शेयर बाजार पर आय

इसलिए, जब आप शेयरों में निवेश करते हैं, तो आपको स्टॉप-लॉस का कड़ाई से पालन करना चाहिए। इससे आपको अपने नुकसान को कम से कम रखने में मदद मिलेगी। जब शेयर बाजार पर आय आपके स्टॉक की कीमत बढ़ती है, तो आपको स्टॉप-लॉस को ऊपर की ओर या स्टॉक की कीमत के पूर्वनिर्धारित प्रतिशत के अनुसार एक ही समय पर शिफ्ट करना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आप लाभ को लॉक कर सकते हैं। स्टॉक की कीमत के अनुसार ही धीरे धीरे स्टॉप-लॉस को शिफ्ट करने की प्रक्रिया को ट्रेलिंग स्टॉप-लॉस कहा जाता है।
शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार पर दबाव
नई दिल्ली। मजबूत वैश्विक संकेतों के बावजूद आज घरेलू शेयर बाजार में दबाव की स्थिति बनती दिख रही है। शेयर बाजार ने आज मजबूती के साथ शेयर बाजार पर आय कारोबार की शुरुआत की। मगर पहले 15 मिनट के कारोबार के बाद बिकवाली के दबाव की वजह से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक गिरते चले गए। शुरुआती एक घंटे का कारोबार होने के बाद सेंसेक्स 0.14 प्रतिशत और निफ्टी 0.08 प्रतिशत की मामूली मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे।
पहले एक घंटे का कारोबार के दौरान स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से सिप्ला, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, मारुति सुजुकी, टाइटन कंपनी और एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस के शेयर 1.50 प्रतिशत से लेकर 0.87 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे। दूसरी ओर अडाणी इंटरप्राइजेज, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और अडाणी पोर्ट्स के शेयर 0.98 प्रतिशत से लेकर 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।
शेयर बाजार की परिभाषिक शब्दावली | शेयर बाजार की बोलचाल की भाषा
शेयर बाजार की परिभाषिक शब्दावली शेयर मार्केट में बोले जाने वाले शब्दों की जानकारी शेयर मार्केट में बुलिश और बैरिस आदि शब्दों का अर्थ
प्रत्येक क्षेत्र में काम करने की बोलचाल की भाषा और उनका अर्थ आम बोलचाल के शब्दों से अलग होता है शेयर मार्केट में कुछ शेयर बाजार पर आय ऐसे शब्द है जिनका उपयोग शेयर मार्केट में किया जाता है जैसे मार्केट बुलिस है मार्केट बैरिस है या शेयर ओवरवेट है
शेयर मार्केट की परिभाषिक शब्दावली और शेयर बाजार की बोलचाल की भाषा पर चर्चा करने से पहले भारती शेयर बाजार के logo की जानकारी
शेयर बाजार की अच्छी शुरुआत, सेंसेक्स में 206 अंकों की तेजी, एनटीपीसी टॉप लूजर
LagatarDesk : सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन शेयर बाजार बढ़त के साथ खुला. बुधवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों इंडेक्स हरे निशान पर ट्रेड कर रहे हैं. सेंसेक्स 61600 और निफ्टी 16300 के पार नजर आ रहा शेयर बाजार पर आय है. सेंसेक्स 206.98 अंकों की तेजी के साथ 61625.98 के लेवल पर शुरू हुआ है. वहीं निफ्टी 63.35 अंक मजबूत होकर 18307.5 के स्तर पर खुला है. शुरुआती कारोबार में बाजार में तेजी जारी है. शेयर बाजार में तीन दिनों से गिरावट देखने को मिल रही थी, जो मंगलवार को थमी. मंगलवार को शेयर बाजार तेजी के साथ बंद हुआ. (पढ़ें, 2.48 करोड़ घोटाला मामला : स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के शिकारीपाड़ा ब्रांच के पूर्व मैनेजर के खिलाफ सीबीआई करेगी जांच)
कोटक महिंद्रा के शेयरों में सबसे अधिक तेजी
आज के कारोबार में 30 शेयरों वाले सेंसेक्स के 25 शेयर हरे निशान पर नजर आ रहे हैं. जबकि केवल 5 शेयर लाल निशान पर ट्रेड कर रहे हैं. बीएसई सेंसेक्स में लिस्टेड शेयर बाजार पर आय कोटक महिंद्रा के शेयरों में सबसे अधिक 0.87 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है. वहीं एनटीपीसी के शेयरों में 0.33 फीसदी की गिरावट नजर आ रही है. आज के टॉप गेनर की लिस्ट में कोटक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, डॉ रेड्डीज लैब्स, विप्रो और एचडीएफसी के शेयर शामिल हैं. जबकि टॉप लूजर की श्रेणी में एनटीपीसी, आईटीसी, टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एचयूएल के शेयर शामिल हैं.
