करेंसी फ्यूचर्स क्या हैं

करंसी ट्रेडिंग क्या है?
फॉरेन करंसी ट्रेडिंग से कमाने का एक लीगल तरीका है करेंसी मार्केट जिसे फॉरेन करेंसी मार्केट भी कहा जाता है निवेशकों को विभिन्न मुद्राओं पर पोजीशन लेने में मदद करता है दुनिया भर के निवेशक ट्रेनों के लिए करंसी फ्यूचर्स कांट्रैक्ट का इस्तेमाल करते हैं करेंसी फ्यूचर का कारोबार ऐसी करेंसी फ्यूचर्स क्या हैं बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज MCX जैसे एक्सचेंज द्वारा पेश किए गाय प्लेटफार्म पर किया जाता है
करेंसी ट्रेंडिंग आमतौर पर सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक होती है दुनिया भर में दो प्रमुख प्रकार के करेंसी मार्केट है पहला स्पॉट मार्केट जा केस मार्केट है दूसरा फ्यूचर मार्केट है जहां करेंसी फ्यूचर कारोबार होता है इंडियन करेंसी मार्केट में फ्यूचर कारोबार करने का पसंदीदा तरीका याद रखने वाली पहली बात यह है कि करेंसी ट्रेंडिंग में व्यापार हमेशा मुद्राओं की 1 जोड़ी के बीच होता है इक्विटी या स्टॉक मार्केट के विपरीत जहां आप एक कंपनी का शेयर खरीदते हैं भारत में करेंसी ट्रेंडिंग में करेंसी पेयर पर पोजिशन लेना शामिल होगा
एक प्रतिष्ठित ब्रोकर के साथ एक करेंसी ट्रेडिंग अकाउंट खोलें कस्टमर के वसीम मानदंडों का पालन करें आवश्यक मार्जिन अमाउंट जमा करें शुरू करने के लिए अपने ब्रोकर से अपेक्षित एक्सेस क्रांडिशियल प्राप्त करें भारतीय एक्सचेंज ओं में करेंसी डेरिवेटिव सेगमेंट चार करेंसी जोड़ियों पर करेंसी फ्यूचर्स 3 करेंसी पेयर पर क्रॉस करेंसी फ्यूचर्स और ऑप्शंस जैसे डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट में ट्रेडिंग प्रदान करता है डिमांड और सप्लाई करेंसी मार्केट को चलाने का काम करती है एक सफल करेंसी ट्रेडर बनने के लिए आपको अपने मूल बातें लक्ष्य और जोखिम प्रबंधन सही रखना होगा यह उन चीजों की लिस्ट दी गई है जिन्हें आपको याद रखना चाहिए प्रत्येक करेंसी ट्रेडर की एक ट्रेंडिंग स्टाइल होती है
यह ट्रेडर के रिस्क प्रोफाइल से जुड़ा होता है नियमित रूप से ट्रेड करने से पहले खुद को ठीक से समझ ले करंसी ट्रेडिंग में एक अच्छा ब्रोकर होना सफलता के लिए महत्वपूर्ण है जब भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग की बात आती है तो एक अच्छा ब्रोकर आप को संभाल लेगा कोई भी करेंसी ट्रेडिंग करने से पहले व्यापार के लिए एंट्री और एग्जिट प्वाइंट निर्धारित करें कोई भी व्यापार निश्चित रूप से गारंटी नहीं है और इसलिए स्थिति प्रतिकूल होने पर दोगुना या बाहर निकलने के लिए तैयार रहें जब आप करेंसी मार्केट ट्रेडिंग करते हैं तो उधार ली गई धनराशि के आधार पर ट्रेडिंग ना करके जोखिमों को सीमित करें और कभी भी खुद को स्ट्रेच ना करें यह केवल दो प्रमुख जोखिम है
वर्ष.वित्त के साथ बिनेंस फ्यूचर्स पर सबसे शक्तिशाली रोडमैप
Coinrule कई अलग-अलग प्रकार के निवेशकों और व्यापारियों के लिए असाधारण उपकरण है। हमारे मंच पर क्षमताओं की एक विस्तृत श्रृंखला पेश की गई है। आप अपनी खुद की ट्रेडिंग प्रणाली विकसित करने और YFI को खरीदने/बेचने के लिए अपनी स्वचालित रणनीतियों का परीक्षण और प्रबंधन कर सकते हैं।
