फाइनेंस कितने प्रकार का होता है

बजाज फाइनेंस से पर्सनल लोन कैसे लें? – How to Get Personal Loan from Bajaj Finance in Hindi?
बजाज फाइनेंस से ऑनलाइन पर्सनल लोन के साथ, आप रु. 25 लाख और तुरंत स्वीकृति प्राप्त करें। आसानी से मिलने वाले पात्रता मानकों को पूरा करें और अनुमोदन के 24 घंटों के भीतर आवश्यक धनराशि प्राप्त करने के लिए अपने मूल दस्तावेज़ीकरण को पूरा करें।
वास्तव में, यदि आप एक पूर्व-अनुमोदित ग्राहक हैं, तो आपको कोई अतिरिक्त कागजी कार्रवाई जमा करने की भी आवश्यकता नहीं हो सकती है, और आप अपना पैसा कम से कम 20 मिनट में प्राप्त कर सकते हैं।
पर्सनल लोन पात्रता मानदंड
राष्ट्रीयता: भारतीय
उम्र: 21 वर्ष से 67 वर्ष*
रोज़गार: एक फाइनेंस कितने प्रकार का होता है बहुराष्ट्रीय कंपनी, सार्वजनिक या निजी कंपनी में काम करना
सिबिल स्कोर: 750 या उच्चतर
मासिक वेतन: 22,000 रुपये से शुरू , आपके निवास के शहर के आधार पर
बजाज फाइनेंस पर्सनल लोन के लिए अप्लाई कैसे करें?
पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करने के बारे में विस्तृत गाइड यहां दी गई है। आप अपना ऑनलाइन आवेदन अभी शुरू कर सकते हैं और बाद में इसे फिर से शुरू कर सकते हैं।
- सबसे पहले इस लिंक पर जाएँ और ऑनलाइन फॉर्म खोलने के लिए ‘ऑनलाइन आवेदन करें’ पर क्लिक करें
- अपना 10 अंकों का मोबाइल नंबर और ओटीपी दर्ज करें
- अपनी बुनियादी जानकारी साझा करें। मौजूदा ग्राहकों को लग सकता है कि उनकी जानकारी पहले से भरी हुई है
- उस ऋण राशि का चयन करें जिसे आप उधार लेना चाहते हैं
- इनका प्रतिनिधि आपको कॉल करेगा और अगले चरणों के बारे में मार्गदर्शन करेगा
बजाज फाइनेंस के प्री-अप्रूव्ड ग्राहकों को आवेदन प्रक्रिया पूरी करने या अपनी ज़रूरत के पैसे की प्रतीक्षा करने की आवश्यकता नहीं है। वे केवल 20 मिनट में अपने बैंक खाते में ऋण राशि स्थानांतरित कर सकते हैं।
अगर आप बजाज फाइनेंस में नए हैं, तो आप ऊपर बताई गई आसान आवेदन प्रक्रिया को पूरा करके अपना पर्सनल लोन प्राप्त कर सकते हैं.
आपसे आपकी संपर्क जानकारी साझा करने और कुछ दस्तावेज़ अपलोड करने के लिए कहा जाएगा ताकि हमें आपकी प्रोफ़ाइल सत्यापित करने और आपका व्यक्तिगत ऋण प्रस्ताव तैयार करने में मदद मिल सके।
जब आप ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना शुरू करने वाले हों तो कृपया निम्नलिखित दस्तावेजों को संभाल कर रखें:
- केवाईसी दस्तावेज
- सरकार द्वारा जारी किया गया एड्रेस प्रूफ
- हाल ही में एक पासपोर्ट आकार का फोटो
- नवीनतम वेतन पर्ची
हमें आशा है की यह ब्लॉग पोस्ट पढ़ने के बाद आपके सवाल बजाज फाइनेंस से लोन कैसे लें? (How to Get Personal Loan from Bajaj Finance in Hindi) इस सवाल का जवाब आपको आसानी से मिल गया होगा।
Ans: त्वरित व्यक्तिगत ऋण का लाभ उठाने के लिए, आपको केवल कुछ बुनियादी पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:
1) आपकी आयु 21 वर्ष से 67 वर्ष* वर्ष के बीच होनी चाहिए
2) आपको एक बहुराष्ट्रीय कंपनी, सार्वजनिक या निजी कंपनी में कार्यरत वेतनभोगी व्यक्ति होना चाहिए
3) आपको भारत का निवासी नागरिक होना चाहिए
4) यदि आप अपने निवास के शहर के आधार पर वेतन की आवश्यकता को पूरा करते हैं, तो आप ऋण के लिए अर्हता प्राप्त कर सकते हैं
Ans: एक व्यक्तिगत ऋण एक असुरक्षित ऋण है, जिसका अर्थ है कि आपको धन प्राप्त करने के लिए किसी भी संपार्श्विक को गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं है। एक का लाभ उठाना आसान है – आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और पैसे का उपयोग लगभग किसी भी खर्च को पूरा करने के लिए फाइनेंस कितने प्रकार का होता है कर सकते हैं। बजाज फाइनेंस, भारत में सबसे विविध एनबीएफसी में से एक है, जो कागज रहित अनुमोदन और त्वरित वितरण के साथ तत्काल व्यक्तिगत ऋण प्रदान करता है।
विकास तिवारी इस ब्लॉग के मुख्य लेखक हैं. इन्होनें कम्प्यूटर साइंस से Engineering किया है और इन्हें Technology, Computer और Mobile के बारे में Knowledge शेयर करना काफी अच्छा लगता है.
