विकल्प बाजार

बीमा पॉलिसी आपको भविष्य की सुरक्षा ही नहीं देती। बल्कि आपके वर्तमान को संवारने में भी काम आ सकती है। आप जरूरत पड़ने पर इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन का फायदा ले सकते हैं। इस पर आपको सरेंडर वैल्यू का 85-90 फीसदी तक का लोन आसानी से मिल सकता है। इस पर आपको 9-10 फीसदी का ब्याज देना पड़ सकता है।
'शेयर बाजार में निवेश'
Rakesh Jhunjhunwala News: राकेश झुनझुनवाला के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बाद अब फोकस शेयर बाजार में उनकी शेयरों की विकल्प बाजार हिस्सेदारी पर आ गया है. शेयर बाजार के निवेशक और विश्लेषक हमेशा उनके एक-एक दांव पर नजर रखते थे. अब स्पॉटलाइट शेयर बाजार में उनकी लगभग 4 बिलियन डॉलर या साढ़े तीन हजार करोड़ की स्टॉकहोल्डिंग पर है.
शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला का रविवार सुबह निधन हो गया. भारत के वारेन बफे कहे जाने झुनझुनवाला का ‘नेटवर्थ’ 5.8 अरब डॉलर (46,000 करोड़ रुपये) था. सूत्रों के मुताबिक, उन्हें सुबह दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. वह अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़कर गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झुनझुनवाला के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने आर्थिक जगत में अपनी अमिट छाप छोड़ी है. जानें- कैसे उन्होंने 5000 रुपए के निवेश से शुरुआत करके अपनी नेटवर्थ को 46 हजार करोड़ के पार पहुंचाया.
निवेश करना सीखें
अपनी मेहनत की कमाई को सही जगह निवेश करने के लिये सोच-समझकर योजना बनाने की आवश्यकता है। निवेश के संदर्भ में लिया गया गलत निर्णय आपकी पूंजी का सफाया कर सकता है। अत:, निवेशक को निवेश करने से पूर्व निवेश के विभिन्न विकल्पों का गहनता से विश्लेषण करना चाहिये। निवेश का एक लोकप्रिय विकल्प शेयर बाजार भी है। शेयर बाजार में लाभ कमाने की अपरिमित क्षमता है, इसलिये बहुत से लोग अपनी पूंजी का निवेश यहां करते हैं। इस आलेख में, हम शेयर बाजार में निवेश करने के विभिन्न पहलुओं पर गौर करेंगे।
जब आप कोई शेयर (स्टॉक) खरीदते हैं, तो आप कंपनी के एक अंश का स्वामित्व हासिल कर लेते हैं। इसके बदले में, कंपनी जब मुनाफा कमाती है तो लाभांश के रुप में आपको लाभ देती है। लाभांश की राशि इस बात पर निर्भर करती है कि आपके पास कितने शेयर हैं। इसके अतिरिक्त, दीर्घ अवधि में शेयर के मूल्य में होने वाली वृद्धि से आपकी पूंजी में भी अभिवृद्धि होगी। अतएव, शेयर खरीदने से लाभांश के रुप में नियमित आय प्राप्त होगी और दीर्घ अवधि में शेयर के मूल्य में होने वाली वृद्धि से संपत्ति में भी अभिवृद्धि होगी।
शेयर बाजार में निवेश की कुछ युक्तियां
दीर्घ अवधि के लिये लक्ष्य निर्धारित करें
शेयर बाजारमें निवेश करने से पूर्व आपके वित्तिय लक्ष्य स्पष्ट होने चाहिये। शेयर बाजार में दीर्घ अवधि के लिये ही निवेश करके संपत्ति अर्जित की जा सकती है। आपको इस समझ के साथ निवेश करना होगा कि निवेश पर आपको कितना प्रतिफल चाहिये और आप दीर्घ अवधि के लिये कितनी पूंजी निवेशित करने के लिये तैयार हैं।
अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें
शेयर बाजार में निवेश करते वक्त, नये निवेशकों के लिये अपनी भावनाओं को नियंत्रित रख पाना बहुत मुश्किल होता है। जब शेयर बाजार में निवेश की बात आती है, यह सबसे बड़ी बाधा होती है। भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रख पाने की वजह से निर्णय में गलती हो जाती है और परिणामस्वरुप भारी नुकसान हो जाता है। शेयर बाजार में काफी उतार-चढ़ाव का माहौल होता है जिसकी वजह से आरंभिक निवेशकों में तनाव और असुरक्षा की भावना व्याप्त होती है। इस परिदृश्य में,आरंभिक निवेशकों को यह सलाह दी जाती है कि वे भावनाओं के भंवर जाल में न उलझें और जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें।
Investment & Return: अस्थिर बाजार में कहां करें निवेश? इक्विटी, गोल्ड या FD कौन-सा विकल्प सबसे बेहतर
- News18Hindi
- Last Updated : October 06, 2022, 16:42 IST
हाइलाइट्स
इस साल अब तक इक्विटी, गोल्ड और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से बेहतर रिटर्न नहीं मिला.