ऐतिहासिक डेटा पर परीक्षण नियम प्रदर्शन
अपनी रणनीति का परीक्षण करेंसी फ्यूचर्स क्या हैं करें
Binance फ्यूचर्स पर सुरक्षित रूप से ट्रेड करें
Coinrule इसका एक मुख्य उद्देश्य है: हम चुस्त रहते हुए आपकी ट्रेडिंग योजना को अधिक प्रभावी बनाना चाहते हैं। क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार 24/7 संचालित होते हैं, केवल एक स्वचालित ट्रेडिंग योजना बाजार में होने वाले किसी भी संभावित अवसर का पूरी तरह से लाभ उठा सकती है।
अपनी खुद की ट्रेडिंग मशीन की योजना बनाएं और अपने सिक्कों का प्रबंधन करें YFI
At Coinrule हम हर दिन अपनी मशीन को नए अंक और समर्थन देने के लिए स्मार्ट तरीके से काम कर रहे हैं। वास्तव में, हम फीडबैक और सुझाव एकत्र करने के लिए अपने सबसे योग्य उपयोगकर्ताओं और शीर्ष एक्सचेंजों के साथ हैं।
सुरक्षित संकेतकों के आधार पर स्वचालित रणनीतियां बनाएं
व्यापार को नियंत्रण, दृष्टिकोण और पद्धति की आवश्यकता होती है। क्या व्यापार करना इतना कठिन बना देता है? मानव स्वभाव और धारणाएं आपकी ट्रेडिंग कमाई को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती हैं। एक स्वचालित व्यापार प्रणाली का उपयोग करने से आप चिंता, उत्साह और लालच के प्रभावों को उलट सकते हैं जो कोई भी ग्राहक अनुभव कर सकता है।
Crypto Currency में निवेश को लेकर क्या कहते हैं एक्सपर्ट और बड़े अरबपति
पीटरफी ने कहा कि संभावना है कि क्रिप्टोकरेंसी एक्स्ट्राऑर्डिनरी रिटर्न प्राप्त कर सके.
थॉमस पीटरफी ने 2017 में वॉल स्ट्रीट जर्नल में एक फुल-पेज विज्ञापन निकाला, जिसमें बिटक्वाइन फ्यूचर्स के कैपिटल मार्केट में खतरों की चेतावनी दी गई थी.
हंगरी में जन्मे अरबपति थॉमस, क्रिप्टोस्पीक में जाना-माना चेहरा हैं. 25 अरब डॉलर के मालिक पीटरफी थॉमस ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में किसी भी व्यक्ति को अपनी संपत्ति का 2 से 3 प्रतिशत शेयर लगाना चाहिए, इसी में समझदारी है. रेगूलर करेंसी डूब जाने की स्थिति में ये फायदेमंद है.
थॉमस पीटरफी के फर्म इंटरएक्टिव Brokers Group Inc. ने हाल ही में कस्टमर्स को बिटक्वॉइन, एथेरियम, लिटक्वॉइन और बिटक्वॉइन कैश के लिए ऑफर किया.
थॉमस पीटरफी ने कहा कि ग्रीनविच, कनेक्टिकट इंटरएक्टिव ब्रोकर्स इस महीने से पांच से 10 सिक्कों की ट्रेडिंग ऑफर करेंगे.
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि क्रिप्टोकरेंसी में सामान्य से ज्यादा रिटर्न मिल सके. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता, लेकिन लगता है कि यह जीरो से मिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है.
'जो इनवेस्टर्स डरते थे वो लाभ लेना चाहते हैं'
थॉमस पीटरफी का इशारा उन इनवेस्टर्स पर है, जो कभी डिजिटल टोकन से डरते थे या सावधानी बरता करते थे, लेकिन 2021 में ये दिखा कि लोग क्रिप्टो में मिल रहे बड़े लाभ को हासिल करने से चूकना नहीं चाहते हैं.
यहां तक कि जब कीमतों में भारी बढ़ोतरी हुई तो बड़े और छोटे इनवेस्टर्स ने बिटक्वाइन और एथेरियम के साथ-साथ नॉन-फंजिबल टोकन, डॉग-थीम एसेट्स और शिटक्वॉइन में भी पैसे लगाए, जिसमें $ASS नाम का क्वाइन भी शामिल था.
