तरीके और तकनीक

RSI क्या है

RSI क्या है

Relative Strength Index RSI Formula In Hindi

RSI अगर लंबे समय से 70 से ऊपर है तो ये शेयर में खरीदारी की स्थिति को दर्शाता है। अगर RSI 70 तक आता है एवम पुने ऊपर चला जाता है तो ये किसी भी शेयर के बुलिश होने का संकेत देता है जबकि RSI 70 क्रॉस करके लगातार नीचे आता है तो इसका अर्थ है शेयर में ट्रेंड रिवर्स हो गया है।

जबकि RSI अगर लंबे समय से 30 के नीचे है तो ये शेयर में बिकवाली की स्थिति को दर्शाता है। अगर RSI 30 तक RSI क्या है आता है एवम पुने निचे चला जाता है तो ये किसी भी शेयर के बेयरिश होने का संकेत देता है जबकि RSI 30 क्रॉस करके लगातार ऊपर आता है तो इसका अर्थ है शेयर में ट्रेंड रिवर्स हो गया है।

अलग अलग टाइम फ्रेम के अनुसार RSI भी अलग अलग होता है RSI को किसी भी टाइम फ्रेम मे देखा जा सकता है अगर RSI दीर्घकालीन स्तिथि में 70 से ऊपर है तो ये शेयर के लम्बी समय तक बुलिश रहने की स्तिथि को दर्शाता है।

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स RSI (आरएसआई) Formula

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स RSI (आरएसआई) की Excel में गणना

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स RSI (आरएसआई) की गणना किसी भी शेयर के Closing Price के आधार पर की जाती है।

Relative Strength Index RSI Momentum Indicater

एक्सेल में RSI की गणना करने के लिए सबसे पेहले शेयर के डेट वाइज Closing Price को लिया है। फिर दूसरे कोलम प्राइस में हुवे बदलावों को लिखा है। शेयर में हुए दिन प्रतिदिन के बदलावों को हमने GAIN और LOSS दो अलग - अलग कोलम में लिखा है। तत्पश्चारत हमने 14 पीरियड का शेयर का एवरेज गेन और लॉस कैलकुलेट किया।

RS को कैलकुलेट करने के लिए हमने RS = Average Gain / Average Loss सूत्र का उपयोग किया। अंत में RSI को कैलकुलेट करने के लिए निमन सूत्र का उपयोग किया

RSI को RSI क्या है कैलकुलेट करने के लिए किसी भी इनपुट पीरियड का उपयोग कर सकते है लकिन अगर हम चार्ट को डे वाइज देख रहे है तो 14 टाइम पीरियड सबसे अच्छा है।

What is RSI Technical indicator? - RSI क्या है? ( Relative Strength Index )

दोस्तों अभी कुछ दिन पहले मुझसे क्वोरा पर और मेरे टेलीग्राम चेंनल पर कुछ लोगों ने मुझसे पूछा था कि What is RSI technical indicator? - ( Relative Strength Index ) और उन्होंने मुझसे आग्रह भी किया था कि आप You Tube पर विडिओ भी बनायें किन्तु मै क्षमा चाहती हूँ कि वक़्त की कमी की वजह से मै वीडियो तो नहीं बना सकती

किन्तु आपको अपने ब्लॉग के जरिये इसको अच्छे से समझा अवश्य सकती हूँ अगर आपको कहीं भी किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत हो या समझने में परेशानी हो तो कमेंट करके पूछ सकते हैं तो चलिए शुरू करते हैं जानना कि RSI इंडिकेटर क्या है

RSI इंडेक्स का फुल फॉर्म है Relative Strength Index और स्टॉक मार्किट में चार्ट में सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाता है इसको विकसित करने वाले व्यक्ति का नाम जे. वेल्स वाइल्डर है RSI एक ऐसा इंडिकेटर है जो ट्रेड के रिवर्सल की पहचान करता है और हमें मार्किट में सही एंट्री और एग्जिट को बताता है

RSI इंडिकेटर जीरो से सौ ( ० से १०० ) के बीच में ही रहता है और इसके द्वारा बाजार की दिशा का अनुमान लगाया जाता है ये ट्रेडर के बीच काफी लोकप्रिय है क्योंकि ये साइड वेज मार्किट में भी और बिना ट्रेड वाली मार्किट में भी बहुत मजबूत संकेत देता है