Bajaj Card EMI क्या है व ये कैसे बनाये हिंदी में जानकारी
यह आर्टिकल Bajaj Card EMI के बारे में है जिसमे हम आपको आज बतायेगे की बजाज ईएमआई क्या होता है और यह किसलिए बनाया जाता है व ये बनाने पर आपको क्या क्या फायदे हो सकते है इन सब के बारे में आपको आज हम जानकारी देने वाले है जिससे की आप भी बहुत ही आसानी से अपना ईएमआई कार्ड बनवा सकते है.
आज भारत के सभी युवा इसके लिए आवेदन कर सकते है व इससे आपको कई अलग अलग तरीके के फायदे भी मिलते है जिसके कारण आज लाखो लोग इसका इस्तमाल करते है व Bajaj Card का सबसे बड़ा फायदा ये होता है की इससे आप कोई भी सामान बहुत ही फाइनेंस कितने प्रकार का होता है आसानी से ईएमआई पर खरीद सकते है व सामान की रकम को किस्तों में चूका सकते है इससे सभी लोगो को महंगे सामान खरीदने का मौका मिल जाता है.
Bajaj Card EMI क्या है
बजाज ईएमआई pre approved loan होता है इसके माध्यम से आप किसी भी प्रकार प्रोडक्ट जैसे इलेक्ट्रॉनिक, मोबाइल, appliances, फर्नीचर, gym membership,कपडे आदि कई अलग अलग प्रकार के सामान को आसान किस्तों में खरीद सकते है इसकी किस्ते 3, 6, 9, 12 माह तक की होती है.
कई लोगो के पास किसी महंगे सामान को खरीदने के लिए इतने पैसे नहीं होती की एक साथ इतने पैसे देकर लोग वो सामान खरीद सके ऐसे में अगर आपके पास बजाज कार्ड है तो आप उस सामान को बजाज ईएमआई पर खरीद सकते है और इससे आपको एक साथ उस सामान के पैसे नहीं देने होते आप आसान किस्तों में उसकी राशि चूका सकते है व इसमें आपको किसी प्रकार का interest भी नहीं देना होता.
बजाज ईएमआई पर आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार से सामान खरीद सकते है इसकी क़िस्त की राशि प्रतिमाह 2 तारीख को सीधे आपके बैंक खाते से काटी जाती है अगर आप समय पर ईएमआई नहीं भर पाते तो ऐसे में कंपनी अपने late payment करने का चार्ज लेती है.
Bajaj EMI Card कितने प्रकार का होता है
कई लोगो को इसके बारे में जानकारी नहीं होती की बजाज में कितने प्रकार के ईएमआई कार्ड होते है तो इसके बारे में हम आपको बता देते है ये दो प्रकार के कार्ड होते है.
- Gold Card – इसको बनाने के लिए आपको 412 रुपये pay करने पड़ते है.
- Titanium Card – इसको बनाने के लिए आपको 884 रुपये pay करने पड़ते है.
बजाज ईएमआई कार्ड बनाने के लिए योग्यता
अगर आप अपना बजाज ईएमआई कार्ड बनाना चाहते है तो इसके लिए आपके पास कुछ दस्तावेज होने जरुरी है तभी आप अपना ईएमआई कार्ड बना सकते है.