रे डालियो ने हाल ही में खुलासा किया कि क्रिप्टो की उपयोगिता पर सवाल करने के कुछ महीने बाद ही वह अपने पोर्टफोलियों में कुछ बिटक्वाइन्स और एथेरियम एड करना शुरू कर चुके थे.
The Bridgewater Associates के फाउंडर, इन्वेस्टमेंट्स को एक ऐसे अल्टरनेटिव मनी के रुप में देखते हैं जहां मंहगाई की वजह से कैश की खरीददारी शक्ति खत्म हो जाती है.
पिछले दिनों हुए बैंक सर्वे के मुताबिक पॉल ट्यूडर जोन्स ने खुलासा किया कि उन्होंने मंहगाई से बचने के लिए इनवेस्ट किया.
मिक्स सक्सेज के साथ क्रिप्टो तेजी से फाइनेंस की मेनस्ट्रीम में चला गया.
ProShares ने पहला 'यूएस बिटक्वाइन फ्यूचर्स ईटीएफ' लॉन्च किया, जिसमें दो दिनों में 1 बिलियन डॉलर से अधिक निवेश किया गया. क्रिप्टो में रुचि रखने वाले अब भी उम्मीद कर रहे हैं कि अमेरिकी रेगुलेटर्स एक ईटीएफ (Exchange Traded Fund) को अप्रूव करेंगे.
बेहतर प्रदर्शन करते हुए, क्वॉइनबेस मौजूदा वक्त में सार्वजनिक हो चुका है और अब इसकी मार्केट वेल्यू 54 बिलियन डॉलर है. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक इसके संस्थापक ब्रायन आर्मस्ट्रांग 9.7 बिलियन डॉलर के मालिक हैं.
गैलेक्सी डिजिटल चलाने वाले माइकल नोवोग्रैट्स ने पिछले महीने कहा था कि आने वाले दिनों में कीमतों में कमी आ सकती हैं.
नोवोग्रैट्स ने ब्लूमबर्ग को बताया कि 2021 के दौरान मार्केट में कुछ कम महत्वपूर्ण चीजें आ गई थीं, क्योंकि रिटेल इन्वेस्टर्स एनएफटी में अधिक आ गए और इस दौरान क्रिप्टों में असामान्य निवेश हुआ.
सिटाडेल के केन ग्रिफिन ने हाल ही में क्रिप्टोकरेंसी को अपनाने की जल्दबाजी को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले जिहादी बताया, लेकिन ग्रिफिन ने कहा कि अगर अधिक रेगुलेशन होते तो उनकी अपनी फर्म क्रिप्टो का व्यापार करती.
Cryptocurrency: बंपर निवेश से 2021 में क्रिप्टो मालामाल,पिछड़ गए सभी पुराने साल
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)
Square Off Meaning in Hindi
बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करते है लेकिन कुछ ही लोग है करेंसी फ्यूचर्स क्या हैं जो इसकी बारीकियों को समझते है, ट्रेडिंग में बहुत से शब्दो का इस्तेमाल किया जाता है जिनमें सबसे ज्यादा उपयोग में होने बाला एक शब्द है स्क्वायर ऑफ। तो आइये जानते है square off meaning in hindi.
स्क्वायर ऑफ क्या होता है?
स्क्वायर ऑफ ट्रेड से बाहर निकलने की एक प्रक्रिया है जिसे इंट्राडे ट्रेडर मार्केट की वोलेटिलिटी (volatility) से होने वाले उतार–चढाव से लाभ कमाने के लिए उपयोग करते हैं।
स्क्वायर ऑफ ट्रेडर के नजरिए से एक सेटेलमेंट शैली है, जहां एक ट्रेडर द्वारा खरीदे गए सभी शेयरों को पूरी तरह से बेच दिया जाता है। इंट्राडे ट्रेडिंग सत्र में स्क्वायर ऑफ अनिवार्य होता है, ताकि यदि ट्रेडर स्वयं अपनी होल्डिंग पोजीशन को बंद नहीं करते हैं, तो अधिकांश स्टॉक ब्रोकर स्वचालित रूप से दोपहर 3:15 बजे से दोपहर 3:20 बजे के बीच, ट्रेडों को बंद कर देते हैं।
स्क्वायर-ऑफ का उद्देश्य होल्डिंग ट्रेडों को पूरा करना है। इसका मतलब यह है कि आपके द्वारा सुबह खरीदा या बेचा गया कोई भी इंट्राडे ट्रेड स्टॉक मार्केट बंद होने से पहले बेचा या वापस खरीदा जाना चाहिए।
उदाहरण,
मान लीजिए ट्रेडर X 500 रुपये प्रति शेयर प्राइस पर SBI के 100 स्टॉक खरीदने के लिए ट्रेडिंग प्लेटफार्म का उपयोग करता है और ये उम्मीद करता है कि 505 पर प्राइस जाने पर वह ट्रेड को स्क्वायर-ऑफ कर देगा।
अगर ट्रेडर X इंट्राडे ट्रेडिंग टाइम यानी की 3:15 से पहले अपनी पोजिशन को स्क्वायर-ऑफ नही करता है तो ब्रोकर स्वचालित रूप से ट्रेड को ऑटो स्क्वायर-ऑफ कर देगा।
पोजिशन को स्क्वायर ऑफ कैसे करें?
