सर्वश्रेष्ठ CFD ब्रोकर्स

इंट्रा डे ट्रेडिंग में लाभ कैसे कमाएँ

इंट्रा डे ट्रेडिंग में लाभ कैसे कमाएँ
types of trading in share market

Category: Investment

Make money with Demand and Supply trading Hindi 2022

हम इस पोस्ट के माध्यम से जानेगे कि Demand and Supply trading क्या होता है? , डिमांड और सप्लाई कैंडल्स, डिमांड और सप्लाई कैंडलस्टिक पैटर्न, डिमांड और सप्लाई एनालिसिस स्टॉक मार्केट में, Demand and Supply trading स्ट्रेटेजी, डिमांड ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी, सप्लाई ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी, डिमांड और सप्लाई vs सपोर्ट और रेजिस्टेंस आपने अपने ट्रेडिंग की शुरुआत… Continue reading Make money with Demand and Supply trading Hindi 2022

Bullish candlestick pattern को समझकर पैसे कमायें

कैंडलस्टिक पैटर्न को कैसे समझे ? Bullish Candlestick pattern के प्रकार, टॉप 5 Bullish Candlestick pattern, कैंडलस्टिक चार्ट एनालिसिस हिंदी, बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न ट्रेडिंग , कैंडलस्टिक चार्ट हिंदी कैंडलस्टिक पैटर्न एक बहुत ही कारगर तरीका है जिससे आप स्टॉक मार्केट में बहुत ज़्यादा पैसे कमा सकते हैं | इसकी मदद से आप अपने ट्रेडिंग को… Continue reading Bullish candlestick pattern को समझकर पैसे कमायें

Moving Average से ट्रेडिंग करके पैसे कमायें

Moving Average क्या होता है, मूविंग एवरेज से ट्रेडिंग कैसे करे, सबसे महत्वपूर्ण मूविंग एवरेज कौन सा होता है, Moving Average trading strategy, Moving Average क्रॉसओवर ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी, मूविंग एवरेज से सपोर्ट और रेजिस्टेंस जाने , मूविंग एवरेज कितने तरह के इंट्रा डे ट्रेडिंग में लाभ कैसे कमाएँ होते हैं, अलगो ट्रेडिंग में मूविंग एवरेज कैसे काम करती है? इन सभी सवालों… Continue reading Moving Average से ट्रेडिंग करके पैसे कमायें

how to make money with breakout trading in hindi book review

breakout trading बुक रिव्यू हिंदी में, breakout trading से पैसे कैसे कमाए हिंदी में, breakout trading बुक हिंदी में, breakout trading बुक रिव्यू breakout trading बुक के साथ पैसे कैसे कमाएं यह इंद्रजीत शांतराज द्वारा लिखा गया है, एक पूर्णकालिक व्यापारी और सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तकों के लेखक। इस पुस्तक में, इंद्रजीथ इस बारे में… Continue reading how to make money with breakout trading in hindi book review

September effect क्या होता है

September effect क्या होता है ? September effect को समझे, अक्टूबर इफ़ेक्ट, September effect की सम्पूर्ण जानकारी, भारत शेयर बाजार रिटर्न सितम्बर महीने में September effect एक ऐसी घटना है जिसमें शेयरों का आमतौर पर पूरे महीने ऐतिहासिक रूप से नेगेटिव रिटर्न होता है। और September effect विशेष रूप से तब स्पष्ट होता है जब… Continue reading September effect क्या होता है

Hammer Candlestick से कैसे ट्रेड करें in 2022

Hammer candlestick पैटर्न क्या है हिंदी में, हैमर कैंडलस्टिक सपोर्ट पर, hammer candlestick डाउनट्रेंड के बाद, हैमर कैंडलस्टिक और शूटिंग स्टार, हैमर कैंडलस्टिक एक्यूरेसी, हैमर कैंडलस्टिक उदाहरण हिंदी में, हैमर कैंडलस्टिक एंट्री और एक्जिट, हैमर कैंडलस्टिक कलर, हैमर कैंडलस्टिक कन्फर्मेशन, हैमर कैंडलस्टिक सक्सेस रेट, हैमर और हैंगिंग मैन, हैमर कैंडलस्टिक हाई वॉल्यूम के साथ, हैमर… Continue reading Hammer Candlestick से कैसे ट्रेड करें in 2022

Swing trading in Hindi | Swing trading क्या होता है

Swing trading क्या होता है? Swing trading explained in hindi, स्विंग ट्रेडिंग और इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग और पोजिशनल ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग नियम हिंदी में, स्विंग ट्रेडिंग एक्सपेक्टेड रिटर्न, स्विंग ट्रेडिंग के लिए बेस्ट टाइम फ्रेम, स्विंग ट्रेडिंग के लिए कौन से शेयर सर्वश्रेष्ठ हैं? स्विंग इंट्रा डे ट्रेडिंग में लाभ कैसे कमाएँ ट्रेडिंग के लिए कैंडलस्टिक पैटर्न, स्विंग ट्रेडिंग के लिए… Continue reading Swing trading in Hindi | Swing trading क्या होता है