बीएसई सेंसेक्स में लिस्टेड मारुति सुजुकी, अल्ट्राटेक सीमेंट, शेयर बाजार पर आय टाइटन इंड, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस और एचडीएफसी बैंक के शेयरोंमें गिरावट देखने को मिल रही है. इसके अलावा एचसीएल टेक, नेस्ले, भारती एयरटेल, इंडसइंड बैंक, इंफोसिस, रिलायंस, लार्सन, एक्सिस बैंक, सनफार्मा, एशियन पेंट्स, टीसीएस और पावर ग्रिड के शेयर भी लाल निशान पर ट्रेड कर रहे हैं.
Benefits of investment in shares : शेयरों में कैसे करें निवेश ताकि मिले शेयर बाजार पर आय बेहतर रिटर्न, जानिए रणनीति
- भारतीय शेयर मार्केट सबसे ऊंचे स्तर पर है।
- शेयर बाजार कभी-कभी तेजी से नीचे भी गिरती है।
- इस जोखिम भरे बाजार में कब निवेश करना चाहिए, इसके शेयर बाजार पर आय बारे में नीचे विस्तार से जान सकते हैं।
अधिक जोखिम उठाने वाले कई निवेशकों को सीधे इक्विटीज में निवेश करना अच्छा लगता है। मौजूदा समय में भारतीय स्टॉक मार्केट अपने सबसे ऊंचे स्तर पर है, लेकिन निवेशकों को इस बात का अंदाजा नहीं है कि क्या उन्हें निवेश को जारी रखना चाहिए अथवा उन्हें शेयरों में अपने मौजूदा निवेश से निकल जाना चाहिए। उन्हें डर है कि यदि इस स्तर से अगर मार्केट नीचे गिरती है, तो उन्हें शायद नुकसान हो सकता है। और साथ ही, यदि आने वाले दिनों में मार्केट इसी तरह से नई ऊंचाईयां छूती रहती है, तो वे संभावित लाभ को भी नहीं गंवाना चाहेंगे। इसलिए, अब उन्हें क्या करना चाहिए? जब शेयर मार्केट अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर हो तो उनकी निवेश रणनीति क्या होनी चाहिए? मैंने इस संबंध में कुछ उपयोगी बातों पर चर्चा की है।
डिविडेंट का भुगतान करने वाले स्टॉक्स में निवेश करने पर विचार करें
आपको स्टॉक्स में किए गए अपने निवेश पर दो तरह से रिटर्न मिल सकता है: पहला पूंजीगत लाभ (कैपिटल गेन) के ज़रिए, या डिविडेंट आय जिसके माध्यम से कंपनियां अपने लाभ को शेयरधारकों के साथ साझा करती हैं। यदि आप जिस कंपनी में निवेश करते हैं, वह कैश-रिच कंपनी है, वह नियमित रूप से आय अर्जित करती है, और जिसका कर्जा कम है, तो इस बात की संभावना है कि वह डिविडेंट का भुगतान जारी रखेगी। आमतौर पर, ऐसी कंपनियां जो नियमित रूप से उच्च डिविडेंट का भुगतान करती हैं, वे बाजार के उतार-चढ़ाव से कम प्रभावित होती हैं। शेयर बाजार पर आय इसलिए, हालांकि स्टॉक-मार्केट इस समय अपने सबसे ऊंचे स्तर पर ट्रेड कर रही है, आप ऐसे शेयर बाजार पर आय स्टॉक्स को लेने पर विचार कर सकते हैं जो फंडामेंटली स्ट्रॉंग रहे हैं, उनका डिविडेंट का भुगतान करने का इतिहास बहुत अच्छा रहा है, जिनकी भविष्य में भी लगातार डिविडेंट का भुगतान करने की संभावना है। लेकिन, डिविडेंट का भुगतान करने वाली कंपनियों में निवेश पर विचार करने से पहले, यह महत्वपूर्ण है कि आप टैक्स से जुड़ी बातों को भी समझ लें। निवेशक को डिविडेंट आय पर टैक्स देना होता है। इसलिए, यदि आपको डिविडेंट आय मिलती है, तो आपको अपने लागू कर स्लैब रेट के अनुसार उस आमदनी पर टैक्स देना होता शेयर बाजार पर आय है।
शॉर्ट-टर्म निवेश पर कड़े स्टॉप-लॉस को फॉलो करें