जियो-पॉलिटिकल टेंशन के कारण महंगाई और ब्याज दर बढ़ने से मार्केट पर बुरा असर पड़ा.
बाजार विशेषज्ञ अब भी लंबी अवधि के लिए इक्विटी मार्केट में निवेश की सलाह दे रहे हैं.
नई दिल्ली. इस वर्ष में निवेश के मोर्चे पर लोगों को इक्विटी, गोल्ड, क्रिप्टोकरेंसी और सुरक्षित निवेश योजनाओं से निराशा हाथ लगी. साल की शुरुआत में रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण सप्लाई चैन बाधित होने से महंगाई और कच्चे तेल के दाम बढ़ने वैश्विक बाजारों में अस्थिरता रही. जिसकी वजह से दुनियाभर के शेयर बाजार और कमोडिटी मार्केट प्रभावित रहे और इस वजह से यहां किए गए निवेश पर मिलना वाला रिटर्न भी निराशाजनक रहा.
वहीं, अमेरिका में महंगाई पर काबू पाने के लिए फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है और आगे भी आक्रामक पॉलिसी रूख बरकरार रखने के संकेत दिए हैं. यूएस सेंट्रल बैंक के इस फैसले का असर दुनियाभर के बाजारों पर देखने को मिला. भारतीय बाजार भी इस वजह से टूट गए. हालांकि, अब मार्केट में फिर से तेजी आई है.
शेयर बाजार में ऐसे. बनाएं शानदार करियर, लाखों में होगी कमाई, नौकरी के ढेरों विकल्प
नईदिल्ली। यदि आप कॉमर्स के छात्र है या शेयर बाजार में निवेश करने में आपकी रूचि है तो आपने निफ्टी, सेंसेक्स, शेयर ब्रोकर जैसे शब्द जरूर सुने होंगे। इन दिनों निवेश की इच्छा रखने वाले युवा शेयर बाजार में जमकर पैसा लगा रहे है। आप भी इस क्षेत्र में यदि आगे बढ़ना चाह रहे है तो बता दें की शेयर बाजार कोई बच्चों का खेल नहीं है। यहां पैसा लगाने से पहले आपको इस मार्केट की जानकारी होना बेहद जरुरी है। क्योंकि जानकारी के अभाव में आपको नुकसान भी हो सकता है। यदि आपको शेयर बाजार में दिलचस्पी और जानकारी है तो आप भी इस क्षेत्र में शानदार विकल्प बाजार करियर बना सकते है।
इस क्षेत्र में आप स्टॉक ब्रोकर के रूप में विकल्प बाजार विकल्प बाजार काम कर सकते है। जो व्यक्ति किसी इन्वेस्टर और शेयर मार्केट के बीच काम करता है, उसे स्टॉक ब्रोकर कहा जाता है। इस फील्ड में जॉब की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। ब्रोकर के बिना किसी भी इन्वेस्टर या निवेशक के लिए स्टॉक मार्केट में बेस्ट परफॉर्मेंस दे पाना मुश्किल है। ये इस मार्किट की अहम कड़ी होता है।
अपने मकान के बदले विकल्प बाजार में लोन
आप यदि घर के मालिक हैं तो आपको अचानक पैसों की जरूरत के वक्त घबराने की जरूरत कतई नहीं है। आपका घर आपके लिए पैसों का इंतजाम कर देगा। जी नहीं, हम घर बेचने की विकल्प बाजार बात नहीं कर रहे हैं। आप अपने कागजात गिरवी रख कर लोन ले सकते हैं। बता दें कि घर के कागजात के बदले आपको विकल्प बाजार अपने घर की वैल्यू का 60-70 फीसदी तक लोन मिल सकता है। आप अपने बैंक से बात कर के यह लोन 2 साल से लेकर 20 साल तक की अवधि तक के लिए ले सकते हैं। अलग अलग बैंक मकान के बदले लोन पर 11 से 15 प्रतिशत का ब्याज चार्ज करते हैं।
देश में अभी भी बहुत से लोग एफडी में निवेश करते हैं। भविष्य की जरूरतों के लिए करवाई गई यह एफडी आपके मौजूदा जरूरत के लिए भी काम आ सकती है। हम यहां आपको एफडी तुड़वाने के लिए नहीं कह रहे हैं। क्योंकि इससे आपको न तो ब्याज मिलता है, वहीं चार्जेज़ भी देने पड़ते हैं। ऐसे में आपके पास एफडी पर लोन लेने का विकल्प है। बैंक अक्सर एफडी के 90 फीसदी तक लोन देते हैं, हालांकि आपको इस पर ज्यादा ब्याज देना पड़ सकता है। लेकिन इससे आपकी एफडी टूटने से बच जाएगी।