What are Altcoins in Hindi और Bitcoin से कैसे अलग है

altcoin क्या हैं, ऑल्टकॉइन के प्रकार, ऑल्टकॉइन और स्टेबल कॉइन के बीच क्या अंतर है? ऑल्टकॉइन और बिटकॉइन के बीच क्या अंतर है? ऑल्टकॉइन का भविष्य, altcoin के फायदे और नुकशान , 2022 में खरीदने के लिए सबसे अच्छा ऑल्टकॉइन, ऑल्टकॉइन जो भविष्य में फट सकता है | What are altcoins? ऑल्ट कॉइन क्या हैं?… Continue reading What are Altcoins in Hindi और Bitcoin से कैसे अलग है

Make money by breakout trading in hindi ब्रेकआउट ट्रेडिंग क्या होता है 2022

Breakout trading क्या है हिंदी में, ट्रेडिंग में फेक ब्रेकआउट क्या होता है, स्टॉक में फेक ब्रेकआउट और वास्तविक breakout की पहचान कैसे करें, ब्रेकआउट ट्रेडिंग रणनीतियां हिंदी में क्या हैं? चैनल ब्रेकआउट ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी, ब्रेकआउट ट्रेडिंग एंट्री , ब्रेकआउट ट्रेडिंग स्टॉपलॉस , ब्रेकआउट ट्रेडिंग टाइमफ्रेम, वॉल्यूम प्रोफाइल के साथ ब्रेकआउट ट्रेडिंग, ब्रेकआउट ट्रेडिंग सक्सेस… Continue reading Make money by breakout trading in hindi ब्रेकआउट ट्रेडिंग क्या होता है 2022

Types of trading in the share market Hindi

types of trading in share market

types of trading in share market

शेयर बाजार में trading क्या है? शेयर बाजार में trading के कितने प्रकार हैं, शेयर बाजार में ट्रेडिंग के क्या लाभ हैं, शेयर बाजार में ट्रेडिंग के क्या नुकसान हैं, शेयर बाजार में ट्रेडिंग किसे करना चाहिए, शेयर बाजार में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए कितने धन की अवश्यकता होती है। शेयर बाजार में पैसा… Continue reading Types of trading in the share market Hindi

Intraday Trading और Delivery Trading में जाने आपके लिए क्या सही है ? - Share Market

Know which method is better for you in share market - Simply comare Intraday vs delivery Trading.


By - Pradeep Tomar / New Delhi
देखिये सबसे पहले आपको इन दोनों का मतलब समझना जरुरी है, तो सबसे पहले दोनों के अपने अपने फायदे और अपने अपने नुकसान समझते है फिर आप अपने आप फैसला कर सकेंगे की आपके लिए क्या अधिक सही है. क्युकी ज्यादातर ब्रोकिंग कंपनिया आपको Intraday में trading करने के लिए प्रेरित करती है क्युकी इसमें उन्हें हर दिन ब्रोकरेज मिलती है. बाकी आप नीचे दी गयी जानकारी को पढ़कर स्वयं फैसला ले.

तो सबसे पहले जानते है इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) के बारे में:

1. Intraday ट्रेडिंग में आप कोई भी शेयर खरीदते है तो आपको उस शेयर को उसी दिन बेचना भी पड़ेगा चाहे आपको लाभ हो या हानि.
उदहारण के लिए : आपने XYZ कंपनी के 1000 शेयर 50 रुपये में सुबह ख़रीदे क्युकी कंपनी ने आपको एक्सट्रा मार्जिन मनी (क्रेडिट) दे रखा है और अगर शाम तक शेयर 50 रुपये से एक भी रुपये ऊपर गया तो आप लाभ कमा सकते है अर्थात जितना ऊपर जायेगा उतना आप (1000 X जितना ऊपर गया) लाभ कमा पायेगे. और अगर वही शेयर ऊपर जाने के वजाय नीचे गया तो आप उतना ही आप अपना नुकसान कर बैठेंगे. उस नुक्सान के साथ ही साथ आपको ट्रेडिंग की फुल वैल्यू पर ब्रोकरेज फीस / ट्रेडिंग फीस और टैक्स भी देना पड़ेगा. क्युकी intraday की वैलिडिटी सिर्फ एक दिन की ही होती है.

2. intraday ट्रेडिंग में ब्रोकिंग कंपनी आपको 20 गुना से लेकर 40-50 गुना आपकी जमा की गयी राशी का मार्जिन मनी (क्रेडिट) देती है जिससे आप ज्यादा शेयर खरीद कर ज्यादा लाभ कमा सकते है ये हर ब्रोकरेज कंपनी का अपना अलग अलग होता है जैसे Angel Broking Trading Co. अपने ट्रेडर्स को 40 गुना क्रेडिट मनी देती है.
उदहारण के लिए : आपने अपने ट्रेडिंग अकाउंट में 10000 रुपये ट्रान्सफर किये तो आप 10000 X 40 = 400000 तक की intraday ट्रेडिंग कर सकते है या शेयर खरीद सकते है. मतलब आप कम रुपये में भी ज्यादा की खरीदारी करके ज्यादा लाभ या हानि कर सकते है जो की आपको सिर्फ उसी एक दिन में करना है क्युकी शाम को शेयर मार्किट बंद होने से पहले ये मार्जिन मनी (क्रेडिट) वापस करना होता है.