RSI की गणना कैसे करें

RSI की गणना को आप निम्न प्रकार से कर सकते हैं

शायद आपको समझने में कुछ दिक्कत हो रही हो तो आपको मै थोड़ी सरल भाषा में और चार्ट के द्वारा समझाने कि कोशिश करती हूँ नीचे जो मैंने एक चार्ट दिखाया है उसमे GAIN और LOSS अपने पिछले दिन के क्लोज प्राइस में गेन और लोस्स को दिखा रहा है मै कुछ भाषा में इसको एक उदाहरण से समझाती हूँ

मानलीजिए कि आज का क्लोज ११८ और कल का क्लोज ११४ था तो बढ़त ४ पॉइंट की होगी और नुक्सान जीरो क्योंकि मार्किट कल के बंद से आज ऊपर बंद हुआ और इसी प्रकार अगर आज का क्लोज ११४ और कल का क्लोज ११८ था तो अब ४ पॉइंट गिरावट यानि की नुक्सान होगा और बढ़त जीरो होगी इसमें ध्यान दें कि हार की गणना सकारात्मक मान के रूप में करते हैं

आप देख सकते हैं कि हमने यहाँ गणना के लिए १४ डाटा बिंदुओं को लिया है जो कि चार्ट के सॉफ्टवेयर में डिफ़ॉल्ट सेटिंग है और प्रति घंटा वाले चार्ट में डिफ़ॉल्ट अवधि १४ घंटे और दिन के एक दिन के चार्ट में ये अवधि १४ दिन की होती है पहला कदम जो होता है वो है RS की गणना करना जिसको RSI फेक्टर भी कहते हैं जैसा कि आप ऊपर दिए गए फार्मूला में भी देख सकते हैं कि RS का मतलब औसत नुक्सान और औसत बढ़त होती है

POINT में औसत नुक्सान = १० / १४ = ०.८१४

POINT में औसत बढ़त = २९ / १४ = २.०७

RS = २.०७ / ०.७१४ = २.८९९१

अगर इस फार्मूला में RS को डाला जाये तो

१०० - ( १०० / ३.८९९१ )

१०० - २५.६४६९ = ७४.३५३१ ( RSI )

RSI को हम ट्रेड रिवर्सल का सिग्नल इसलिए कहते हैं क्योंकि ये मुख्य रूप से ओवर बॉट और ओवर सोल्ड का दर्शाता है और ये हमारे लिए इसीलिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इसके द्वारा हमें पता चल जाता है किस समय मार्किट ओवर बॉट है और कब ये ओवर सोल्ड तो हमें कब खरीदारी करनी चाहिए और कब बिकवाली करनी चाहिए

हालांकि ये कभी कभी काफी समय तक ओवर बॉट या ओवर सोल्ड रह सकता है किन्तु ऐसे समय पर भी स्टॉक में ट्रेड किया जा सकता है इसको एक उदाहरण से समझते हैं मानलीजिए किसी शेयर की कीमत ५०० थी और वो पिछले एक महीने से बढ़ते - बढ़ते ६५० तक पहुँच गया है और RSI हमें सिग्नल दे रहा है कि स्टॉक अब ओवर बॉट है

तब हमें इसमें कुछ पैरामीटर जैसे मैंने पहले भी आपको बताया था मूविंग एवरेज और एक्सपोनेंसिअल मूविंग एवरेज के बारे में भी और अगर ऐसे में स्टॉक थोड़ा और ऊपर भी जाता है तो आपका नुक्सान भी सीमित ही होगा क्योंकि जैसा कि आप जानते ही होंगे कि स्टॉक सीधे एक ही तरफ नहीं जाता है और ये पहले ही ५०० से ६५० तक हो चूका है वो भी एक महीने में तो और कितना भागेगा

ओवर बॉट बताता है कि खरीद का मोमेंटम इतना अधिक है कि ये अब लम्बे समय तक टिक नहीं सकता और कभी भी करेक्शन आ सकता है और ओवर सोल्ड में भी इसके विपरीत कि बिकवाली का मोमेंटम इतना अधिक है कि किसी भी समय खरीदार आ सकते हैं

वैसे मेरी सलाह ये रहेगी कि जब स्टॉक ओवर सोल्ड हो और वो क़्वालिटी स्टॉक हो तो ऐसे में आप खरीदारी करके चलें तो RSI क्या है ज्यादा बढ़िया रहेगा और आपका नुक्सान न के बराबर होगा

क्योंकि बढ़िया स्टॉक और वो भी ओवर सोल्ड जब वो बढ़िया ही है तो उसकी बिकवाली कभी भी रुक सकती है और खरीदारों का प्रवेश कभी भी हो सकता है क्योंकि लम्बे समय में मार्किट हमेशा ऊपर ही जाता है हो सकता है कि अच्छा स्टॉक कुछ समय तक साइड वेज रहे किन्तु उसमे रैली कभी भी आ सकती है