- इसमें आवेदन करने के लिए न्यूनतम उम्र सीमा 18 वर्ष होनी जरुरी है.
- आपके पास आधार कार्ड और पैन कार्ड होना जरुरी है.
- आपका बैंक में खाता होना जरुरी है जिससे आप लेनदेन भी करते है.
- आपका CIBIL Score Record अच्छा होना जरुरी है.
- आपके पास एक cancel चेक होना जरुरी है.
- आपके पास आपका नवीनतम पासपोर्ट साइज फोटो होना जरुरी है.
Bajaj Finserv EMI Card कैसे बनाये
अगर आप नया बजाज कार्ड बनाना चाहते है तो बहुत ही आसानी से बना सकते है इसके लिए आप दो अलग अलग तरीके से आवेदन कर सकते है हम आपको दोनों तरीके द्वारा आवेदन करने के बारे में बता रहे है.
ऑनलाइन बजाज कार्ड के लिए आवेदन
ऑनलाइन आवेदन सिर्फ बजाज यूजर ही कर सकते है जिन्होंने पहले से बजाज कार्ड के लिए आवेदन किया हुआ हो या बजाज पर कोई सामान ख़रीदा हो वो लोग ऑनलाइन इसके लिए आवेदन कर सकते है इसके लिए आपको 399 pay करने होते है व उसके बाद आपको 2 सप्ताह में बजाज कार्ड प्राप्त हो जाता है.
ऑफलाइन बजाज कार्ड के लिए आवेदन
भारत में आज लगभग 950+ शहरों और उनके 43000+ ब्रांच के होने के कारण अब आप बहुत ही आसानी से इसके लिए आवेदन कर सकते है इसके लिए आपको किसी भी इलेक्ट्रॉनिक सामन विक्रेता ( जो बजाज ईएमआई पर सामान दे ) वहां जानकारी आपको कोई भी सामान खरीदना है उसके बाद आपको बजाज कार्ड पर सामान लेना है इसके लिए आपको ऊपर बताये दस्तावेज उस विक्रेता को दिखने होते है उसके बाद वो आपको बजाज कार्ड बना के देता है.
बजाज कार्ड बनाने के फायदे
अगर आप बजाज कार्ड बनाते है तो इससे आपको कई अलग अलग प्रकार के फायदे होते है जिसके बारे में हम आपको बता रहे है.
- इससे आप किसी भी प्रकार का सामान ईएमआई पर खरीद सकते है.
- इससे आप कोई भी महँगा सामान बहुत ही आसान किस्तों में खरीद सकते है.
- इसमें आपको किसी भी प्रकार का इंटरेस्ट भी नहीं देना होता.
- इसके द्वारा आप पर्सनल लोन भी प्राप्त कर सकते है.
- इससे आप ट्रेवल्स लोन भी ले सकते है.
इसके आलावा भी अगर आप बजाज कार्ड बनाते है तो इससे आपको कई अलग अलग प्रकार के फायदे होते है.
Calculation – इस आर्टिकल में हमने आपको Bajaj Card EMI कैसे बनाते है व इसके फायदे क्या क्या होते है इसके बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है की आपको इसके बारे में बताई जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आप इससे संबधित किसी प्रकार का सवाल पूछना चाहते है तो आप हमे कमेंट भी कर सकते है व जानकारी उपयोगी लगे तो इसको अपने मित्रो के साथ share भी जरूर करें.
फाइनेंस कितने प्रकार का होता है
मुद्रा योजना पर किसी प्रकार की जानकारी के लिए इस न॰ पर संपर्क करें –022-22892250
इस योजना के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए, कृपया हमारी नजदीकी शाखा/क्षेत्रीय कार्यालय से संपर्क करें.