3. intraday शेयर में आपने जो भी शेयर ख़रीदे है उन्हें आपको लाभ या हानि किसी भी स्थिति में शाम तक बेचना होता है नहीं तो वो auto squre off हो जाते है. मतलब अपने आप बिक जायेंगे.

4. intraday में T2T (Trade to Trade segment) के अंतर्गत आने वाले शेयरस को नहीं खरीद सकते क्युकी ये वो शेयर्स होते है जिनमे ज्यादा रिस्क या कुछ सिक्यूरिटी प्रोब्लम्स होती है. इन शेयर्स में आप intraday में ट्रेडिंग नहीं कर सकते पर आप डिलीवरी ले सकते है जिसके लिए आपको उसका पूरा का पूरा भुगतान करना पड़ेगा.

5. intraday ट्रेडिंग में आपको बहुत ज्यादा लाभ या बहुत ज्यादा हानि कर सकते है. मतलब रिस्क डिलीवरी ट्रेडिंग से बहुत ज्यादा होता है.
6. इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday Trading) में आप इंट्रा डे ट्रेडिंग में लाभ कैसे कमाएँ कम पैसो में भी ज्यादा मुनाफा कमा सकते है.
7. इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday Trading) में आप लम्बे समय का इन्वेस्टमेंट नहीं कर सकते.
8. Intraday Trading charges ya Brokerage Charges कम होते है अगर डिलीवरी ट्रेडिंग से तुलना करो तो. आप अपने ब्रोकर से इसकी जानकारी जरुर ले.

चलिए अब जानते है डिलीवरी (Delivery Trading) ट्रेडिंग के बारे में:

1. अगर आप शेयर को खरीदते समय डिलीवरी (Delivery Trading ) का आप्शन चुनते है तो आपको वैलिडिटी वाली समस्या नहीं होगी, मतलब शेयर की डिलीवरी मिलने के बाद उसे कभी भी बेंच सकते है, ज्यादातर लोग 2-10 में बेंच कर लाभ कमा लेते है, आप चाहे तो दीर्घकाल रखकर सही समय पर बेंच सकते है.

2. डिलीवरी ट्रेडिंग करने के लिए ज्यादातर ब्रोकिंग कंपनियां आपको क्रेडिट मनी न के बराबर या नहीं देती है. मतलब आपके पास अगर 10000 रुपये है तो आप इसी वैल्यू के शेयर्स खरीद कर रख सकते है.

3. डिलीवरी ट्रेडिंग में ख़रीदे गये शेयर को आप कभी भी बेंच सकते है जब भी आपको लगे की आपको लाभ मिल रहा है .
4. डिलीवरी ट्रेडिंग ( Delivery Trading ) में T2T (Trade to Trade segment) के अंतर्गत आने वाले शेयरस को भी खरीद सकते है लेकिन खरीदने से पहले उनके रिस्क के बारे में जरुर पता कर ले.
5. ऐसा नहीं है की डिलीवरी ट्रेडिंग ( Delivery Trading ) में रिस्क नहीं होता पर intraday से कम होता है मतलब कम रिस्क कम लाभ-हानि, ज्यादा रिस्क मतलब ज्यादा लाभ-हानि की स्थिति रहती है.
6. डिलीवरी ट्रेडिंग ( Delivery Trading ) में आपके पास जितना इन्वेस्टमेंट होगा उतने का ही व्यापार कर सकते है.
7. डिलीवरी ट्रेडिंग ( Delivery Trading ) में आप लम्बे या छोटे समय तक का इन्वेस्टमेंट कर सकते है.
8. Delivery Trading charges ज्यादा होते है अगर intraday से तुलना करो तो. आप अपने इंट्रा डे ट्रेडिंग में लाभ कैसे कमाएँ ब्रोकर कंपनी से इसकी जानकारी जरुर ले.

intraday vs delivery Trading में जाने आपके लिए क्या सही है ? - Share Market

इंट्राडे ट्रेडिंग v / s डिलिवरी ट्रेडिंग - Intraday vs Delivery Trading :

यह निष्कर्ष करना आसान है कि इंट्राडे ट्रेडिंग आमतौर पर एक दिन में पूरी हो जाती है। इसका विशेष रूप से मतलब है कि दिन में खरीदे गए सभी शेयरों को बाजार के बंद होने से पहले, दिन के अंत तक बेचा जाना चाहिए। अगर इन शेयरों को नहीं बेचा जाता है, तो वे अपने आप बिक जाते है उस समय पर जो भी उसका रेट हो.

हालांकि, दूसरी तरफ, डिलीवरी आधारित व्यापार में, उच्च लाभ रिटर्न के लिए खरीदी गई शेयर लंबी अवधि के लिए बनाए रखा जा सकता है।

जबकि इंट्राडे ट्रेडिंग कम पूंजी में ही और ब्रोकिंग कंपनी आपको एक्सट्रा मार्जिन मनी देता है, मतलब आप उधार के पैसो से ज्यादा शेयर खरीद कर अपना लाभ लेकर उन पैसो को वापस करना होता है. वही डिलीवरी ट्रेडिंग के लिए इसके लेनदेन के लिए पूरी रकम की आवश्यकता होती है।

तो अब ये आप पर निर्भर करता है की आप कम पैसो में ज्यादा लाभ या हानि लेना चाहते है या जितने आपके पास पैसे है उन्हें से लाभ या हानि लेना चाहते है.