कुछ और ध्यान रखने योग्य बातें :-

१. एक स्टॉक जो निरंतर ऊपर जा रहा है ( याद रहे कि ये ट्रेंड कुछ हफ़्तों तक या RSI क्या है RSI क्या है महीनो तक भी चल सकता है ) ऐसे में ये ओवर बॉट काफी लम्बे समय तक ओवर बॉट में फंस सकता है मै इसको एक चित्र में दिखाती हूँ

उसका कारण ये है की RSI ओवर बॉट को १०० के ऊपर ले कर नहीं जा सकता इसलिए ये १०० पर ही फंसा रहेगा इसीलिए मैंने बताया कि किसी भी एक पैरामीटर का प्रयोग ना करें स्टॉक जितने अधिक पैरामीटर पर खरा उतरे उतना बढ़िया होता है

२. एक स्टॉक जो लगातार नीचे जा रहा है ऐसे में ये ओवर सोल्ड काफी लम्बे समय तक ओवर सोल्ड में अटक सकता है उसका कारण ये है की RSI ओवर सोल्ड को ० ( जीरो ) के नीचे ले कर नहीं जा सकता इसलिए ये जीरो पर ही फंसा रहेगा और ये कुछ समय तक बना रह सकता है

दोस्तों RSI एक ऐसा पैरामीटर है जिसका उपयोग लगभग सभी करते हैं वो चाहे शार्ट टर्म ट्रेडर्स हों या इन्वेस्टर लेकिन इसका प्रयोग इंट्राडे में नहीं करना चाहिए

तो मेरे हिसाब से अब आपको RSI का मतलब समझ में आ गया होगा अगर आपको कहीं भी कोई डॉउट हो या आपका कोई सवाल हो तो आप RSI क्या है मुझसे पूछ सकते हैं आप चाहें तो मुझे क्वोरा पर भी फॉलो कर सकते हैं और यहां भी ताकि मेरी नयी आने वाली पोस्ट का आपको नोटिफिकेशन मिल जाये मै आपको शेयर मार्किट की नयी - नयी जानकारी देती रहूंगी - धन्यवाद

Relative Strength Index (RSI) क्या है?

Relative Strength Index एक तकनीकी संकेतक है जिसका उपयोग वित्तीय बाजारों के विश्लेषण में किया जाता है। इसका उद्देश्य हाल की व्यापारिक अवधि के समापन मूल्यों के आधार पर किसी शेयर या बाजार की वर्तमान और ऐतिहासिक ताकत या कमजोरी को चार्ट करना है। संकेतक को सापेक्ष शक्ति के साथ भ्रमित नहीं होना चाहिए।

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स क्या है? [What is Relative Strength Index?In Hindi]

Relative Strength Index या आरएसआई एक तकनीकी उपकरण है जिसका उपयोग गति निवेश में किया जाता है। आरएसआई को एक थरथरानवाला के रूप में दर्शाया गया है, जो दो चरम सीमाओं के साथ एक रेखा ग्राफ है। RSI का मान 0 और 100 के बीच होता है, जिसकी गणना हाल के मूल्य आंदोलनों (Movement) को ध्यान में रखकर की जाती है। 7० से अधिक का आरएसआई मूल्य स्टॉक के अधिक खरीदे गए क्षेत्र में होने का संकेत है और इसलिए इसका अधिक मूल्य है, जबकि ३० से कम मूल्य स्टॉक के ओवरसोल्ड क्षेत्र में होने का संकेत है RSI क्या है और इसलिए इसका मूल्यांकन नहीं किया गया है। आरएसआई के आधार पर कार्रवाई करने के लिए, निवेशकों को प्रचलित प्रवृत्ति की पुष्टि करने के लिए एक अन्य संकेतक को ध्यान में रखना चाहिए।

'सापेक्ष शक्ति सूचकांक' की परिभाषा [Definition of "Relative Strength Index"In Hindi]

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (संक्षिप्त रूप से आरएसआई) स्टॉक के तकनीकी विश्लेषण के दायरे में सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले मोमेंटम ऑसिलेटर्स में से एक है। इसे जून 1978 में वेल्स वाइल्डर द्वारा पेश किया गया था और इसकी गणना को उनकी पुस्तक न्यू कॉन्सेप्ट्स इन टेक्निकल ट्रेडिंग सिस्टम में विस्तार से समझाया गया है। मोमेंटम थरथरानवाला एक सुरक्षा के मूल्य आंदोलनों के वेग और परिमाण को मापता है। आरएसआई एक पूर्व निर्धारित समय अवधि में अपनी ताकत और कमजोरी के बारे में निष्कर्ष निकालने के लिए औसत लाभ और औसत नुकसान की तुलना करता है।

Relative Strength Index (RSI) क्या है?