इंटरनेट बैंकिंग
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Home Loan : अगर आप भी ले रहे हैं लोन तो जान लीजिए कितने फाइनेंस कितने प्रकार का होता है तरह के लगते हैं चार्ज
बैंक Home Loan पर कई तरह के चार्ज लगाता है, जिन्हें उधारकर्ता चुकाता है। अधिकतर चार्ज के बारे में बोरोअर को जानकारी तक नहीं होती है। होम लोन को अप्लाई करने से पहले सभी डॉक्युमेंट्स को ध्यान से पढऩा जरूरी है।
बिजनेस डेस्क। जब आप होम लोन लेते हैं और उसका ईएमआई में भुगतान करते हैं तो आपको साथ में कई तरह के शुल्कों का भी भुगतान करना होता है। ये शुल्क सभी तरह के लेंडर्स (बैंक, होम फाइनेंस कंपनीज और नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनीज) में अलग-अलग होते हैं। इसके अलावा, कुछ लेंडर्स अलग से भी से शुल्क लगा सकते हैं या दूसरे शुल्कों को एक साथ जोड़ सकते हैं। कुछ शुल्क निश्चित राशिके होते हैं, वहीं कुछ शुल्क ऐसे भी हैं जो होम लोन की कुल राशि के प्रतिशत के रूप में होते हैं। अन्य होम लोन राशि के प्रतिशत के रूप में जुड़े हुए हैं। इन शुल्कों के बारे में जानना काफी जरूरी है, क्यों कि इन शुल्कों की वजह से आपके होम लोन की लागत में इजाफा हो जाता है।
लॉग-इन चार्ज
इसे आवेदन शुल्क के रूप में भी जाना जाता है, यह लोन आवेदन का मूल्यांकन करने के लिए लेंडर द्वारा लिया जाने वाला एक प्राइमरी चार्ज है। इस स्तर पर लेंडर यह आकलन करता है कि आवेदन में आगे के प्रोसेस के लिए आवश्यक फाइनेंस कितने प्रकार का होता है दस्तावेजों के साथ सभी प्रासंगिक और सटीक जानकारी है या नहीं।
प्रोसेसिंग फीस
क्रेडिट अंडरराइटिंग प्रक्रिया के दौरान एक ऋण आवेदन का मूल्यांकन कई मापदंडों पर किया जाता है जिसमें केवाईसी सत्यापन, वित्तीय मूल्यांकन, रोजगार सत्यापन, निवास और कार्यालय का पता सत्यापन, क्रेडिट इतिहास मूल्यांकन आदि शामिल होता है। लेंडर प्रोसेसिंग फीस के माध्यम से क्रेडिट हामीदारी प्रक्रिया से संबंधित सभी लागतों की वसूली करता है। कुछ लेंडर प्रोसेसिंग फीस के रूप में एक समान शुल्क लेते हैं जबकि अन्य आमतौर पर ऋण राशि का 2 फीसदी तक लेते हैं।
तकनीकी मूल्यांकन शुल्क
जिस संपत्ति के लिए होम लोन लिया गया है, उसके फिजिकल हेल्थ और बाजार मूल्य का आकलन करने के लिए लेंडर्स तकनीकी विशेषज्ञों को नियुक्त करते हैं। ये विशेषज्ञ कई मानकों पर संपत्ति का मूल्यांकन करते हैं जैसे वैधानिक अनुमोदन, लेआउट अनुमोदन, भवन विनिर्देशों, निर्माण मानदंडों का अनुपालन आदि। वे विभिन्न माध्यमों से संपत्ति का बाजार मूल्य भी निर्धारित करते हैं जिसमें भूमि की लागत और निर्माण लागत भी शामिल होती है। जहां कई लेंडर इस शुल्क को अपने प्रोसेेसिंग फीस में शामिल करते हैं, वहीं कुछ इसे अलग से चार्ज करते हैं।
कानूनी शुल्क
सभी लेंडर्स लोन देने से पहले इस बात की भी जांच करते हैं कि जिस संपत्ति के लिए बोरोअर लोन ले रहा है वो प्रॉपर्टी किसी कानूनी विवाद में तो नहीं फंसी हुई है। जिसके वो लीगल एक्सपर्ट को हायर करते हैं। यह लीगल एक्सपर्ट प्रासंगिक कानूनी पहलुओं की जांच करते हैं जैसे कि टाइटल डीड, प्रॉपर्टी की डिवैल्यूएशन, अनापत्ति प्रमाण पत्र, ऑक्युपेंसी प्रमाण पत्र आदि उसके बाद वो लेंडर को अपनी अंतिम राय देते हैं कि इस प्रॉपर्टी पर लोन देना चाहिए या नहीं।