ट्रेडिंग में, किसी मौजूदा पोजिशन को स्क्वायर-ऑफ करना बहुत आसान है ये आप अपने स्टॉक ब्रोकर के ऐप या प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपनी पोजिशन पर करेंसी फ्यूचर्स क्या हैं जाकर उसे स्क्वायर-ऑफ कर सकते है।
जैसे मान लीजिए आपने बैंक निफ्टी फ्यूचर को खरीदा है और कुछ समय बाद बैंक निफ्टी आपकी दिशा में चला गया है और करेंसी फ्यूचर्स क्या हैं अब आप प्रॉफिट बुक करना चाहते है तो अपनी पोजिशन पर जाकर सैल पर क्लिक करे, फिर आपके सामने एक विंडो खुल जायेगी, जिसमें आप चाहे तो मार्केट प्राइस पर सेल कर सकते है या खुद प्राइस डाल कर उस प्राइस तक बैंक निफ्टी के आने का इंतजार कर सकते है।
स्क्वायर-ऑफ टाइमिंग
ट्रेडिंग में Square off Meaning in Hindi को समझने के बाद आइए इसके लिए भारतीय स्टॉक मार्केट की स्क्वायर-ऑफ समय सीमा पर एक नजर डालते हैं।
दोपहर 03:15 बजे से 03:20 बजे के बीच, अधिकांश ब्रोकर द्वारा सभी स्टॉक और एफ एंड ओ होल्डिंग्स को स्क्वायर-ऑफ कर दिया जाता है।
जबकि करेंसी फ्यूचर्स का स्क्वायर-ऑफ टाइम शाम 4:45 बजे से शाम 4:50 बजे तक होता है।
इसके अलावा MCX का स्क्वायर-ऑफ टाइम मार्केट बंद होने से 30 मिनट पहले होता है। MCX के लिए स्क्वायर-ऑफ का समय लगभग 10:35 बजे और रात 11:20 बजे होता है।
ऑटो स्क्वायर ऑफ चार्ज क्या है?
यदि ब्रोकर आपकी ओपन पोजीशन को ऑटो स्क्वायर-ऑफ करता है, तो ऑटो स्क्वायर-ऑफ कॉस्ट के रूप में प्रत्येक ऑर्डर के लिए ब्रोकर आपको 20 से 50 रुपये (प्लस 18 प्रतिशत GST) का जुर्माना लगाता है।
तो यहाँ पर ब्रोकरेज के अतिरिक्त आपको स्क्वायर ऑफ चार्ज का भुगतान भी करना होता है जिससे आपका कमाया हुआ मुनाफा कम हो जाता है।
नतीजतन, आपको ऑटो स्क्वायर-ऑफ कॉस्ट को रोकने के लिए समय से पहले अपनी पोजिशन को स्क्वायर-ऑफ करना चाहिए।
Square Off Meaning in Option Trading
स्टॉक मार्केट में एक ट्रेडर या निवेश को ट्रेड करने के लिए बहुत करेंसी फ्यूचर्स क्या हैं से रास्ते खुले हुए है जिनमें इंट्राडे ट्रेडिंग, ऑप्शन ट्रेडिंग, फ्युचर ट्रेडिंग, पोजिशनल ट्रेडिंग आदि शामिल है, अभी तक हम square off meaning in hindi के बारे में समझ गए है लेकिन अभी हम ये देखते है कि स्क्वायर ऑफ ऑप्शन ट्रेडिंग में कैसे काम करता है।
ऑप्शन ट्रेडिंग में किसी भी स्टॉक या इंडेक्स में जब हम ट्रेड करते है तो हमें स्ट्राईक प्राइस, एक्सपायरी आदि चुननी होती है।
यानि की आप जो भी एक्सपायरी चुनेंगे आपको उस एक्सपायरी तिथि से पहले अपनी पोजिशन को Square Off करना होगा, नही तो वह पोजिशन खुद ब खुद Square Off हो जायेगी। जैसे कि हमने ऊपर ऊपर बताया है, अब इसे आसान शब्दों में समझते है.