आरएसआई खरीदें सिग्नल क्या है? [What is RSI(Relative Strength Index) Buy Signal? In Hindi]

कुछ व्यापारी इसे "Buy Signal" मानेंगे यदि सुरक्षा RSI क्या है की आरएसआई रीडिंग 30 से नीचे चली जाती है, इस विचार के आधार पर कि सुरक्षा को ओवरसोल्ड कर दिया गया है और इसलिए एक पलटाव के लिए तैयार है। हालांकि, इस संकेत की विश्वसनीयता समग्र संदर्भ पर आंशिक रूप से निर्भर करेगी। यदि सुरक्षा एक महत्वपूर्ण डाउनट्रेंड में फंस जाती है, तो यह कुछ समय के लिए ओवरसोल्ड स्तर पर व्यापार करना जारी रख सकती है। उस स्थिति में व्यापारी तब तक खरीदारी में देरी कर सकते हैं जब तक कि वे अन्य पुष्टिकरण संकेत नहीं देखते। Record Date क्या है?

rsi indicator hindi-rsi indicator buy and sell signals

इस वाक्या को यदि हम इसके के साथ जोड़ दे तो कोई परेशानी नहीं होने चाहिए क्योंकि rsi technical analysis भी स्टॉक के पीछे पीछे चलता है ।जब कोई स्टॉक अचानक से निचे गिरता है या ऊपर जाता है तब rsi वहां पर रुक जाता हैं

उस कार के तरह और अपने पिछले वाले दिन के स्टॉक प्राइस को average out करता हैं फिर आगे बढ़ता हैं चाहे वो निचे के तरफ हो या ऊपर ।

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rsi overbought zone and oversold zone

technical analysis indicator में जब ग्राफ रेड लाइन (70) को क्रॉस करती हैं तब कोई भी स्टॉक overbought zone में आ जाता है । कोई स्टॉक ब्रेकआउट दे तो ऊपर जा सकता हैं । buy भी कर सकते है नहीं तो इस जोन से स्टॉक के निचे गिरने की संभावना ज्यादा होती हैं इसलिए कभी भी इस जोन में किसी स्टॉक की खरीदारी नहीं करे ।

renko macd strategy-रेंको macd स्ट्रेटेजी

rsi technical analysis में जब ग्राफ में rsi indicator green लाइन(30) के निचे आ जाये तो हमे उसे OVERSOLD ZONE कहेंगे । इसमें निवेशक दवारा स्टॉक को पूरी तरह से सेल्ल कर दिया जाता है

इसलिए इस जोन से हमे कोई भी स्टॉक को खरीदना अच्छा माना जाता हैं और ट्रेंड भी ऊपर जाने के चांस ज्यादा रहता है। ध्यान रहे की दूसरा इंडिकेटर के साथ ही किसी शेयर को खरीदें ।

आप निचे फोटो में rsi technical analysis वाले सेक्शन सकते हैं की लाल और हरे लाइन को OVER BOUGHT ZONE and OVER SOLD ZONE ke रूप में दर्शाया गया हैं ।

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rsi of nifty 50-rsi technical analysis (rsi indicator hindi-rsi indicator buy and sell signals)

rsi of nifty 50 में हम चार्ट को analysis करेंगे और जानेंगे की rsi nifty के rsi technical analysis पर कैसे काम करता हैं तो चलिए निचे दिए फोटो से हम समझने का प्रयास करते हैं।

यह अभी केसमय का निफ़्टी 50 का one day का chart हैं जिसको देख कर हम आसानी से समझ सकते हैं की अपने overbought zone को छूकर अब ये निचे की तरफ जा रहा है।

अगर ऐसा ही जाता रहा तो निश्चित है की ये बहुत जल्द ही oversold ZONE में पहुंच जाए यदि कहीं कोई share marke t से सम्बंधित कोई गुड न्यूज़ आये तो ये वापस अपना ट्रेंड बदल देगा ।

rsi technical analysis ठीक इसके पीछे वाले लाइन पर गौर करे तो नजर आएगा की बिना 30 वाले line को छुए अपना ट्रेंड चेंज कर दिया ।

rsi-indicator-hind--rsi-indicator-buy-and-sell-signals

इस तरह हम बड़े ही अच्छे तरीके से rsi का प्रयोग कर किसी भी स्टॉक में उसका analysis कर सकते हैं और स्टॉक के momentum को catch कर सकते हैं धन्यवाद।

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