फ्रैंकिंग शुल्क
फ्रैंकिंग आपके गृह ऋण समझौते पर आम तौर पर एक मशीन के माध्यम से मुहर लगाने की प्रक्रिया है, इस प्रकार यह पुष्टि करता है कि आपने आवश्यक स्टाम्प शुल्क भुगतान किया है। गृह ऋण समझौते की फ्रैंकिंग आमतौर पर सरकार द्वारा अधिकृत बैंकों या एजेंसियों द्वारा की जाती है। यह शुल्क भारत के कुछ राज्यों जैसे महाराष्ट्र और कर्नाटक में ही लागू है। फ्रैंकिंग शुल्क आम तौर पर होम लोन मूल्य का 0.1 फीसदी होता है।
प्री-ईएमआई शुल्क
होम लोन के वितरण के बाद अगर उधारकर्ता को घर का कब्जा मिलने में देरी होती है, तो लेंडर एक साधारण ब्याज लेता है जिसे प्री-ईएमआई कहा जाता है जब तक कि उधारकर्ता को घर का कब्जा नहीं मिल जाता है, जिसके बाद ईएमआई भुगतान शुरू हो जाएगा।
वैधानिक या नियामक शुल्क
ये वे शुल्क हैं जो ऋणदाता द्वारा होम लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया में वैधानिक निकायों की ओर से एकत्र किए जाते हैं। यह ज्यादातर विभिन्न शुल्कों पर स्टांप ड्यूटी और जीएसटी के रूप में होता है जो लेंडर द्वारा एकत्र किया जाता है और सरकार को भुगतान किया जाता है।
री-अप्रेजल फीस
होम लोन आवेदन की मंजूरी सीमित वैधता अवधि के साथ आती है। यदि आपका लोन अप्रूव्ड हो गया है, लेकिन आप लंबी अवधि के लिए संवितरण नहीं करते हैं, तो लेंडर आपके ऋण आवेदन के री-अप्रेजल के लिए जाएगा। यह अवधि सभी उधारदाताओं में भिन्न होती है और आमतौर पर छह महीने तक हो सकती है। उदाहरण के लिए, एचडीएफसी उन मामलों में 2,000 रुपए का री-अप्रेजल फीस लेता है, जहां छह महीने की प्रारंभिक मंजूरी समाप्त हो जाती है।
इंश्योरेंय प्रीमियम
कई लेंडर्स उधारकर्ताओं से संपत्ति को किसी भी भौतिक क्षति से होने वाले नुकसान को लेकर होम लोन इंश्योरेंस कराने के लिए कहते हैं। कुछ लेंडर्स उधारकर्ताओं को ऋण सुरक्षा जीवन बीमा पॉलिसी का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं ताकि उनके कानूनी उत्तराधिकारियों को बकाया लोन के बारे में परेशान न होना पड़े यदि उधारकर्ता को कुछ होता है। इसलिए, यदि आप होम लोन के साथ एक बीमा पॉलिसी लेने का निर्णय लेते हैं, तो आपको बीमा प्रीमियम का भुगतान करना होगा - यह अक्सर एक एकल प्रीमियम पॉलिसी होती है जिसे लेंडर अक्सर फाइनेंस करने के लिए तैयार रहते हैं।
नोटरी शुल्क
यदि आप होम लोन लेने वाले एनआरआई हैं तो आपको कुछ अतिरिक्त कागजी कार्रवाई करनी पड़ सकती है। आपके केवाईसी दस्तावेजों और पीओए (पावर ऑफ अटॉर्नी) को भारतीय दूतावास या विदेश में उपलब्ध स्थानीय नोटरी द्वारा नोटरीकृत करने की आवश्यकता है, जिसके लिए आपको लागू शुल्क का भुगतान करना होगा।
बैंकों के वसूली एजेंट करें परेशान, तो न करें चिंता- आपके पास हैं ये अधिकार
बैंको ने कर्ज की वूसली तेज करने के लिए वसूली एजेंटों की भर्ती शुरू की है। बैंकिंग सूत्रों ने बताया कि बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, बंधन बैंक, और उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक समेत कई सरकरी और निजी बैंक 15.