जैसाकि नाम से ही पता लगता है, ‘स्टॉप लॉस’ निवेशक द्वारा पहले से ही तय की गई सीमा है, जिस सीमा तक पहुंचते ही निवेश पोज़िशन से बाहर निकल जाते हैं ताकि और अधिक हानि को रोका जा सके। उदाहरण के लिए, यदि आपने 1000/- रूपये प्रति शेयर के हिसाब से “XYZ” के 100 शेयरों में निवेश किया है। कुछ दिनों के बाद “XYZ” के शेयरों की कीमत में गिरावट होनी शुरू हो जाती है। जब यह 900/- रूपये पर पहुंच जाती है, तो आप 850/- रूपये स्टॉप-लॉस तय कर देते हैं। इसका मतलब है कि आप अपनी निवेश पोज़िशन से निकलने के लिए इसकी कीमत के 850/- रूपये तक गिरने का इंतजार करेंगे। अगले दिन, स्टॉक का भाव शेयर बाजार पर आय 840/- रुपये के निचले स्तर पर खुलता है, जिसके कारण स्टॉप-लॉस ट्रिगर हो जाता है तथा आप “XYZ” के शेयरों को 840/- के भाव से बेच देते हैं और आप 16,000/- रूपये (1 लाख रूपये – 84,000/- रूपये) की हानि वहन करते हैं। लेकिन बाद में “XYZ” के शेयरों की कीमत गिर कर 600/- रूपये हो जाती है। क्योंकि आपके पास अब “XYZ” के शेयर नहीं हैं, तो आप स्टॉप-लॉस के कारण अधिक हानि से बच गए।
अपने निवेश को अलग-अलग फंडामेंटली स्ट्रॉन्ग शेयरों में लगाएं
फंडामेंटली स्ट्रॉंग शेयरों को चुनने से स्टॉक मार्केट में गिरावट होने के बाद तेजी से रिकवरी के लाभ के साथ अनेक दूसरे भी लाभ होते हैं। इसलिए, अपने पोर्टफोलियों के लिए स्टॉक को चुनते समय, सॉलिड ट्रैक रिकॉर्ड, खातों में निम्न या शून्य कर्ज, बेहतर कैश-फ्लो स्तर, रेवेन्यू में उच्च वृद्धि, आकर्षक प्रोफिटेबिलिटी और एक आशाजनक विकास योजना वाले शेयरों सहित फंडामेंटली स्ट्रॉंग शेयरों पर फोकस करना चाहिए। आपका लक्ष्य, अलग-अलग सेक्टर में अपने निवेश को डायवर्सिफाई करने के साथ-साथ, दूसरी कंपनियों के शेयरों में भी निवेश करने का होना चाहिए ताकि आप जोखिम को कम से कम कर सकें। यदि कोई खास सेक्टर या स्टॉक अंडर-परफार्म करता है, तो किसी एक सेक्टर में ज़रूरत से ज्यादा निवेश करने और कुछ कंपनियों में ही निवेश करने से आपका जोखिम बढ़ सकता है।
शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार पर दबाव
नई दिल्ली। मजबूत वैश्विक संकेतों के बावजूद आज घरेलू शेयर बाजार में दबाव की स्थिति बनती दिख रही है। शेयर बाजार ने आज मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत की। मगर पहले 15 मिनट के कारोबार के बाद बिकवाली के दबाव की वजह से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक गिरते चले गए। शुरुआती एक घंटे का कारोबार होने के बाद सेंसेक्स 0.14 प्रतिशत और निफ्टी 0.08 प्रतिशत की मामूली मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे।
पहले एक घंटे का कारोबार के दौरान स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से सिप्ला, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, मारुति सुजुकी, टाइटन कंपनी और एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस के शेयर 1.50 प्रतिशत से लेकर 0.87 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे। दूसरी ओर अडाणी इंटरप्राइजेज, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और अडाणी पोर्ट्स के शेयर 0.98 प्रतिशत से लेकर 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।