अगर इंट्रा डे ट्रेडिंग में लाभ कैसे कमाएँ आपको ये लेख अच्छा लगा तो हमें जरुर बताये ताकि इससे सम्बंधित और जानकारी लिख सकू. आप अपने सवाल कमेंट बॉक्स में डाले. और हाँ इस जानकारी को अपने मित्रो के साथ फेसबुक या ट्विटर पर जरुर शेयर करे.

सावधान : शेयर मार्किट में किसी भी तरह इन्वेस्टमेंट बाजार के उतार चढाव पर निर्भर है कृपया बुद्धिमानी से काम ले.


zerodha account opening documents, online demat account opening

Tags : intraday vs delivery which is better, difference between delivery and margin trading, delivery trading tips, delivery trading brokerage calculation, delivery trading strategy, equity intraday meaning, difference between intraday and margin trading, intraday trading meaning, what is intraday trading with example, intraday trading stocks, intraday trading tips india, what is intraday trading in hindi, delivery trading, intraday meaning, intraday trading meaning in hindi, which is better intraday or delivery, delivery trading rules,

5 Best Intraday Trading Tips in Hindi | इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम

5 Best Intraday Trading Tips in Hindi | इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम

इंट्राडे ट्रेडिंग, जिसे डे ट्रेडिंग के रूप में भी जाना जाता है, शेयर बाजार में शुरुआती लोगों के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग सबसे पंसदीदा ट्रेडिंग शैली है।
इसका कारण यह है कि बहुत कम ट्रेडर्स को पता होता है कि क्या ट्रेड करना है और कब ट्रेड करना है एंव एक ही समय में मनी मैंनेजमेंट की सही रणनीति है।
आज इस Intraday Trading Tips in Hindi लेख में जानेंगे,

* इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
* इंट्राडे में ट्रेडिंग करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
* शेयर बाजार में शुरुआती लोगों के लिए, Intraday Trading Tips in Hindi तो चलिए शुरू करते हैं!

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
इंट्राडे ट्रेडिंग मुनाफा बुक करने के लिए उसी दिन शेयर खरीदने और बेचने के बारे में है। इसमें आप अपनी शेयरों की डिलीवरी लेने की योजना नहीं बनाते हैं। यानि अगर आप किसी कंपनी के शेयर खरीद कर उसी दिन मार्केट बंद होने से पहले बेच देते है तो यह प्रकिया इंट्राडे ट्रेडिंग कहलाती है।

दूसरे शब्दों में, यदि आप शेयरों को खरीदने या बेचने के लिए एक इंट्राडे ऑर्डर देते हैं, तो आप मूल्य में उतार-चढ़ाव का लाभ उठाते हैं और ट्रेडिंग दिवस के अंत से पहले स्थिति को कवर करते हैं ताकि अगले दिन के लिए कोई बकाया शेयर न हो।

इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान आपकी मानसिकता बहुत ही अहम् भूमिका निभाती है इसलिए इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत करने से पहले अपनी ट्रेडिंग साइकोलॉजी एंव मनी मैनेजमेंट पर काम करे, जो आपको ट्रेडिंग के दौरान सही निर्णय लेने में मदद करेंगे।

Intraday Trading Tips in Hindi for Beginners

लगातार इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाएं? इसका कोई निश्चित उत्तर नहीं है, लेकिन लंबे समय में ये सरल टिप्स एक नए ट्रेडर और एक अनुभवी ट्रेडर के बीच अंतर करते हैं! यहां पांच नियम दिए गए हैं जिन्हें आप फोलो कर एक वेहतर ट्रेडर बन सकते हैं।

Intraday Trading Tips in Hindi

#1 आप क्या ट्रेड करेंगे और कब ट्रेड करेंगे, ये स्पष्ट होना चाहिए।

पहले अपनी ट्रेडिंग के लिए लिक्विड स्टॉक्स की सूची बनाएं। यह कभी भी 10-15 से अधिक स्टॉक नहीं होना चाहिए क्योंकि आप इसे नियमित रूप से ट्रैक कर सकते हैं। मुख्य नियम अस्थिर बाजार के बीच में ट्रेड नहीं करना है। इंट्राडे ट्रेडिंग सबसे अच्छी होती है जब बाजार की दिशा और गति का अनुमान लगाया जा सकता है। यदि आप नियमित अंतराल पर स्टॉप लॉस को ट्रिगर करते रहते हैं, तो यह न केवल आपको विचलित करता है बल्कि एक इंट्राडे ट्रेडर के रूप में आपका मनोबल भी गिराता है। तार्किक रूप से यह है कि इंट्राडे ट्रेडिंग काफी हद तक आपकी पूंजी की सुरक्षा के बारे में है और आपको विभिन्न स्तरों पर अपनी पूंजी की रक्षा करनी होगी। आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि आप कुल मिलाकर और प्रति ट्रेड के आधार पर कितना नुकसान उठाना चाहते हैं। वह पहला टिप है।

#2 स्टॉप लॉस और प्रॉफिट टारगेट वे ईंधन हैं जो इंट्राडे ट्रेडिंग को बेहतर बनाते हैं।