मान लीजिये बैंक निफ्टी अभी 33500 पर चल रहा है और आपको लगता कि अगले महीने के अंत से पहले बैंक निफ्टी 35000 तक जा सकता है। इस स्थिती में आप 35000 का कॉल ऑप्शन अगले महिने की एक्सपायरी के लिए खरीद लेते है।
अभी आपकी पोजिशन की एक्सपायरी नजदीक है और बैंक निफ्टी 34000 पर है लेकिन आपने 35000 तक जाने की उम्मीद की थी।
इस स्थिती में आपको अपनी पोजिशन को एक्सपायरी से पहले Square Off करना होगा, नही तो आपके ऑप्शन की वैल्यु जीरो हो जायेगी। क्योंकि ऑप्शन एक्सपायरी के जितने नजदीक जायेगा उतनी ही तेजी से ऑप्शन की वैल्यु कम होती जायेगी।
नोट – ऑप्शन ट्रेडिंग में Weekly और Monthly एक्सपायरी होती है आप जिस भी एक्सपायरी को ट्रेड करने के लिए चुनते है आपको उस एक्सपायरी तिथि से पहले अपनी पोजिशन को Square Off करना होता है, फिर चाहे बह Weekly एक्सपायरी हो या फिर Monthly एक्सपायरी हो।
Square Off Meaning in Future Trading
एक हद तक फ्युचर और ऑप्शन की ट्रेडिंग प्रकिया समान होती है जैसे हम ऑप्शन खरीदने के एक निश्चित तिथि का चयन करते है ठीक इसी प्रकार फ्युचर ट्रेडिंग में भी हमें एक्सपायरी का चयन करना होता है। वस फर्क इतना है कि हमें फ्युचर ट्रेडिंग में स्ट्राईक प्राइस को चुनने की जरुरत नही पडती है।
फ्युचर ट्रेडिंग में आप अधिकतम तीन महीने के लिए फ्युचर कॉन्ट्रेट खरीद सकते है, इससे में भी एक्सपायरी तिथि से पहले आपको अपनी पोजिशन को Square Off करना होता है। इसे एक उदाहरण की मदद से समझते है।
मान लिजिए बैंक निफ्टी अभी 33700 पर चल रहा है और आपको लगता कि महीने के अंत से पहले बैंक निफ्टी 34000 तक जा सकता है। तव इस स्थिती में आप वर्तमान महीने की एक्सपायरी के साथ बैंक निफ्टी फ्युचर खरीद सकते है।
अव माना महीने के अंत में बैंक निफ्टी का प्राइस 33900 है तव आपको जो भी प्रॉफिट मिल रहा है उसे लेकर अपनी पोजिशन को Square Off कर सकते है, वही दूसरी तरफ अगर महीने के अंत में बैंक निफ्टी का प्राइस 33500 है तो इस स्थिती में आपको जितना भी नुकसान हो रहा है उससे के साथ अपनी पोजिशन को Square Off करना होगा।
निष्कर्ष
इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय, आपको समय करेंसी फ्यूचर्स क्या हैं का विशेष ध्यान देना है। अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे है तो सुनिश्चित करे कि ऑटो स्क्वायर-ऑफ समय से पहले अपनी पोजिशन को स्क्वायर-ऑफ करे, जिससे कि ब्रोकर की पैनल्टी से बच सके।
शेयर मार्केट में निवेश करने हेतु आपको अलग-अलग टर्म से अवगत होना काफी आवश्यक है जिसके लिए आप हमारे द्वारा प्रदान ऑनलाइन स्टॉक मार्केट कोर्स ले सकते है।
Start Learning through Free & Pro Stock Market Courses!