बैंको ने कर्ज की वूसली तेज करने के लिए वसूली एजेंटों की भर्ती शुरू की है। बैंकिंग सूत्रों ने बताया कि बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, बंधन बैंक, और उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस कितने प्रकार का होता है फाइनेंस बैंक समेत कई सरकरी और निजी बैंक 15 फीसदी अधिक वसूली एजेंटों की भर्ती कर रहे हैं। बैंक टेली कॉलर और फिल्ड एजेंट की तौर पर ये भर्तियां कर रहे हैं। वसूली एजेंट के तौर पर भर्ती होने वाले को बैंक 1.5 लाख से 3.5 लाख रुपये सालाना का पैकेज ऑफर कर रहे हैं।
बैंक से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि वसूली एजेंटों को टारगेट दिया गया है। उसी के अनुसार इनको वेतन से ऊपर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इनकी बहाली अस्थायी तौर पर की गई है। इनका काम सिर्फ बैंक के फंसे कर्ज की वूसली करना है। हालांकि, इसके लिए इनको प्रोपर ट्रेनिंग दी गई है। किसी फाइनेंस कितने प्रकार का होता है को परेशान या कोई नुकसान करने की छूट इन्हें नहीं होगी। गौरतलब है कि कोरोना संकट के कारण भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से सभी तरह के कर्ज की किस्त (लोन मोरेटोरियम) छह माह तक चुकाने की छूट मिली थी। वह समयसीमा 30 सितंबर को खत्म हो गई। आरबीआई ने बैंकों को अपने विवेक का इस्तेमाल करने हुए कर्ज पुनर्गठन करने की अनुमति दी है। इस फैसले के बाद सभी तरह के लोन पर ईएमआई फिर से शुरू हो गया है। वहीं, कोरोना और लॉकडाउन के कारण लाखों लोगो की नौकरी चली गई है। इसी अनुपात में लोग वेतन कटौती का सामना कर रहे हैं। इससे बैंकों को डर है उनका दिया हुआ कर्ज एनपीए हो सकता है। इस संभावना को कम करने के लिए बैंकों ने वसूली एजेंटों को भर्ती शुरू की है।
कर्जदार होते हैं परेशान
वसूली एजेंटों की बहाली से कर्जदारों की परेशानी बढ़ सकती है। दरअसल, वूसली एजेंट कर्जदार पर दबाब डालने के लिए रिश्तेदारों, दोस्तों, सहयोगियों यहां तक कि पत्नी और माता को भी धमकाने और उनसे बदतमीजी से नहीं कतराते हैं। इससे कर्जदार की परेशानी बढ़ जाती है। कई बार तो कर्जदारों को पुलिसी और कानून की भी सहायता लेनी पड़ती है। एक पेशेवर के मुताबिक, उन्हें कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आने के बावजूद भी नहीं बख्शा गया। वसूली एजेंट ने कहा कि पहले लोन दो फिर अस्पताल जाओ।
अभद्रता का अधिकार नहीं
बैंक और वित्तीय कंपनियां अपना लोन वसूलने के लिए वूसली एजेंट की सेवा ले सकती है, लेकिन एजेंट ग्राहकों से किसी भी प्रकार की अभद्रता या जोर जबरदस्ती नहीं कर सकते हैं। कर्जदाता के घर जाने का भी एक निश्चित समय है। बदसलूकी पर ग्राहक बैंक में इसकी शिकायत कर सकता है, अगर वहां सुनवाई नहीं होती तो वो आगे शिकायत कर सकता है।
दिवाली में और सस्ता होगा सोना! जानें क्या रह सकते हैं भाव- ये है एक्सपर्ट की राय
आपके पास चार अधिकार
-वूसली एजेंट का काम कर्जदार को बैंक के लोन की रकम का भुगतान करने के लिए तैयार करना होता है। वह आपको शारीरिक, मानसिक या किसी और तरह से परेशान नहीं कर सकता। एजेंट अगर अभ्रदता से बात करता है तो आप पुलिस में शिकायत कर सकते हैं।
-अगर बैंक आपके केस को वसूली एजेंट को सौंपना चाहता है तो उसे पहले यह जानकारी आपको देनी होगी। अगर आपने पहले से कोई शिकायत कर रखी है और बैंक ने उस पर कार्रवाई नहीं की है तो एजेंट को केस नहीं सौंपा जा सकता।