स्टॉप लॉस इंट्राडे ट्रेडिंग में बीमा की तरह है, भले ही आप शॉर्ट या लॉन्ग ट्रेडिंग कर रहे हों। बिना स्टॉप लॉस के कभी भी इंट्राडे ट्रेड न करें। स्टॉप लॉस की अनुपस्थिति में, आप असहनीय नुकसान के साथ पोजीशन धारण कर सकते हैं। जब आप एक इंट्राडे ट्रेडर होते हैं, तो आप रात भर का जोखिम नहीं उठा सकते, भले ही आप प्रतीक्षा करने का जोखिम उठा सकते हों। इसका मतलब है कि आपको न केवल स्टॉप लॉस बल्कि प्रॉफिट टारगेट भी पहले से ही तय करना होगा। इस लिए ट्रेड में प्रवेश करने से पहले आपको अपना स्टॉप लॉस और टारगेट पता होने ही चाहिए।

#3 आप कैसे ट्रेड करते हैं और ट्रेड क्यों करते हैं, ये पता होना चाहिए।

यह एक ऐसी चीज है जिसे बहुत से इंट्राडे ट्रेडर पूरी तरह से नहीं समझते हैं। अपनी लाभ और अपनी नुकसान का रिकॉर्ड रखें और दिन के अंत में मूल्यांकन करें। यह सुनने में वचकाना लग रहा होगा, लेकिन धीरे-धीरे आपको इसकी अहमियत का एहसास होगा। आपने क्या गलत किया और आप क्या बेहतर कर सकते थे, इसका विश्लेषण करने के लिए एक ट्रेडिंग प्लान का उपयोग करें। समय के साथ, यह प्रक्रिया आपको एक बेहतर इंट्राडे ट्रेडर बनने में मदद करती है।

आप जो ट्रेड करते हैं उसमें यह भी शामिल है कि किस शोध और टेक्निक का उपयोग करना है और इसका उपयोग कैसे करना है। बाजार मे आने बाली जरुरी खबरों पर नजर रखें, अन्यथा एक इंट्राडे ट्रेडर के रूप में आपके असफल होने की संभावना है। कॉर्पोरेट कार्रवाइयों और परिणामों की घोषणाओं के प्रवाह का मूल्यांकन करें। आपको अपनी शॉर्टलिस्ट की गई कंपनियों के बारे में अच्छी तरह अपटेड रहना चाहिए। यहां तक कि इंट्राडे ट्रेडर्स को भी यह जानने की जरूरत है कि कंपनी क्या कर रही है और कैसा प्रदर्शन कर रही है। इन सबसे ऊपर, अपने स्वयं के तकनीकी चार्टिस्ट बनें और F&O डेटा जैसे OI/PCR/IV आदि का मूल्यांकन करें। ये सभी इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण इनपुट हैं।

#4 जब आप नुकसान करते हैं तो ये सीखने का सबसे अच्छा मौका है।

किसी भी व्यवसाय की तरह, एक इंट्राडे ट्रेडर के रूप में आपके कौशल का सबसे अच्छा इंट्रा डे ट्रेडिंग में लाभ कैसे कमाएँ परीक्षण तब किया जाता है जब आप नुकसान में होते हैं। याद रखने के लिए यहां कुछ बुनियादी नियम दिए गए हैं।

जब आप इंट्रा डे ट्रेडिंग कर रहे हों और नुकसान उठा रहे हों तो घबराएं नहीं। बल्कि अपनी गलतियों को पहचानों और उनसे सीखो।

नुकसान के बारे में चिंता न करें, ये इंट्राडे ट्रेडिंग का हिस्सा हैं। अपने ट्रेडिंग जर्नल में अपनी गलतियों को देखना और विश्लेषण करना एक अच्छे ट्रेडर की पहचान है।

यदि कोई आपको बताता है कि वे ट्रेडिंग में हमेशा प्रोफ़िट करते हैं, तो वे या तो भगवान हैं या झूठे हैं। आपको उनमें से कोई भी नहीं होना चाहिए। नुकसान ट्रेडिंग का हिस्सा हैं।

यदि आपकी पोजीशन ने कुछ मिनटों या घंटे के भीतर आकर्षक लाभ अर्जित किया है, तो प्रोफ़िट बुक कर ले। अपनी किस्मत को ज्यादा देर तक न परखें। कभी भी ओवरट्रेडिंग करके नुकसान की भरपाई करने की कोशिश न करें। ये आपको और ज्यादा नुकसान की ओर ले जायेगी।

इंट्राडे ट्रेडिंग को समझना ज्यादा मुस्किल नहीं है। यह सिर्फ सही माइंडसेट और मनी मैंनेजमेंट पर निर्भर करता है, कि आप ट्रेडर बनेंगे या नही!

ये भी पढ़े : लिक्विडिटी क्या है?

