॉइन के बदले बेच सकते हैं।

यह सब एक ब्लॉकचेन नेटवर्क(Blockchain Network) पर काम करता है जिसमें माइनिंग करने वाले को Bitcoin Blocks Solve करना होता है। एक ब्लॉक को सॉल्व करने बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे के लिए 10 मिनट का समय दिया जाता है और 2,16,000 ब्लॉक को सॉल्व करने के लिए लगभग 4 साल लग जाते हैं।

बिटकॉइन माइनिंग क्या होता है? What is Bitcoin Mining?

दुनियाभर के लोग बिटकॉइन एक दूसरे को भेजते हैं जो की एक ट्रांजेक्शन के माध्यम से पूरा होता है। परंतु यह ऑनलाइन ट्रांजैक्शन अपने आप पूरा नहीं होता है जैसा की एक साधारण बैंक के ट्रांजैक्शन में होता है। इन अधूरे ट्रांजैक्शन को ब्लॉक्स(Blocks) कहते हैं। बिटकॉइन या क्रिप्टोकरेंसी के ट्रांजैक्शन पुरे तब होते हैं जब कोई दूसरा User बिटकॉइन माइनिंग करके इन Blocks को Solve करता है।

जब कोई User अपने कंप्यूटर और हार्डवेयर इक्विपमेंट(Hardware equipment) जैसे बिटकॉइन माइनर (Bitcoin Miner) की मदद से बिटकॉइन माइन करता है तब बिटकॉइन के ट्रांजैक्शन पूरे हो होते हैं। इसमें बिटकॉइन माइंन करने वाले व्यक्ति को उस ट्रांजैक्शन को पूरा करने के लिए कुछ Cryptocurrency प्राप्त होती है जो वह व्यक्ति अपने Bitcoin Mining Pool के Server से अपने बिटकॉइन वॉलेट(Bitcoin Wallet) पर प्राप्त करता है।

बिटकॉइन से पैसे कैसे कमाएं? How to Make Money with Bitcoin?

आज के दिन में लाखों ऐसे Online Uses हैं जो जो बिटकॉइन के माध्यम से पैसे कमा रहे हैं। बिटकॉइन की मदद से ऑनलाइन कई प्रकार से पैसे कमाए जा सकते हैं जैसे –

बिटकॉइन ट्रेडिंग Bitcoin Trading

बिटकॉइन ट्रेडिंग लगभग स्टॉक मार्केट के जैसे ही काम करता है। इसमें आपको किसी बिटकॉइन प्रदान करने वाली कंपनी से बिटकॉइन खरीदना पड़ता है और उसे आप चाहे तो एक स्टॉक की तरह ही अपने बिटकॉइन वॉलेट पर रख सकते हैं। जब बिटकॉइन का दाम बढ़ जाएगा तो आप बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे चाहे तो उसे बेच सकते हैं।

बिटकॉइन माइनिंग Bitcoin Mining

बिटकॉइन माइनिंग आप दो प्रकार से कर सकते हैं- बिटकॉइन क्लाउड माइनिंग और बिटकॉइन हार्डवेयर महीने के द्वारा।

बिटकॉइन क्लाउड माइनिंग क्या होता है? Bitcoin Cloud Mining

इंटरनेट पर ऐसी बहुत सारी वेबसाइट हैं जो क्लाउड माइनिंग की सुविधा प्रदान करते हैं। आप उन वेबसाइट पर कुछ पैसे इन्वेस्ट करके बिटकॉइन माइंन करवा सकते हैं। उन वेबसाइट पर आपको MH/s, GH/s, TH/s की स्पीड मिलती है जो बिटकॉइन माइन करते हैं और माइन करने के बाद आपके ऑनलाइन वॉलेट में बिटकॉइन जमा हो जाते हैं।

बिटकॉइन क्या है और आप कैसे खरीद-बेच सकते हैं?

आजतक आप रुपया, डॉलर या पाउंड जैसी मुद्राओं के नाम सुनते आ रहे थे। अगर आप इंटरनेट में थोड़ी भी रूचि रखते बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे हैं, तो यकीनन आपने बिटकॉइन का भी नाम सुना होगा। यह एक तरह की डिजिटल करेंसी है, जिसका इस्तेमाल केवल ऑनलाइन ही किया जा सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि जैसे आप अन्य मुद्राओं को छू सकते हैं और उन्हें अपनी जेब में रख सकते हैं, वैसे आप बिटकॉइन के साथ नहीं कर सकते। इसे आपको अपने एक पर्सनल ऑनलाइन बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे अकाउंट में रखना पड़ता है।

‘वर्चुअल करेंसी’ के नाम से मशहूर इस मुद्रा को साल 2009 में लॉन्च किया गया था। यह एक प्रकार की इंडिपेंडेंट करेंसी है, जिस पर किसी संस्था या देश का अधिकार नहीं है। यानि आप दुनिया के किसी भी देश में रहकर ऑनलाइन द्वारा इस मुद्रा का उपयोग कर सकते हैं।

बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? | What Is Bitcoin In Hindi

दोस्तों आज का समय इंटरनेट का समय है। हम अपने हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े काम जो इंटरनेट के माध्यम से हो सकता है उसे करने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। पैसों का लेनदेन हमारे जीवन में हमेशा से ही होता है, हमें कुछ खरीदने के लिए पैसा देना होता है एवं हमसे कुछ खरीदे जाने पर हमें पैसा मिलता है। दोस्तों पैसों के रूप में हम दुनिया भर के विभिन्न देशों में उपयोग होने वाले मुद्राएं जैसे रुपया, डॉलर, पाउंड, आदि को जानते हैं। हम मुद्राओं का लेन देन इन्हीं के रूप में करते हैं।

आज के ऐसे इंटरनेट के समय में हम ऑनलाइन खरीदी, ऑनलाइन पेमेंट, आदि जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल बड़े स्तर पर कर रहे हैं। इंटरनेट पर किसी भी प्रकार के मुद्राओं का लेनदेन करने के लिए हमें Bank जैसी संस्थाओं के प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। परंतु आज के समय में इसका एक दूसरा विकल्प भी है जिसमें नाम आता है क्रिप्टोकरंसी (crypoto currency) का।

बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? (Bitcoin kya hai)

दोस्तों अगर सीधे-सीधे कहें की बिटकॉइन क्या है तो Bitcoin एक डिजिटल करेंसी है इसे वर्चुअल करेंसी भी कहा जाता है इसका मतलब है की अन्य मुद्राओं की तरह आप इसे छू या पकड़ नहीं सकते यह मुद्रा केवल इंटरनेट पर ही रहती है एवं वही से इसे प्राप्त व इसका भुगतान किया जा सकता है। इंटरनेट की भाषा में इसे क्रिप्टो करेंसी कहा जाता है।

Bitcoin एक विकेंद्रीकृत मुद्रा है, इसे अंग्रेजी मे इसे डिसेंट्रलाइज्ड करेंसी (decentrilised currency) कहा जाता है जिसका मतलब है किस मुद्रा का संचालन मुद्राओं की तरह कोई केंद्रीय बैंक या सरकार नहीं कर सकती है। हम जिस दिन मुद्रा का इस्तेमाल किसी प्रकार की खरीद बिक्री के लिए करते हैं उसका संचालन किसी ना किसी बैंक द्वारा किया जाता है मतलब भुगतान करने या पेमेंट लेने के लिए आपको बैंक की आवश्यकता पढ़ती ही पढ़ती है।

बिटकॉइन के फायदे और नुकसान? (Bitcoin ke fayde aur nuksaan)

दोस्तों बिटकॉइन पर किसी भी प्रकार का कोई नियंत्रण ना होने के कारण बहुत से लोग इंटरनेट पर लेनदेन के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं। परंतु कोई नियंत्रण ना होने के कारण बिटकॉइन में होने वाले फ्रॉड के भी संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

पेमेंट करने के लिए बिटकॉइन peer to peer नेटवर्क पर काम करता है मतलब लोग एक दूसरे के साथ सीधा सीधा बिना किसी भी बैंक या क्रेडिट कार्ड या किसी भी अन्य कंपनी के ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।

बिटकॉइन बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे को अन्य मुद्राओं की तरह ट्रैक नहीं किया जा सकता अर्थात इसका भुगतान कब,कहां,किसको किया गया है इसका पता लगाना संभव नहीं होता इसी कारण ज्यादातर ऐसे लोग जो इन जानकारियों को गुप्त रखना चाहते हैं पेमेंट करने या पेमेंट रिसीव करने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करते हैं।

बिटकॉइन का ट्रांजैक्शन एक पब्लिक लेजर (ledger) यानी खाते में रिकॉर्ड होकर रहता है जिससे बिटकॉइन ब्लॉकचेन (blockchain) कहते हैं।

Ethereum (ETH)

LITECOIN

Litecon जो एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर है जोकि बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे अंडर द एमआईटी फ्लैश x11 लाइसेंस के अंतर्गत अक्टूबर 2011 में carles lee ली के द्वारा खोजा गया था ।जो एक गूगल का एम्पलाई था। इस क्रिप्टोकरेंसी को बनाने में बिटकॉइन का सबसे ज्यादा सहयोग है। इस करेंसी की विशेषता बिटकॉइन की विशेषता से बहुत ज्यादा मिलती-जुलती है।

DOGECOIN

बिटकॉइन को मजाक करने के लिए उससे कुत्ते से तुलना किया गया जो आगे चलकर एक क्रिप्टो का रूप ले लिया। जो आज डोज कॉइन के रूप में जाना जाता है।BILLY MARKUS 2 स्क्वायर का संस्थापक है। डोज को इनका एल्गोरिदम लिटकॉइन की तरह scrypt है। पूरे विश्व में इसके 200 से भी ज्यादा मर्चेंट हैं। इसका बाजार मूल्य लगभग 197 मिलियन डॉलर से भी ज्यादा है।