-वसूली एजेंट का पता और फोन नंबर ग्राहक को दिया जाना जरूरी है। एजेंट को भी उन्हीं नंबरों से ग्राहक को कॉल करना चाहिए, जो बैंक ने उपलब्ध कराए हैं। एजेंट को ग्राहक से सुबह 7 से शाम 7 बजे के बीच ही संपर्क करना चाहिए।
-ग्राहक को यह अधिकार है कि वह एजेंट को एक तय वक्त पर फोन करने और मीटिंग के लिए समय तय करने को कह सकता है।
कोरोना महामारी और लॉकडाउन से अधिकांश लोगों की आय को प्रभावित किया है। अगर, आप उनमें शामिल हैं और आपने कार, होम या पर्सनल लोन लिया है और अब ईएमआई चुकाने में समस्या आ रही है तो परेशान मत हों। हम आपको बता रहे हैं कि कैसे आप इस परेशानी से निकल सकते हैं।
होम लोन की ईएमआई
अगर आपने बैंक या हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से होम लोन लिया है और कोरोना के कारण ईएमआई चुकाने मुश्किल हो रहा है तो आप बैंक से बात करें। आरबीआई ने बैंकों को लोन पुनर्गठन करने को कहा है। इसका फायदा उठाकर आप दो साल तक लोन मोरेटोरियम या लोन की अवधि बढ़ाकर ईएमआई चुका सकते हैं। हालांकि, इसके लिए जरूरी दस्तावेज अभी से तैयार कर लें। अगर आपने अंडरकंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी में निवेश किया है तो डेवलपर्स से बातकर उसे रेडी टू मूव प्रॉपर्टी में शिफ्ट करा सकते हैं। कोरोना संकट के बीच कई डेवलपर्स यह सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं। ऐसा कर आप ईएमआई के साथ रूम रेंट देने के बोझ से बच जाएंगे। फिर आपको ईएमआई चुकाने में राहत होगी।
कार लोन का भुगतान में समस्या
अगर आपने कार लोन लिया है अब चुकाने में समस्या आ रही तो बैंक या कर्जदाता से लोन की अवधि बढ़ाने को कहें। उदाहरण के तौर पर अगर आपके लोन की अवधि 36 माह की है तो इसे 48 माह करने का अनुरोध करें। इससे हर महीने आपको कम ईएमआई देनी पड़ेगी। अपने कर्जदाता या बैंक से ईएमआई डेफर करने का अनुरोध करें। इससे आपको मौजूदा माह की ईएमआई का पेमेंट बाद में करने की अनुमति मिल सकती है।
क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन का भुगतान
अगर क्रेडिट कार्ड पर लोन लिया है या पर्सनल लोन है तो आप इसका भुगतान अपने किए हुए निवेश से करने की कोशिश करें। बैंक सबसे अधिक ब्याज क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन पर वसूलते हैं। अगर आपने एफडी किया है या पीपीएफ या म्यूचुअल फंड में निवेश किया तो उससे रकम निकालकर लोन का भुगतान कर दें। ऐसा इसलिए कि आपको जमा पर छह से सात फीसदी का रिटर्न मिलेगा जबिक लोन पर आपको 20 फीसदी तक ब्याज चुकान होगा। इस तरह आप निवेश से पैसा निकालकर फायदे में रहेंगे। बाद में आप कमाई बढ़ने पर फिर से निवेश कर सकते हैं।
गोल्ड लोन एक बेहतर विकल्प
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर अगस्त के महीने में कोविड को देखते हुए सोने के लिए लोन-टू-वैल्यू (एलटीवी) रेशियो को 75 फीसदी से बढ़ाकर 31 मार्च 2021 तक के लिए 90 फीसदी कर दिया था। ऐसे में कोविड-19 के चलते पैदा हुई आर्थिक मुश्किलों से उबरने और अपनी तत्काल की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए गोल्ड लोन का सहारा ले सकते हैं। दूसरी ओर, बैंक और एनबीएफसी अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन के मुकाबले गोल्ड लोन पर कम ब्याज दर वसूल रहे हैं। इससे भी उधार लेने वालों को फायदा हो रहा है। एसबीआई और केनरा बैंक जैसे सरकारी बैंक गोल्ड लोन पर क्रमशः 7.50 फीसदी और 7.65 फीसदी सालाना ब्याज लेते हैं। निजी बैंक 9.90 फीसदी से लेकर 11.5 फीसदी सालाना तक ब्याज दर वसूलते हैं। मणप्पुरम फाइनेंस, मुथूट फाइनेंस जैसे एनबीएफसी 12 फीसदी ब्याज लेते हैं।