#5 हमेशा सीखते रहे।

मैं अपने अनुभव से बता रहा हुं कि ज्यादातर ट्रेडर्स सिर्फ अच्छी स्ट्रेटजियों के पीछे भागते है, उन्हे ये वात समझने में सालो लग जाते है कि सिर्फ अच्छी स्ट्रेटजी से पैसा नही कमाया जा सकता है, जब तक कि सही माइंडसेट और मनी मैंनेजमेंट न हो। इस लिए मेरी सबसे जरुरी प्रेक्टिकल सलाह है कि अपने माइंडसेट और मनी मैंनेजमेंट पर काम करे।

ट्रेडिंग को सीखना एक कभी न खत्म होने बाला प्रोसेस है इसलिए हर रोज कुछ न कुछ सीखते रहे। तभी आप स्टॉक मार्केट में सरवाइव कर पाओंगे, और अगर इसमें सरवाइव कर गए तो आपको ट्रेडर बनने से कोई नही रोक सकता है।

ये भी पढ़े : शेयर मार्केट क्या है?

अंतिम विचार

यदि आप एक सफल ट्रेडर बनना चाहते हैं, तो इंट्राडे ट्रेडिंग में लाभ कमाने के लिए ये बुनियादी वाते समझना महत्वपूर्ण है। साथ ही, किसी ट्रेड में प्रवेश करने से पहले आपको अपना होमवर्क अच्छी तरह से करना चाहिए।

ये Intraday Trading Tips in Hindi आपकी ट्रेडिंग यात्रा में आपकी मदद करेंगे। लेकिन हमेशा यह सुनिश्चित करना याद रखें कि आप सही माइंडसेट के साथ ट्रेड करे और भावना-आधारित निर्णयों से बचें।

अपनी ट्रेडिंग यात्रा की शुरुआत करने के लिए अभी फ्री में देश के नं 1 स्टॉक ब्रोकर ज़ेरोदा के साथ अपना डीमेट & ट्रेडिंग खाता खुलवाएं। खाता खुलवाने के लिए क्लिक करे!

Rupee Open Today 20 March 2020: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में रिकवरी, आज 22 पैसे बढ़कर खुला भाव

Rupee Dollar

Rupee Open Today 20 March 2020: अमेरिकी डॉलर (US Dollar) के मुकाबले आज रुपये में मजबूती के साथ कारोबार हो रहा है. शुक्रवार (20 मार्च 2020) को शुरुआती कारोबार में रुपया 22 पैसे की मजबूती के साथ खुला है. अमेरिकी डॉलर (Dollar) के मुकाबले रुपया (Rupee) 74.77 प्रति डॉलर के भाव पर खुला है. बीते सत्र में अमेरिकी डॉलर (Dollar)इंट्रा डे ट्रेडिंग में लाभ कैसे कमाएँ के मुकाबले रुपया 74.99 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ था.

रुपये पर जानकारों का नजरिया - Experts View On Rupee Dollar

केडिया एडवाइजरी (Kedia Advisory) के मैनेजिंग डायरेक्टर अजय केडिया (Ajay Kedia) के मुताबिक इंट्राडे में रुपया मार्च वायदा में 75.05-74.8 के लक्ष्य के लिए 75.3 के भाव पर बिकवाली की जा सकती है. इस कॉन्ट्रैक्ट के लिए 75.55 का स्टॉपलॉस लगाकर फायदा कमाया जा सकता है.

एंजेल ब्रोकिंग (Angel Broking) डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (एनर्जी एवं करेंसी) अनुज गुप्ता (Anuj Gupta) के मुताबिक आज के कारोबार में रुपया मार्च वायदा में 74.30 के लक्ष्य के लिए 75.20 के भाव पर बिकवाली कर सकते हैं. इस कॉन्ट्रैक्ट के लिए 75.50 का स्टॉपलॉस लगाया जा सकता है.

इंडिया निवेश (IndiaNivesh) के डायरेक्टर मनोज कुमार जैन (Manoj Kumar Jain) के मुताबिक गुरुवार को अमेरिकी डॉलर में मजबूती की वजह से रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर चला गया है. बीते सत्र में इंट्राडे में रुपया 1 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया. गुरुवार को रुपये ने 75.41 की रिकॉर्ड ऊंचाई को छू लिया. उनका कहना है कि डॉलर इंडेक्स में मजबूती की वजह से रुपये पर दबाव बना रह सकता है. उनका कहना है कि आज के कारोबार में रुपये में 74.70-75.50 के दायरे में कारोबार की संभावना है.

मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी एंड करेंसी) अमित सजेजा (Amit Sajeja) के मुताबिक आज के कारोबार में रुपया मार्च वायदा में 74.9 के भाव पर खरीदारी करके 75.5 का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. इस सौदे के लिए 74.65 का स्टॉपलॉस लगाया जा सकता है. आज के कारोबार में रुपये में 74.5-75.2 के दायरे में कारोबार हो सकता है.

(Disclaimer: निवेशक निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें. न्यूज स्टेट की खबर को आधार मानकर निवेश करने पर हुए लाभ-हानि का न्यूज स्टेट से कोई लेना-देना नहीं होगा. निवेशक स्वयं के विवेक के आधार पर निवेश के फैसले लें)

शेयर बाजार से पैसे कैसे कमाए | How To Earn From Share Market

शेयर बाजार ( Share market ) एक ऐसी जगह है जहां लोग सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनियों (Public Sectors’ Companies) के शेयर खरीदते और बेचते हैं। शेयर बाजार का उपयोग पूरी अर्थव्यवस्था या उसके विशेष क्षेत्रों के प्रदर्शन को मापने के लिए किया जा सकता है।

शेयर इंट्रा डे ट्रेडिंग में लाभ कैसे कमाएँ बाजार क्या है?