Install Stock Pathsahla and Get Exclusive 20% off on all subscriptions.Use Coupon Code SPWEB20
क्रिप्टो करेंसी फ्यूचर्स क्या हैं ऑप्शंस की OTC ट्रेडिंग करने वाला अमेरिका का पहला बड़ा बैंक बना Goldman Sachs
OTC ट्रेड में दो पार्टीज अन्य क्रिप्टोकरेंसीज या सामान्य करेंसी के लिए क्रिप्टो एसेट्स में सीधे ट्रेड करती हैं
OTC क्रिप्टो ऑप्शंस ट्रेडिंग में रिस्क अधिक है.
खास बातें
- यह OTC प्रोडक्ट अमेरिका के किसी बड़े बैंक की ऐसी पहली पेशकश है
- OTC ट्रेड में दो पार्टीज सीधे ट्रेड करती हैं
- इस तरह के ट्रेड में रिस्क अधिक होता है
अमेरिका में क्रिप्टो ट्रेडिंग में बढ़ोतरी हो रही है. इसी कड़ी में Goldman Sachs ने इनवेस्टमेंट फर्म Galaxy Digital के साथ बिटकॉइन से जुड़े एक इंस्ट्रूमेंट की शुरुआत की है. यह ओवर-द-काउंटर (OTC) प्रोडक्ट अमेरिका के किसी बड़े बैंक की क्रिप्टो सेगमेंट में पहली पेशकश है. यह एक 'नॉन-डिलीवरेबल ऑप्शन' है. इसकी सेटलमेंट पहले से तय मैच्योरिटी की तिथि पर कैश में की जाएगी.
OTC ट्रेड में दो पार्टीज अन्य क्रिप्टोकरेंसीज या सामान्य करेंसी के लिए क्रिप्टो एसेट्स में सीधे ट्रेड करती हैं. इसमें बड़ी मात्रा में क्रिप्टो एसेट्स को बिना किसी इंटरमीडियरी के खरीदा जा बेचा जा सकता है. Galaxy Digital के को-प्रेसिडेंट, Damien Vanderwilt ने कहा, "Goldman Sachs का हमारी फर्म पर लगातार विश्वास हमारी एक्सपर्टाइज और इंस्टीट्यीशंस की ओर से बढ़ती डिमांड को पूरा करने की क्षमता का प्रमाण है." Goldman Sachs की शुरुआत 1869 में हुई थी. पिछले वर्ष इसने CME Group के साथ बिटकॉइन प्रोडक्ट्स की ट्रेडिंग शुरू की थी. इसके डिजिटल एसेट्स के एशिया पैसिफिक के हेड, Max Minton का कहना था, "Galaxy Digital के साथ हमारा पहला कैश में सेटलमेंट वाला क्रिप्टोकरेंसी ऑप्शंस ट्रेड के लिए जुड़कर हम खुश हैं. यह हमारी डिजिटल एसेट्स से जुड़ी क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण प्रगति है."
Galaxy Digital जैसे इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स आमतौर पर अपने करेंसी फ्यूचर्स क्या हैं फंड को एसेट्स की बड़ी मात्रा में लगाते हैं. ये ट्रांजैक्शंस क्रिप्टो एक्सचेंजों के जरिए होती हैं और इस वजह से व्यक्तिगत इनवेस्टर्स या इंस्टीट्यूशंस एक OTC सिस्टम में इसके लिए डेस्क से संपर्क कर सकते हैं. Coinbase Ventures के Connor Dempsey ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया, "उदाहरण के लिए, अगर आप बड़ी संख्या में बिटकॉइन खरीदने की कोशिश करते हैं तो आपको समस्या हो सकती है. अगर आप यह पूरी खरीद एक एक्सचेंज पर करते हैं तो ऐसा हो सकता है कि इसे एक बार में न खरीदा जा सके और आपकी इसे कई सेलर्स से खरीदना पड़ सकता है."
Goldman Sachs ने पिछले वर्ष Galaxy Digital के साथ बिटकॉइन फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स की ट्रेडिंग शुरू की थी. हालांकि, इसकी नई OTC क्रिप्टो ऑप्शंस ट्रेडिंग में रिस्क अधिक है. इसमें Goldman Sachs के लिए क्रिप्टोकरेंसीज में वोलैटिलिटी एक समस्या हो सकती है. हाल के महीनों में कुछ फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस ने क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर अपना रुख बदला है और ये इससे जुड़ी ट्रेडिंग में संभावना तलाश रहे हैं.