CRYPTOCURRENCY के फायदे

1 क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन पद्धति पर काम करती है जिसके कारण इसमें फ्रॉड लगभग नहीं के बराबर होते हैं।

2 यह सामान्य डिजिटल पेमेंट की तुलना में ज्यादा सिक्योर और फास्ट होता है।

3 इसके लेन-देन फीस लगभग नहीं के बराबर होता है।

CRYPTOCURRENCY के नुकसान

1 क्रिप्टो करेंसी पर किसी संस्था या सरकार का कोई अधिकार नहीं होता है जिसके कारण यदि इसमें कोई फ्रॉड होता है बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे तो इसके जिम्मेवार खुद होना पड़ता है।

2 इस करेंसी मैं अपना यूजर आईडी और पासवर्ड को हमेशा संभाल कर रखना होता बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे है यदि यूजर आईडी और पासवर्ड याद से भूल जाते हैं तो इसमें फॉरगेट पासवर्ड या अकाउंट रिकवर करने जैसी कोई भी ऑप्शंस नहीं होता है।

बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? | What Is Bitcoin In Hindi

दोस्तों आज का समय इंटरनेट का समय है। हम अपने हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े काम जो इंटरनेट के माध्यम से हो सकता है उसे करने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। पैसों का लेनदेन हमारे जीवन में हमेशा से ही होता है, हमें कुछ खरीदने के लिए पैसा देना होता है एवं हमसे कुछ खरीदे जाने पर हमें पैसा मिलता है। दोस्तों पैसों के रूप में हम दुनिया भर के विभिन्न देशों में उपयोग होने वाले मुद्राएं जैसे रुपया, डॉलर, पाउंड, आदि को जानते हैं। हम मुद्राओं का लेन देन इन्हीं के रूप में करते हैं।

आज के ऐसे इंटरनेट के समय में हम ऑनलाइन खरीदी, ऑनलाइन पेमेंट, आदि जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल बड़े स्तर पर कर रहे हैं। इंटरनेट पर किसी भी प्रकार के मुद्राओं का लेनदेन करने के लिए हमें Bank जैसी संस्थाओं के प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। परंतु आज के समय में इसका एक दूसरा विकल्प भी है जिसमें नाम आता है क्रिप्टोकरंसी (crypoto currency) का।

बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? (Bitcoin kya hai)

दोस्तों अगर सीधे-सीधे कहें की बिटकॉइन क्या है तो Bitcoin एक डिजिटल करेंसी है इसे वर्चुअल करेंसी भी कहा जाता है इसका मतलब है की अन्य मुद्राओं की तरह आप इसे छू या पकड़ नहीं सकते यह मुद्रा केवल बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे इंटरनेट पर ही रहती है एवं वही से इसे प्राप्त व इसका भुगतान किया जा सकता है। इंटरनेट की भाषा में इसे क्रिप्टो करेंसी कहा जाता है।

Bitcoin एक विकेंद्रीकृत मुद्रा है, इसे अंग्रेजी मे इसे डिसेंट्रलाइज्ड करेंसी (decentrilised currency) कहा जाता है जिसका मतलब है किस मुद्रा का संचालन मुद्राओं की तरह कोई केंद्रीय बैंक या सरकार नहीं कर सकती है। हम जिस दिन मुद्रा का इस्तेमाल किसी प्रकार की खरीद बिक्री के लिए करते हैं उसका संचालन किसी ना किसी बैंक द्वारा किया जाता है मतलब भुगतान करने या पेमेंट लेने के लिए आपको बैंक की आवश्यकता पढ़ती ही पढ़ती है।

बिटकॉइन के फायदे और नुकसान? (Bitcoin ke fayde aur nuksaan)

दोस्तों बिटकॉइन पर किसी भी प्रकार का कोई नियंत्रण ना होने के कारण बहुत से लोग इंटरनेट पर लेनदेन के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं। परंतु कोई नियंत्रण ना होने के कारण बिटकॉइन में होने वाले फ्रॉड के भी संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

पेमेंट करने के लिए बिटकॉइन peer to peer नेटवर्क पर काम करता है मतलब लोग एक दूसरे के साथ सीधा सीधा बिना किसी भी बैंक या क्रेडिट कार्ड या किसी भी अन्य कंपनी के ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।

बिटकॉइन को अन्य मुद्राओं की तरह ट्रैक नहीं किया जा सकता अर्थात इसका भुगतान कब,कहां,किसको किया गया है इसका पता लगाना संभव नहीं होता इसी कारण ज्यादातर ऐसे लोग जो इन जानकारियों को गुप्त रखना चाहते हैं पेमेंट करने या पेमेंट रिसीव करने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करते हैं।

बिटकॉइन का ट्रांजैक्शन एक पब्लिक लेजर (ledger) यानी खाते में रिकॉर्ड होकर रहता है जिससे बिटकॉइन ब्लॉकचेन (blockchain) कहते हैं।

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