एक शेयर एक कंपनी में स्वामित्व की एक इकाई है, यानि अगर आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते है तो आप उस कंपनी के एक हिस्सेदार बन जातें हैं, जितना आप शेयर खरीदते है आपकी उतनी की हिस्सेदारी होती है| शेयर बाजार (Stock Market) एक ऐसा स्थान है जहां शेयरों का कारोबार होता है, यानि की कंपनियों की हिस्सेदारी खरीदी और बेची जाती है|
पैसा कमाने के लिए शेयर बाजार एक बेहतरीन जगह हो सकती है, लेकिन यह बहुत जोखिम भरी जगह भी हो सकती है। शेयर बाजार में निवेश(Invest) शुरू करने से पहले, शेयर बाजार कैसे काम करता है और इससे पैसे कमाने के लिए आपको क्या करने की जरूरत है, इसकी मुख्य बातें समझना महत्वपूर्ण है।

यह मार्गदर्शिका ( Guide ) आपको शेयर बाजार से कमाई करने की मूल बातें सिखाएगी। आप मोबाइल ऐप से लंबी अवधि की निवेश रणनीतियों ( Long term investment tips ) , स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading), इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading)और शेयर बाजार में निवेश करने के तरीके के बारे में जानेंगे।

शेयर बाजार कैसे काम करता है?

शेयर बाजार में सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनियों (Public sectors’ companies) के शेयर निवेशकों के बीच खरीदे और बेचे जाते हैं। एक सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी एक ऐसी कंपनी है जिसने प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) में जनता को शेयर बेचे हैं और फिर स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध ( Listed in stock exchange) हैं।

जब कोई कंपनी सार्वजनिक होती है, तो वह आईपीओ में निवेशकों को शेयर बेचती है, ताकि वह अपने बिज़नेस के लिए पैसे प्राप्त कर सकें, इसके लिए वह आईपीओ जारी करके निवेशकों से पैसे लेती है और बदले में अपनी कंपनी में उसके शेयर के अनुसार शेयर धारकों को अपनी कंपनी में हिस्सेदारी देती है| शेयरों को तब स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किया जाता है और जनता के किसी भी सदस्य द्वारा खरीदा और बेचा जा सकता है, जिसके पास ब्रोकर खाता है।

एक शेयर की कीमत मांग (Demand)और आपूर्ति (Supply) से निर्धारित होती है। यदि विक्रेताओं (sellers) की तुलना में अधिक खरीदार (buyers) हैं, तो कीमत बढ़ जाएगी। यदि खरीदारों से अधिक विक्रेता हैं, तो कीमत कम हो जाएगी।

आईपीओ, स्टॉक, बॉन्ड और म्यूचुअल फंड के बीच अंतर:-

एक आईपीओ (IPO) , या आरंभिक सार्वजनिक पेशकश, तब होती है जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर जनता को बेचती है। यह आमतौर पर कंपनी के लिए पूंजी जुटाने के लिए किया जाता है।

स्टॉक (Stock) एक सार्वजनिक कंपनी में स्वामित्व के शेयर हैं। जब आप कोई स्टॉक खरीदते हैं, तो आप कंपनी के अंश-स्वामी बन जाते हैं।

बांड (Bond) एक प्रकार का ऋण है। जब आप कोई बांड खरीदते हैं, तो आप कंपनी या सरकार को पैसा उधार दे रहे होते हैं। बदले में, कंपनी या सरकार आपको ऋण, साथ ही ब्याज का भुगतान करने का वादा करती है।

म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) एक तरह का निवेश है। जब आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, तो आप अपना पैसा अन्य निवेशकों के साथ जमा कर रहे होते हैं। इंट्रा डे ट्रेडिंग में लाभ कैसे कमाएँ फिर पैसे का उपयोग स्टॉक, बॉन्ड या अन्य निवेश खरीदने के लिए किया जाता है।

शेयर बाजार में कौन निवेश कर सकता है?

शेयर बाजार में निवेश करने के लिए आपके पास एक ब्रोकर खाता होना चाहिए। ब्रोकर एक व्यक्ति या फर्म है जो अपने ग्राहकों की ओर से प्रतिभूतियों को खरीदता और बेचता है।

दो प्रकार के दलाल हैं: पूर्ण-सेवा दलाल और छूट दलाल। पूर्ण-सेवा दलाल कई प्रकार की सेवाएं प्रदान करते हैं, जिसमें सलाह दी जाती है कि कौन से स्टॉक को खरीदना और बेचना है, जबकि डिस्काउंट ब्रोकर केवल अपने ग्राहकों की ओर से ट्रेडों को निष्पादित करते हैं।

ब्रोकर खाता खोलने के लिए, आपको कुछ व्यक्तिगत जानकारी और दस्तावेज़ प्रदान करने होंगे, जैसे कि आपका आधार कार्ड, Photo ID proof , KYC और बैंक विवरण। एक बार आपका खाता सेट हो जाने के बाद, आप इसमें पैसा जमा कर सकेंगे और शेयर खरीदना और बेचना शुरू कर सकेंगे।

शेयर बाजार में निवेश करने के क्या फायदे हैं?

शेयर बाजार में निवेश करने के कई फायदे हैं, जिनमें शामिल हैं:

उच्च रिटर्न अर्जित करने की क्षमता ( High return on investments) : समय के साथ, शेयर बाजार ने बांड और सोने जैसे अन्य निवेशों से बेहतर प्रदर्शन किया है, इसलिए लोग इसे जमा पूंजी पर सबसे ज्यादा रेतुर्न देने वाला आप्शन मानते हैं|

विविधीकरण ( diversification ): विभिन्न कंपनियों और उद्योगों में निवेश करके, आप अपना जोखिम कम कर सकते हैं और अपने पोर्टफोलियो में विविधता ला सकते हैं। यह आपको नुकसान से बचाने में मदद करता है यदि कोई विशेष कंपनी या क्षेत्र खराब प्रदर्शन करता है, तब भी आपको उतना घाटा नहीं होगा क्योंकि आप कई सारी कंपनियों में अपना पैसे इन्वेस्ट कर सकतें है |

-पैसों की तरलता (liquidity of money) : शेयर बाजार में शेयरों को आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है, जो आपको संपत्ति जैसे अन्य निवेशों की तुलना में अधिक लचीलापन देता है। इसे जब मर्जी आप अपने डीमैट खाते से बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं |

शेयर बाजार में निवेश करने में क्या जोखिम शामिल हैं?

जबकि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए कई संभावित लाभ हैं, इसमें कुछ जोखिम भी शामिल हैं, जिनमें शामिल हैं:

-अस्थिरता: शेयर बाजार बहुत अस्थिर हो सकता है, जिसका अर्थ है कि कीमतें कम समय में तेजी से बढ़ और गिर सकती हैं। कीमतों में गिरावट आने पर शेयर बेचने पर इससे नुकसान हो सकता है।

-नुकसान का जोखिम: अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो हमेशा एक जोखिम होता है कि आप पैसे खो सकते हैं। हालांकि, विभिन्न कंपनियों और उद्योगों में अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाकर इस जोखिम को कम किया जा सकता है।

-धोखाधड़ी: अतीत में धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं जहां कंपनियों ने निवेशकों को उनकी वित्तीय स्थिति के बारे में गुमराह किया है या जानबूझकर शेयर की कीमतों में हेरफेर किया है। हालाँकि भारतीय शेयर बाजार में अब यह काफी कम हो गया हैं क्योंकि अब इसकी मॉनिटरिंग सेबी (SEBI) करती हैं|

मोबाइल ऐप या कंप्यूटर से भारतीय शेयर बाजार में निवेश कैसे इंट्रा डे ट्रेडिंग में लाभ कैसे कमाएँ करें?

शेयर बाजार में निवेश करना आपके धन को बढ़ाने का एक शानदार तरीका हो सकता है। और हाल ही में मोबाइल फ़ोन द्वारा इन्वेस्ट करने वाले ऐप्स के आने से अब यह काफी आसान हो गया हैं के साथ, इसे शुरू करना पहले से कहीं अधिक आसान इंट्रा डे ट्रेडिंग में लाभ कैसे कमाएँ है।

यदि आप भारत में रहते हैं और शेयर बाजार में निवेश करना शुरू करने में रुचि रखते हैं, तो आपको कुछ चीजें करने की आवश्यकता होगी। सबसे पहले, आपको एक ब्रोकर के साथ एक डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलना होगा। फिर, आपको अपने डीमैट अकाउंट में पैसे डालने की जरुरत होगी, जिसे आप अपने बैंक अकाउंट से आसानी से ट्रांसफर कर सकते हैं, डीमैट अकाउंट के पैसो से ही शेयर खरीदा या बेचा जा सकता हैं|

एक बार जब आपका खाता सेट हो जाता है और उसमें पैसा लग जाता है, तो आप अपने मोबाइल ऐप या कंप्यूटर से भारतीय शेयर बाजार में निवेश करना शुरू कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए, आपको कंपनियों के बारे में अच्छे से जानना होगा ताकि आप उसमें अपना पैसे इन्वेस्ट कर सकें|

यहाँ पर हम आपको कुछ प्रसिद्ध भारतीय ब्रोकर प्लेटफार्म की लिस्ट दे रहें है जहाँ पर आप आसानी से 5-10 मिनट में अपना डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट बना लेंगे और इसकी मदद से शेयर बाजार में स्टॉक खरीद या बेच सकेंगे, म्यूच्यूअल फंड्स में पैसे लगा सकेंगे या आईपीओ खरीद सकेंगे |

किसी भी एक प्लेटफार्म को ही ज्वाइन करने से सारा काम हो जायेगा, क्योंकि लगभग सारे ही एक जैसी ही सुविधा उपलब्ध करवाते हैं , पर अकाउंट बनाने से पहले अपने मोबाइल या कंप्यूटर में अपनी तस्वीर, फोटो ID प्रूफ, पैन कार्ड, आधार कार्ड और बैंक स्टेटमेंट की तस्वीर अच्छी तरह से सेव कर लेनी होगी ताकि डिजिटल KYC की प्रक्रिया पूरी की जा सकें |

रेटिंग: 4.24
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 100
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *